मुहावरे और उनके अर्थ (Muhavare)

मुहावरे और उनके अर्थ – यहाँ पर कुछ प्रमुख मुहावरे दिये गए हैं। इनके अतिरिक्त विस्तृत मुहावरे नीचे दिये गए हैं –

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 1

फूले न समाना – अत्यधिक खुश होना

फटे में पांव देना – दूसरे की मुसीबत अपने ऊपर लेना

फूटी आँख न सुहाना – जरा भी अच्छा न लगना या पसंद न करना

फूटी कौड़ी भी न होना – अत्यधिक गरीब होना

बाग बाग होना – अत्यधिक प्रसन्न होना

बाएं हाथ का खेल – बहुत आसान काम

बाल की खाल निकालना – छोटी से छोटी बात पर बहस करना

बुढ़ापे की लाठी – बुढ़ापे का सहारा

बाल बाल बचना – बहुत मुश्किल से बचना

भीगी बिल्ली बनना – किसी के डर से दबना

भूत चढ़ना या भूत सवार होना – किसी काम में जी जान से लग जाना

मैदान साफ होना – मार्ग में कोई बाधा न होना

मिट्टी के मोल बिकना – कोई वस्तु बहुत सस्ती होना

मूछ नीची होना – अपमानित होना

मिट्टी में मिलाना – नष्ट करना

राई का पहाड़ होना – बात को बहुत बढ़ा चढ़ा कर कहना

रंगे हाथों पकड़ना – कुछ गलत कार्य करते हुए ही पकड़े जाना

रोटियां तोड़ना – बिना किसी मेहनत के किसी के यहां पड़े पड़े खाते रहना

रोना रोना – अपनी समस्याएं किसी को सुनाना

इंद्र की परी – बहुत ही सुंदर महिला

इज्जत उतारना – किसी को अपमानित करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 2

छक्के छूटना – हार जाना

छप्पर फाडकर देना – बिना मेहतन के अधिक मिलना

छाती पर पत्थर रखना – कठोर दिल

छाती पर सवार होना – पास आ जाना

छक्के छुड़ाना – किसी का हौसला पस्त कर देना

छाती पर मूँग या कोदो दलना – कष्ट देना

छाती पर साँप लोटना – ईर्ष्या करना

छठी का दूध याद आना – घोर विपदा आ पड़ना

छाती पीटना – मातम करना

छाती जलना – ईर्ष्या करना

छठे छमासे – कभी कभार

छाती दहलना – भयभीत होना

छाती दूनी होना – बहुत उत्साहित होना

छत्तीस का आँकड़ा – घोर विरोधी

छाती फूलना – गर्व होना

छाती सुलगना – बहुत ईर्ष्या करना

छिपा रुस्तम – अप्रसिद्ध गुणी व्यक्ति

छींका टूटना – अचानक लाभ होना

छुट्टी पाना – मुक्त हो जाना

छू हो जाना या छूमंतर हो जाना – गायब हो जाना

छोटा मुँह बड़ी बात – हैसियत से बड़ी बात करना

छाप पड़ना – प्रभाव पड़ना

छी छी करना – घृणा दिखाना

छेड़छाड़ करना – परेशान करना

छः पाँच करना – किसी काम के लिए आनाकानी करना

जलती आग में घी डालना – गुस्से को बढ़ाना

जमीन आसमान एक करना – कठिन परिश्रम करना

जान पर खेलना – साहस भरा काम करना

जूती चाटना – चापलूसी या खुशामद करना

जड़ उखाड़ना – पूर्ण विनाश करना

जहर उगलना – कड़वी बातें कहना

जान खाना – तंग करना

जख्म पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुखी करना

जबान चलाना – अनुचित शब्दों का प्रयोग करना

जबान देना – वादा करना

जमाना देखना – अनुभव होना

जबान बन्द करना – तर्कों से पराजित करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 3

