‘धार्मिक ज्ञान : हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई‘ शीर्षक के इस लेख में सभी धर्मों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया है। अनेकता में एकता भारत की प्रमुख विशेषता है। भारत विभिन्न धर्मों का देश है। यहाँ के लोग धार्मिक भावना से भरे हुए हैं। यहाँ अनगिनत धर्म, पंथ व समुदाय के लोग निवास करते हैं। भारत चार प्रमुख धर्मों – हिंदू, बौद्ध, जैन, व सिख की जन्मस्थली है।
हिंदू धर्म
हिंदू धर्म विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है। इसे सनातन धर्म कहा जाता है अर्थात् जो सदा से चला आ रहा हो।
चार युगों का सही क्रम क्या है – सतयुग, त्रेता, द्वापर, कलयुग।
हिंदू धर्म की सबसे प्राचीन पुस्तक कौनसी है – ऋग्वेद।
हिंन्दू धर्म में कुल कितने वेद हैं – चार (ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद)।
हिंदू धर्म की धार्मिक पुस्तकें कौन कौनसी हैं – वेद, पुराण, गीता, महाभारत, रामायण इत्यादि।
कृष्ण की पत्नियों के नाम – रुक्मिणी, जामवंती, व सत्यभामा।
बलराम किसके भाई थे – श्रीकृष्ण के।
रामायण संबंधी जानकारी –
दशरथ के कितने पुत्र थे – चार (राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न)
दशरथ की पत्नियां कौन कौन थीं – कौशल्या(राम), कैकयी(भरत), सुमित्रा(लक्ष्मण व शत्रुघ्न)
जटायु के भाई का नाम क्या था – सम्पाती
रावण के पिता का नाम क्या था – विश्रवा ऋषि
बाली कहाँ का राजा था – किष्किंधा का
बाली किसका भाई था – सुग्रीव का
सुग्रीव किसका भाई था – बाली का
अंगद किसका पुत्र था – बाली का
हनुमान जी की माता का नाम क्या था – अंजना
हनुमान जी के पिता का नाम क्या था – केसरी/पवनदेव
मकरध्वज कौन था – हनुमान जी का पुत्र
कैकसी किसकी माता थी – रावण की
मेघनाद रावण का कौन था – पुत्र
कुम्भकर्ण रावण का कौन था – भाई
विभीषण किसका भाई था – रावण का
मारीच किसका मामा था – रावण
लक्ष्मण की पत्नी का नाम क्या था – उर्मिला
राम के पुत्रों के नाम – लव और कुश
महाभारत ज्ञान –
प्रश्न – कुंती के कितने पुत्र थे ?
उत्तर – चार
प्रश्न – कुंती के पुत्रों के नाम ?
उत्तर – कर्ण, युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन
प्रश्न – माद्री के कितने पुत्र थे ?
उत्तर – 2 (नकुल व सहदेव)
प्रश्न – पांडु की कितनी पत्नियां थीं ?
उत्तर – दो (कुंती व माद्री)
प्रश्न – पांडु के कितने पुत्र थे ?
उत्तर – 5
प्रश्न – पांडु के पुत्रों के नाम ?
उत्तर – युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल, सहदेव
प्रश्न – कर्ण के पिता कौन थे ?
उत्तर – सूर्य देव
प्रश्न – कंस किसका मामा था ?
उत्तर – श्रीकृष्ण
प्रश्न – शकुनि किसका मामा था ?
उत्तर – दुर्योधन
प्रश्न – परशुराम के शिष्य कौन कौन थे ?
उत्तर – भीष्म, द्रोणाचार्य, कर्ण
प्रश्न – महाभारत में इच्छामृत्यु का वरदान किसे प्राप्त था ?
उत्तर – भीष्म को
प्रश्न – भीष्म के वचपन का नाम क्या था ?
उत्तर – देवव्रत
प्रश्न – द्रौपदी किस राज्य की कन्या थीं ?
उत्तर – पांचाल
प्रश्न – द्रौपदी किसकी पुत्री थीं ?
उत्तर – पांचाल नरेश द्रुपद की
प्रश्न – शल्य कौन था ? या शल्य किसके मामा थे ?
उत्तर – शल्य नकुल व सहदेव के मामा थे। ये माद्री के भाई थे।
प्रश्न – शकुनि कौन था ? या शकुनि किसका मामा था ?