जबान में ताला लगाना – चुप रहना

जमीन पर पाँव न पड़ना – बेहद खुश होना

जबानी जमा-खर्च करना – मौखिक कार्यवाही करना

जमीन में समा जाना – बेहद लज्जित होना

जरा-सा मुँह निकल आना – शर्मिंदा होना

जल-भुन कर राख होना – जलन के मारे क्रोधित होना

जल में रहकर मगर से बैर करना – आश्रयदाता या साथ वालों से दुश्मनी

जली-कटी सुनाना – भला बुरा कहना

जले पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुखी करना

जहन्नुम में जाना/भाड़ में जाना – बद्दुआ देना

जहर का घूँट पीना – सहकर रह जाना

जहर की गाँठ – दुष्ट व्यक्ति

जादू चढ़ना – प्रभाव पड़ना

जादू डालना – प्रभाव जमाना

जान न्योछावर करना – बलिदान करना

जवाब देना – मना कर देना

जाल फेंकना – किसी को फंसाना

जी खट्टा होना – मन में वैराग उत्पन्न होना

जी छोटा करना – हतोत्साहित होना

जाल में फँसना – किसी की चाल में फंसना

जी हल्का होना – चिंता कम हो जाना

जी हाँ, जी हाँ करना – खुशामद करना

जान हथेली पर लेना – मरने से न डरना

जी उकताना – मन न लगना

जी खोलकर – पूरे मन से

जान हलकान करना – बेहद परेशान करना

जी जलना – संताप को महसूस करना

जी जान से – बहुत मेहनत से

जुल देना – धोखा देना

जी तोड़ – पूरी ताकत से

जी भर के – जितना जी करे

जेब गर्म करना – रिश्वत देना

जी मिचलाना – उल्टी होने जैसा महसूस होना या घबराहट होना

जी में आना – इच्छा करना

जीते जी मर जाना – मृत्यु से भी भयंकर कष्ट भोगना

जी चुराना – किसी काम में मन न लगना

जीती मक्खी निगलना – जानकर गलत काम करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 4

जीवट का आदमी – साहसी व्यक्ति

जूतियाँ चटकाना – बिना काम के घूमना

जेब भरना – रिश्वत लेना

जोड़-तोड़ करना – उपाय या जुगाड़ करना

जौहर दिखाना – बहादुरी दिखाना

एक ही नाव में सवार होना – समान परिस्थिति में होना

जान का प्यासा होना – मार डालने के लिए उतावला होना

एक से इक्कीस होना – खूब उन्नति करना

एक लाठी से सबको हाँकना – उचित अनुचित का फर्क न करना

ज्वाला फूँकना – गुस्सा दिलाना

एक आँख न भाना – जरा भी पसंद न करना

एँड़ी-चोटी का पसीना एक करना – बहुत मेहनत करना

एक और एक ग्यारह होना – संगठन की शक्ति

जान के लाले पड़ना – जान बचाना भी मुश्किल पड़ना

एक तीर से दो शिकार करना – एक साधन से दो कार्यों क सफल होना

एक ही थाली के चट्टे-बट्टे – एक समान स्वभाव वाले

एड़ियाँ घिसना या रगड़ना – लंबे समय से बीमार या परेशान होना

एक से तीन बनाना – खूब मुनाफा कमाना

एक न चलना – कोई उपाय काम न आना

ऐरा-गैरा नत्थू खैरा – मामूली व्यक्ति

जौहर करना – स्त्रियों का चिता में जलकर मरना

ऐरे-गैरे पंच कल्याण – मुख्तखोर

ऐसा-वैसा – साधारण

ऐंठना (किसी पर) – किसी को गुस्से से अकड़ दिखाना

ऐसी की तैसी करना/होना – अपमान होना/करना

ओखली में सिर देना – जानकर समस्या में पड़ना

ओर छोर न मिलना – बात का पता न चलना

ओस के मोती – क्षणभंगुर अर्थात शीघ्र मिटने वाला

औंधी खोपड़ी – उल्टी बुद्धि वाला

औंधे मुँह गिरना – बुरी तरह से धोखा खाना

औने के पौने करना – खरीद फरोख्त में पैसा बचाना

औने-पौने निकालना या बेचना – कम दाम में बेचना

और का और होना – अत्यधिक परिवर्तन होना

कागजी घोड़े दौड़ाना – व्यावहारिकता से दूर सिर्फ पढ़ी लिखी बातें करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 5

कान देना – ध्यान से सुनना

कान खोलना – सावधान होना

कण पकरना – हरकत से बाज आना

कमर कसना –  तैयारी करना

कलेजा मुँह का आना – बहुत डर जाना

कलेजे पर साँप लोटना – ईर्ष्या करना

कमर टूटना – बेसहारा हो जाना

किताब का कीड़ा होना – सिर्फ पढ़ाई ही करना

कलम तोड़ना – बहुत बढ़िया लिखना

कोसों दूर भागना – बहुत अलग रहना

कुआँ खोदना – किसी के लिए संकट उत्पन्न करना

कल पड़ना – चैन मिलना

किरकिरा होना – वाधा आना

किस मर्ज की दवा – किस काम के

कुत्ते की मौत मरना – बहुत बुरी तरह मरना

काँटा निकलना – बाधा हट जाना

कागज काला करना – बिना मतलब के लिखना

किस खेत की मूली – शक्तिहीन

कंठ का हार होना – अत्यधिक प्रिय

कंपकंपी छूटना – डक के मारे कांपना

ककड़ी-खीरा समझना – बहुत तुच्छ या बेकार समझना

कचूमर निकालना – बुरा तरह पीटना

कच्ची गोली खेलना – अनाड़ीपन दिखाना

कड़वा घूँट पीना – शांति से अपमान सहना

कढ़ी का-सा उबाल आना – क्रोध का जल्दी समाप्त हो जाना

कतरनी-सी जबान चलना – बहुत बोलना या उल्टा सीधा बोलना

कदम उखड़ना – हार कर भाग जाना

कदम पर कदम रखना – अनुकरण करना

कफ़न को कौड़ी न होना – अत्यधिक गरीब होना (गरीबी की पराकाष्ठा)

कफ़न सिर से बाँधना – लड़कर मरने को भी तैयार

कबाब में हड्डी होना – सुख में बाधा डालना

कबाब होना – ईर्ष्या या क्रोध से जलना

कब्र में पाँव लटकना – मृत्यु के करीब होना

कमर सीधी करना – जरा देर आरान करना

कमान से तीर निकलना या छूटना – जिसे टालना या रोकना संभव न हो

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 6

कल न पड़ना – चैन से न बैठना

इज्जत मिट्टी में मिलाना – प्रतिष्ठा नष्ट करना

इधर-उधर की लगाना या इधर की उधर लगाना – चुगलखोर होना

इधर-उधर की हाँकना – फालतू की गप मारना

इस कान सुनना, उस कान निकालना – ध्यान न देना

इस हाथ देना, उस हाथ लेना – उधार न करना

इंतकाल होना – मृत्यु को प्राप्त होना

इशारे पर नाचना – वशीभूत हो जाना

ईंट से ईंट बजाना – विनाश करना

ईंट का जबाब पत्थर से देना – जोरदार बदला लेना

ईद का चाँद होना – बहुत दिनों के बाद नजर आना

ईमान बेचना – बेईमान हो जाना

इधर-उधर करना – खो देना या छुपा देना

उड़ती चिड़िया को पहचानना – रहस्त की बात तुरंत समझ जाना

उन्नीस बीस का अंतर होना – थोड़ा सा अंतर होना

उलटी गंगा बहाना – मुद्दे से हटकर बात करना

उँगली पकड़कर पौंहचा पकड़ना – थोड़ी मदद मिलने पर ज्यादा की लालसा

उड़ जाना – खर्च हो जाना

उड़ती खबर – अफवाह

उड़न-छू हो जाना – गायब हो जाना

उबल पड़ना – क्रोधित हो जाना

उलटी माला फेरना – अनिष्ट चाहना

उलटी – सीधी सुनाना – किसी को डांटना

उलटे छुरे से मूँड़ना – ठगना

उलटे पाँव लौटना – तुरंत बापस आना

उल्लू बनाना – मूर्ख बनाना

उलटी – सीधी जड़ना – झूठी शिकायत करना

उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना

उँगलियों पर नचाना – अपने इशारों पर चलाना

उगल देना – भेद प्रकट कर देना

उठ जाना – मर जाना

जान में जान आना – भय खत्म होना

जिंदगी के दिन पूरे करना – बचे हुए दिन गुजारना

जिक्र छेड़ना – चर्चा शुरु करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 7