उत्तर – शकुनि दुर्योधन का मामा और गांधारी का भाई था।
प्रश्न – दुर्योधन के पिता का नाम क्या था ?
उत्तर – धृतराष्ट्र
प्रश्न – गांधारी कौन थीं ?
उत्तर – धृतराष्ट्र की पत्नी और दुर्योधन की माता, व शकुनि की बहन।
प्रश्न – अभिमन्यु किसका पुत्र था ?
उत्तर – अर्जुन व सुभद्रा का
प्रश्न – धृतराष्ट्र के कितने पुत्र थे ?
उत्तर – 100
प्रश्न – वर्तमान भारत के किस क्षेत्र को महाभारत में इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाता था ?
उत्तर – दिल्ली
पुराणों की संख्या कितनी है ?
उत्तर :- पुराणों की संख्या 18 है।
- मत्स्य पुराण
- विष्णु पुराण
- गरुण पुराण
- भागवत पुराण
- ब्रह्म पुराण
- पद्म पुराण
- वायु पुराण
- लिंग पुराण
- वराह पुराण
- कूर्म पुराण
- नारद पुराण
- मार्कण्डेय पुराण
- भविष्य पुराण
- वामन पुराण
- अग्नि पुराण
- ब्रह्म वैवर्त पुराण
- स्कन्द पुराण
- ब्रह्माण्ड पुराण
श्राप –
- अर्जुन के द्वारा कर्ण को वीरगति प्राप्त होने के बाद कुंती ने बताया कि कर्ण तुम्हारे ही ज्येष्ठ भ्राता थे। तब युधिष्ठिर को भारी धक्का लगा कि एक भाई के हाथों बड़े भाई की जान चली गई। इतनी बड़ी बात उनकी माता ने उनसे छुपाई और अंजाने में अर्जुन से ये अपराध हो गया। तब युधिष्ठिर ने अपनी माता कुंती के साथ समस्त नारी जाति को श्राप दिया। श्राप, – ”आज के बाद कोई भी स्त्री किसी बात को ज्यादा दिन तक छुपा नहीं सकेगी।” माता द्वारा इतनी बड़ी बात इतने सालों तक छुपाने के कारण उन्होंने कुंती को यह श्राप दिया।
इस्लाम धर्म
इस्लाम धर्म के अनुयाइयों को मुसलमान (मुसल्सल है ईमान जिसका) कहा जाता है। कुरान इस्लाम धर्म की पवित्र धार्मिक पुस्तक है। यह एक एकेश्वरवादी धर्म है। इसमें मूर्तिपूजा के लिए कोई स्थान नहीं। इस्लाम का कानून शरीयत पर आधारित है। कुरान, हदीस, कयास, व इज्म को संयुक्त रूप से शरीयत कहा जाता है। हजरत मोहम्मद साहब इस्लाम धर्म के पैगम्बर थे। इनका जन्म 570 ई. में मक्का में हुआ था। खजीदा नामक स्त्री से इनका विवाह हुआ। इन्हें हीरा नामक गुफा में 40 वर्ष की अवस्था में ज्ञान की प्राप्ति हुई। 622 ई. में मोहम्मद साहब मक्का से यासरिब (मदीना) चले गए। उनका मक्का से मदीना जाना इस्लाम जगत में हिजरत कहलाया। इसी तिथि (622 ई.) से हिजरी संवत की शुरुवात हुई। कलमा, नमाज, जकात, रोजा, व हज इस्लाम की पांच धार्मिक मान्यताएं हैं।
खलीफा –
633 ई. में मोहम्मद साहब के निधन के बाद इस्लाम जगत में खिलाफत नामक संस्था की शुरुवात हुई। ‘अबू बकर’ इस्लाम जगत के पहले खलीफा बने। इनके बाद क्रमशः हजरत उमर, हजरत उस्मान, हजरत अली इस्लाम के खलीफा बने। ये इस्लाम धर्म के पहले चार खलीफा हुए। इनके बाद खिलाफल वंशानुगत हो के विकेंद्रित हो गई। अब खलीफा के पद के कई दावेदार हो गए। मिश्र में फातिमा वंश, स्पेन में उमैया वंश, बगदाद में अब्बासी वंश।