जिरह करना – बहस करना

जुट जाना – पूरे मन से लग जाना

जुल्म ढाना – बहुत अत्याचार करना

जूते पड़ना – बहुत बेज्जत होना या मार खाना

जूते के बराबर समझना – बेहत मामली समझना

जैसेतैसे करके – बड़ी मुश्किल से

जोर चलना – वश चलना

जोश ठंडा पड़ना – उत्साह घटना

जंगल में मंगल करना – निराशा वाली जगह पर भी मजे करना

जबान में लगाम होना – बहुत बोलना

जी का जंजाल होना – अच्छा न लगना

जमीन का पैरों तले से निकल जाना – सन्नाटे में आना

जमीन चूमने लगा – हारना या धराशाई होना

जी टूटना – मन हट जाना

जी लगना – मन लगना

झक मारना – विवश होना या खाली बैठना

झण्डा गाड़ना/झण्डा फहराना – अपने अधिकार में लेना

झण्डी दिखाना – स्वीकृति/अनुमति देना

झाँसा देना – धोखा देना

झाँसे में आना – धोखे में आना

झाड़ू फेरना – काम बिगाड़ देना

झूठ का पुतला – बहुत ही झूठा आदमी

झूठ के पुल बाँधना – झूठ पर झूठ बोलना

झटक लेना – चालाकी से पा लेना

झटका लगना – आघात लगना

झपट्टा मारना – छीन लेना

झाड़ू फिरना (सब बर्बाद हो जाना

झापड़ रसीद करना – चांटा/थप्पड़ मारना

झोली भरना – लेना

टाँग अड़ाना – विघ्न डालना

टका सा जबाब देना – साफ मना कर देना

टस से मस होना – कुछ भी प्रभाव न पड़ना

टोपी उछालना – बज्जत करना

टंटा खड़ा करना – झगड़ा करना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 8

टके के तीन – बेहद सस्ता

टके सेर मिलना – बहुत सस्ता

टरटर करना – फालतू की बकवास करना

टाँग खींचना – प्रगति में बाधा डालना

टके को भी पूछना – जरा भी महत्व न देना

टाँग तोड़ना – मारने की धमकी देना

टुकड़ों पर पलना – दूसरे की कमाई पर जीना

टें बोलना – मर जाना

टेढ़ी खीर – कठिन या पेचीदा कार्य

टक्कर खाना – बराबरी करना

टपक पड़ना – अचानक आ जाना

टाँयटाँय फिस – अधिक तैयारी पर परिणाम बहुत कम

टालमटोल करना – बहाने बनाना

टीस मारना/उठना – दर्द/कसक होना

टुकुरटुकुर देखना – एकटक/लगातार देखे जाना

टूट पड़ना – हमाल करना

टोह लेना – पता लगाना

टकासा मुँह लेकर रह जाना – बेज्जत होना

टट्टी की आड़ में शिकार खेलना – छिपकर घृणित कार्य करना

टाट उलटना – व्यापारी का खुद को दीवालिया घोषित करना

टेंटेंपोंपों फालतू का शोर मचाना

ठनठन गोपाल – बहुत गरीब

ठंडा करना (क्रोध शान्त करना

ठंडा पड़ना – मृत्यु हो जाना

ठकुरसोहाती/ठकुरसुहाती करना – खुशामद/चापलूसी करना

ठठरी हो जाना – बहुत पतला होना

ठिकाने लगाना – मार डालना

ठेंगा दिखाना – मना करना

ठेंगे पर मारना – जरा भी फिक्र न करना

ठोकरें खाना – दुख सहना

ठोड़ी पकड़ना – मिन्नत करना

ठट्टा मारना – हंसी मजाक

ठन जाना – विरोध/लड़ाई होना

ठहाका मारना – जोर से हसना

ठाटबाट से रहना – शान शौकत से रहना

ठिकाने की बात कहना – काम की बात कहना

ठिकाने लगना – नौकरी/कामधंधे पर लगना या मरना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 9

ठीकरा फोड़ना – दोषारोपण करना

ठीहा होना – रहने का स्थान होना

ठेस पहुँचना/लगना – मन को चोट पहुंचना

ठोंक बजाकर देखना – अच्छे से जांचना

डकार जाना – हड़प जाना

डींग मारना या हाँकना – शेखी बघारना या लंबी लंबी बातें करना

डेढ़/ढाई चावल की खिचड़ी पकाना – दूसरों से अलग काम करना

डोरी ढीली करना – नियंत्रण कर करना या स्वतंत्रता बढ़ाना

डंका पीटना – सार्वजनिक रूप से बताना या प्रचार करना

डंके की चोट पर – सरेआम

डोंड़ी पीटना – ऐलान करना

डंका बजाना – प्रभाव जमाना या नाम ऊंचा करना

डंडी मारना – तराजू के माध्यम से कम तौलना

डकार तक लेना – आसानी से माल हड़प जाना

डुबकी मारना – गायब होना

डूब मरना – बहुत बेज्जत होना

डूबती नैया को पार लगाना – संकट में सहायता करना

डेरा डालना – कहीं बसना

डेरा उठाना – चल देना

डोरे डालना – किसी को अपना बनाने या वश मे करने की कोशिश करना

ढेर हो जाना – मर जाना

ढोल पीटना – सबको बताना

ढपोरशंख होना – सिर्फ बातें करना काम कुछ नहीं

ढर्रे पर आना – पुनरुक्ति करना

ढलतीफिरती छाया – भाग्य का फेर

ढाई ईंट की मस्जिद (सबसे अलग कार्य करना

ढाई दिन की बादशाहत होना या मिलना – कम समय की शानशौकत

ढेर करना – हराना या मार गिराना

ढोल की पोल – खोखला या दिखावा

ढल जाना – किसी के जैसा हो जाना

ढिंढोरा पीटना – सबको बताना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 10

ढोंग रचना – पाखंड करना

तिल का ताड़ बनाना – जरा सी बात को बढ़ा चढ़ा कर कहना

तीन तेरह करना – तितर वितर या नष्ट करना

तकदीर खुलना या चमकना – भाग्य अच्छा हो जाना

तख्ता पलटना – सत्तारूढ़ को हटाकर खुत सत्ता को हथिया लेना

तलवा या तलवे चाटना – चापलूसी या खुशामद करना

तलवे धोकर पीना – खूब सत्कार करना

तलवार की धार पर चलना – बेहद मुश्किल कार्य करना

तलवार सिर पर लटकना – खतरा होना

तवेसा मुँह – बिल्कुल काला चेहरा

तशरीफ लाना – पधारना या आना

तांतसा होना – बिल्कुल पतला होना

ताक पर धरना – छोंड़ देना

ताक में बैठना – मौके कि तलाश में रहना

तारीफ के पुल बाँधना – बहुत प्रशंसा करना

तारे तोड़ लाना – असंभव कार्य कर दिखाना

तिनके का सहारा – थोड़ी ही मदद

तीनपाँच करना – बात काटना

तीर मार लेना – कोई बड़ा काम कर लेना

तीस मारखाँ बनना – खुत को शूरवीर समझना

तूफान उठना – उपद्रव उत्पन्न करना

तेल निकालना – बहुत काम लेना

तेली का बैल – हर वक्त काम में लगे रहने वाला व्यक्ति

तोता पालना – किसी बुरी आदत को लगा लेना

तंग हाल – धनहीन होना

तकदीर फूटना – किस्मत खराब होना

तबीयत आना – किसी पर आस्कत हो जाना

तबीयत भरना – मन या इच्छा भर जाना

तरस खाना – दया करना

तह तक पहुँचना – गुप्त रहस्य को मालूम करना

तहलका मचना – खलबली मचा देना

ताँता बंधना – लगातार लोगों का आते रहना

ताकझाँक करना – इधर उधर देखना

तानकर सोना – निश्चिंत सोना

ताल ठोंकना – लड़ने को ललकारना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 11