कलमा –
”ला इलाह इल्लल्लाह मुहम्मदन रसूलल्लाह” यह इस्लाम का धार्मिक आधार वाक्य है।
नमाज –
हर मुसलमान को दिन में पांच बार नमाज पढ़नी चाहिए। फजिर – सुबह की नमाज, जोहर – दोपहर की नमाज, असिर – दोपहर के बाद की नमाज, मगरिब – शाम की नमाज, एशा – रात की नमाज।
जकात –
हर मुसलमान को अपनी कुल सम्पत्ति का 40 वां हिस्सा (2.5 प्रतिशत) प्रत्येक वर्ष दान करना होगा। यह दान स्वेच्छा से करना होगा। बलपूर्वक इसकी बसूली करना धर्म विरुद्ध है।
रोजा –
यह रमजान के पाक महीने में रखा जाने वाला उपवास है।
हज –
यह इस्लाम का अंतिम धार्मिक कर्तव्य है। हर मुसलमान को अपने जीवन में मक्का की तीर्थयात्रा करनी होती है।
सिख धर्म
गुरुनानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक व पहले गुरु थे। ये बाबर और हुमायूं के समकालीन थे। सिख धर्म में कुल 10 गुरु हुए। गुरु गोविंद सिंह सिख धर्म के अंतिम गुरु थे।
सिखों के सभी गुरु –
- गुरुनानक देव – सिख धर्म के संस्थापक
- गुरु अंगद – गुरुमुखी लिपि का आविष्कार
- रामदास – लंगर प्रथा को स्थाई बनाया
- अमर दास – अमृतसर शहर बसाया
- अर्जुन देव – आदिग्रंथ का संकलन, जहाँगीर ने इनकी हत्या करवा दी।
- हरगोविंद – अकाल तख्त की स्थापना
- गुरु हर राय – आदिग्रंथ पर स्पष्टीकरण के लिए औरंगजेब ने इन्हें दिल्ली बुलाया।
- हर किशन – इनकी मृत्यु चेचक के कारण हो गई।
- तेग बहादुर – औरंगजेब ने इनकी हत्या करवा दी।
- गुरु गोविंद सिंह – खालसा पंथ की स्थापना, जफरनामा की रचना।
ईसाई धर्म
ईसा मसीह को ईसाई धर्म का संस्थापक व पैगम्बर माना जाता है। बाइबिल इस धर्म की पवित्र पुस्तक है। ईसा मसीह का जन्म जैरुसलम के निकट बैथलेहम में हुआ था। इनके जन्म दिवस को हर साल क्रिसमस-डे के रूप में मनाया जाता है। इनके पिता का नाम ‘जोसेफ’ और माता का नाम ‘मैरी’ था। रोमन गवर्नर पोंटियस ने इन्हें 33 ई. में सूली पर चढ़ा दिया। इस तिथि को ईसाई लोग ‘गुड फ्राइडे’ के रूप में मनाते हैं। ईसाई मान्यता के अनुसार ईसा-मसीह सूली पर चढ़ाने के तीन दिन बाद पुनः जीवित हुए थे। इस तिथि को ईसाई लोग ‘ईस्टर त्योहार’ के रूप में मनाते हैं।
पारसी धर्म
पारसी धर्म के पैगम्बर जरथ्रुस्ट (ईरानी) थे। पारसियों का पवित्र ग्रंथ ‘जेन्दा अवेस्ता‘ इन्हीं के उपदेशों का संकलन है। ये लोग अहुर नामक ईश्वर के उपासक हैं।
यहूदी कौन होते हैं ?
यहूदी बहुत ही पुराना धर्म है। यह विश्व के प्राचीनतम धर्मों में से एक है। यहूदियों के पतन से ही इस्लाम और ईसाई धर्म का उदय हुआ है। इस्लाम व ईसाइयत का आधार यहूदी परंपरा ही है। यह एक एकेश्वरवादी धर्म है। तनख, तालमुद, मिद्रश इस धर्म के प्रमुख ग्रंथ हैं। यहूदियों का प्रार्थना स्थल ‘सेनेगॉग’ है। यहूदियों के धर्म ग्रंथ इब्रानी व अरामी भाषा में लिखे गए हैं। अब्राहम को यहूदी, इस्लाम और ईसाई तीनों धर्मों का पितामह मानते हैं।