ताव आना – गुस्सा आना

तिलतिल करके मरना – धीरे धीरे मृत्यु की तरफ बढ़ना

तिल रखने की जगह होना – पूरी तरह भरा

तिलमिला उठना – कुछ बुरा लगने पर आने वाला गुस्सा

तिलांजलि देना – त्याग देना

तुक होना – बिना औचित्य का

तुल जाना – किसी काम में लग जाना

तूतू मैंमैं होना – कहा सुनी होना

तूल पकड़ना – मामला बढ़ा जाना

तेवर चढ़ाना – गुस्से में भौहें तानना

तैश में आना – गुस्सा आना

तोबा करना – न करने की प्रतिज्ञा लेना

तौलतौल कर मुँह से शब्द निकालना – खूब सोंचकर बोलना

त्यौरी/त्यौरियाँ चढ़ना – गुस्से के कारण माथे पर बल पड़ना

तहपरतह देना – जमकर खाना

तंग करना – हैरान कर देना

तिनके को पहाड़ करना – बात को बढ़ाना

ताड़ जाना – समझ लेना

तेवर बदलना – बदल जाना

ताना मारना – व्यंग्यात्क बात करना

ताक में रहना – खोज में रहना या इंतजार में रहना

तोते की तरह आँखें फेरना – बेमुरौवत होना

त्राहित्राहि करना – संकट में शरण की गुहार लगाना

त्रिशुंक होना – अनिर्णीत स्थिति

थूक कर चाटना – बात से मुकर जाना

थाली का बैंगन होना – सिद्धांतविहीन आदमी

थाह मिलना या लगना – भेद खुलना

थुक्का फजीहत होना – अपमान होना

थुड़ीथुड़ी होना – बदनामी होना

थक कर चूर होना – बेहद थका हुआ

थर्रा उठना – भय के कांपना

थाह लेना – मन का भाव जान लेना

थैली का मुँह खोलना – खूब धन व्यय करना

थूथू करना – घृणा करना

दम टूटना – मर जाना

दिन दूना रात चौगुना – बहुत तेजी से

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 12

दाल में काला होना – संदेह होना

दौड़धूप करना – बहुत कोशिश करना

दो कौड़ी का आदमी – बहुत तुच्छ आदमी

तलवार के घाट उतारना – तलवार से किसी को मारना

दो टूक बात कहना – कम शब्दों में कहना

दो दिन का मेहमान – मरने की कगार पर

दूध के दाँत टूटना – अनुभवहीन होना

दूध का दूध और पानी का पानी कर देना – पूरी तरह इंसाफ करना

दूज का चाँद होना या ईद का चाँद होना – बहुत कम या कभी कभी ही दिखना

दो नावों पर पैर रखना/दो नावों पर सवार होना – एक साथ दो काम करना

दम खींचना या साधना – शांत रह जाना

दमड़ी के तीन होना – बेहद सस्ता होना

दरवाजे की मिट्टी खोद डालना – बार बार उधारी बापस मांगना या तकाजा करना

दरार पड़ना – मदभेद उत्पन्न होना

दाँत काटी रोटी होना – बहुत करीबी मित्र

दसों उंगलियाँ घी में होना – खूब लोभ होना

दाँत पीसना – बहुत गुस्सा आना

दाँत खट्टे करना – पराजित करना

दाँतों तले उँगली दबाना – दंग रह जाना

दाई से पेट छिपाना – बात जानने वाले से छिपना

दाद देना – प्रशंसा करना

दानापानी उठना – रहने का योग न बनना

दिन में तारे दिखाई देना – अधिक परेशानी होना

दिन गँवाना – समय बर्बाद करना

दालभात में मूसलचन्द – अनचाहा तीसरा व्यक्ति

दिन पूरे होना – मृत्यु के करीब होना

दिल टुकड़ेटुकड़े होना या दिल टूटना – निराशा हाथ लगना

दिन पलटना – अच्छे दिन आना

दिनरात एक करना – बहुत मेहनत से लगे रहना

दिमाग सातवें आसमान पर होना – बहुत घमंड़ी होना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 13

दिन आना – अच्छा वक्त आना

दिमाग खाना या खाली करना – फालतू की बात/बहस करना

दिल पर पत्थर रखना – दुख में शांत रहना

दिल पसीजना – दिल पसीजना

दिमाग दौड़ाना – बहुत सोंचना

दिल हिलना – बेहद डर जाना

दिल बागबाग होना – बेहद खुश होना

दिन लद जाना – वक्त व्यतीत हो जाना

दिल कड़ा करना – हिम्मत करना

दिल का गुबार निकालना – मन का मलाल बाहर निकालना

दिल्ली दूर होना – मंजिल दूर होना

दिल का काला या खोटा – कपटी या दुष्ट आदमी

दुनिया की हवा लगना – बुराई के मार्ग पर चलना

दूध का धुला – निर्दोष और शरीफ व्यक्ति

दूध कासा उबाल आना – अचानक गुस्सा आना

दुनिया से उठ जाना – मर जाना

दूध की नदियाँ बहना – धन सम्पदा से सम्पन्न होना

दूध की मक्खी – तुच्छ आदमी

दिल के अरमान निकलना – इच्छा पूर्ण होना

दूध में से मक्खी की तरह निकालकर फेंकना – अनावश्यक को निकालकर अलग करना

दोदो हाथ होना – लड़ाई/हाथापाई होना

दोनों हाथों में लड्डू होना – हर तरह से लाभ होना

दोनों हाथों से लुटाना – खूब खर्च करना

दूर के ढोल सुहावने होना या लगना – बनावट के पीछे की असलियत को न पहचान पाना

देवलोक सिधारना – मरना

दफा होना – चले जाना

दबे पाँव आना/जाना – बिना आहट के

दरदर की खाक छानना/दरदरमारामारा फिरना – इधर उधर भटकना

दशा फिरना – अच्छा समय आना

दाँत निपोरना – गिड़गिड़ाना

दानेदाने को तरसना – भूखे मरना

दामन छुड़ाना – पीछा छुड़ाना

दामन पकड़ना – साथ पकड़ना

दाल गलना – युक्ति सफल होना

दाल रोटी चलना – आजीविका चलना

दिल बल्लियों उछलना – बेहद खुश होना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 14

दिल्लगी करना – मजाक करना

दीवारों के कान होना – किसी के सुन लेने की आशंका

दुखती रग को छूना – कमजोरी को उजागर करना

दुम दबाकर भागना – जरकर भाग जाना

दुलत्ती झाड़ना – दोनों लातों से मारना

दुश्मनी मोल लेना – व्यर्थ की दुश्मनी लेना

दूध की लाज रखना – वीरता भरा कार्य करना

दूध पीता बच्चा – अबोध बालक

दृष्टि फिरना – प्यार कम हो जाना

देखते रह जाना – दंग रह जाना

देखते ही बनना – वर्णनातीत

देह टूटना – शरीर में दर्द होना

देह भरना – मोटा हो जाना

द्वारद्वार फिरना – घर घर मांगना

द्वार लगाना – दरबाजा बंद करना

दरदर भटकना – मारे मारे घूमना

दालभात का कौर समझना – बहुत आसान समझना

दहिना हाथ होना – सबसे करीबी सहायक

दीनदुनिया की खबर होना – एकचित्त होना

दीन दुनिया भूल जाना – एकाग्र होना

दम मारना – आराम करना

दम में दम आना – राहत मिलना

दाँव खेलना – धोखा देना

दिनों का फेर होना – बुरा वक्त आना

दीदे का पानी ढल जाना – बहुत बेशर्म होना

दायेंबायें देखना – सावधान या उत्तरहीन होना

दिल दरिया होना – उदार व्यक्ति

धज्जियाँ उड़ाना – कमियां गिनाना

धूप में बाल सफेद करना – जीवन बिताकर भी अनुभवहीन रहना

धोबी का कुत्ता घर का घाट का – कहीं का न रहना

धतूरा खाए फिरना – मदमत्त रहना

घब्बा लगना – कलंक लगाना

धमाचौकड़ी मचाना – भागना, कूदना और शोर मचाना

धुर्रे उड़ाना – पहुत पिटाई करना

धूल फाँकना – मारा मारा घूमना

धाक जमाना – प्रतिष्ठा बढ़ाना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 15

धीरज बँधाना – तसल्ली दिलाना

धुन का पक्का – लगन के साथ कार्य करने वाला

धुन सवार होना – कार्य करने की लत लगना

धूनी रमाना – विरक्त होकर बैठना या तप करना

धूल चाटना – बुरी तरह पराजित होना

ध्यान में लाना – विचार न करना

ध्यान से उतरना – विस्मृत कर देना

धता बताना – टालना

धरना देना – किसी मांग के लिए बैठना

धोती ढीली होना – जर जाना

ध्यान बँटना – ध्यान हट जाना

धरती पर पाँव रखना – बहद घमंड़ी

धुँआसा मुँह होना – लज्जित होना

नौदो ग्यारह होना – भाग जाना

इधर का, उधर का – किसी पक्ष का नहीं

नाक में दम करना – परेशान करना

निन्यानबे के फेर में पड़ना – धन कमाने में ही दगे रहना

घर का रहना घाट का – हर तरफ से अपेक्षित

नमक हलाल करना – एहसान का बदला चुकाना

उलटे मुँह गिरना – नीचा दिखाने के चक्कर में खुद शर्मिदगी सहन करना

उल्लू बोलना – वीरान स्थान

उल्लू का पट्ठा – पूरा मूर्ख

ऊँच-नीच समझाना – भलाई बुराई की समझ होना

ऊँट के गले में बिल्ली बाँधना – बिना मेल का काम

ऊँट के मुँह में जीरा – बहुत कम वस्तु

ऊल-जलूल बकना – किसी को उल्टी सीधा बोलना

ऊसर में बीज बोना या डालना – व्यर्थ कार्य

ऊँचा सुनना – थोड़ा कम सुनाई देना

ऊपर की आमदनी – मूल आय से अलग की कमाई

ऊपरी मन से कहना/करना – न चाहने की इच्छा के बाद भी कह देना

एक आँख से सबको देखना – सबके साथ एक सा व्यवहार करना

लकीर का फकीर होना – पुरानी पृथाओं पर चलना

लोहा मानना – प्रभुत्व को स्वीकार करना

लेने के देने पड़ना – लाभ के बदले हानि

लँगोटी पर/में फाग खेलना  साधनहीन होने पर भी विलासी होना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 16

लँगोटिया यार – बचपन का मित्र

लल्लो चप्पो करना – खूब खुशामद करना

लाल पीला होना – नाराज होना

लकीर पीटना – बिना सोचे-समझे पुरानी प्रथाओं पर चलते रहना

लगाम कड़ी करना – सख्ती से नियंत्रण रखना

लगाम ढीली करना – सख्ती न करना या नियमों में ढील देना

शर्म से पानीपानी होना – अत्यधिक शर्मिंदा होना

लौ लगना – धुन लगना या प्रेम होना

लंका कांड होना – लड़ाई – झगड़ा होना

लंबे हाथ मारना – खूब धन पा लेना

लकड़ी होना – अत्यधिक दुर्बल होना

लाख टके की बात – अत्यंत उपयोगी बात

लोटपोट कर देना – बहुत हँसाना

लोहा लेना – लड़ाई में सामना करना

लंका ढहाना – किसी संपन्न देश या परिवार का सत्यानाश कर देना

लहू का घूँट पीकर रह जाना – विवशतावश में क्रोध को पीकर रह जाना

लगन लगना – प्रेम/भक्ति होना

लच्छेदार बातें करना – मजेदार बातें करना

लट्टू होना – किसी के प्रति आसक्त होना

लाले पड़ना – किसी वस्तु की कमी पड़ जाना

लुटिया डुबोना – सब चौपट कर देना

लानत भेजना – किसी को धिक्कारना

लेने के देने पड़ना – लाभ की जगह हानि होना

लीपपोतकर बराबर करना – सब कुछ बर्बाद कर देना

लाख से खाक होना – कुछ न रह जाना

लोहा बजना – लड़ाई या युद्ध होना

लग्गी से घास डालना – अपना काम दूसरों पर टालना

वक्त पड़ना – मुसीबत आना

वज्र टूटना – भारी मुसीबत आना

विष घोलना – शक या ईर्ष्या पैदा करना

विष उगलना – कड़वी बात कहना

वेद वाक्य – शत प्रतिशत सत्य

वारान्यारा करना – निपटारा करना या खत्म करना

वाहवाही लूटना – प्रशंसा प्राप्त करना

वीरगति को प्राप्त होना – युद्ध में मर जाना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 17

वक़्त पर काम आना – विपत्ति के समय मदद करना

वार खाली जाना – चाल असफल होना

वचन हारना – अपनी बात को पूरा न कर पाना

वचन देना – किसी बात को पूरा करने की कसम खाना

शैतान की खाला – बेहद दुष्ट स्त्री

शंख के शंख रहना – मूर्ख के मूर्ख बने रहना

शक़्कर से मुँह भरना (खुशखबरी सुनाने वाले को मिठाई खिलाना

शह देना – उत्साह बढ़ाना

शहद लगा कर चाटना – निरर्थक वस्तु को संभाल कर रखना

शेर होना – निडर और बहादुर होना

शैतान का बच्चा – बेहद नीच और दुष्ट आदमी

शेखी बघारना/मारना – खुद ही अपनी झूठी प्रशंसा करना

शकुन देखना/विचारना – शुभ-अशुभ का विचार करना

शरीर टूटना – शरीर में दर्द होना

शह देना  – उकसाना

शहद लगाकर चाटना – निरर्थक वस्तुओं को सँभाल कर रखना

शामत आना – मुसीबत आना

शिकस्त देना – पराजित करना

शिगूफा खिलाना/छोड़ना – कोई अनोखी बात करना

शीशे में अपना मुँह देखना – स्वयं की योग्यता पर विचार करना

शौक चर्राना – इच्छा का तीव्र होना

मोटा असामी मिलना – शिकारहाथलगना

शहीद होना – देश के लिए मर जाना

शोभा देना – उचित लगना

शर्म से गड़ जाना – बहुत लज्जित होना

शान में बट्टा लगना – इज्जत में दाग लगना

शैतान की आँत – बहुत बड़ी वस्तु

श्रीगणेश करना – शुभारम्भ करना

षटराग (खटराग) अलापना – रोना-गाना, बखेड़ा शुरू करना या झंझट करना

सर्द हो जाना – डरना या मरना

साँपछछूंदर की हालत – दो तरफा गंभीर स्थिति

समझ (अक्ल) पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना

सिक्का जमना – प्रभाव जमना

सवा सोलह आने सही – पूर्णतः सही

सर गंजा कर देना – बहुत पीटना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 18

सफेद झूठ – पूर्णतः असत्य

संसार देखना – सांसारिक अनुभव प्राप्त करना

संसार बसाना – विवाह करके पारिवारिक जीवन व्यतीत करना

सनीचर सवार होना – बुरे दिन शुरु हो जाना

संसार सिर पर उठा लेना (बहुत उपद्रव करना

सरकारी मेहमान – कैदी

सराय का कुत्ता – स्वार्थी आदमी

साँप का बच्चा – बहुत दुष्ट व्यक्ति

साँप लोटना – ईर्ष्या से अत्यन्त दुःखी होना

सागपात समझना – तुच्छ समझना

साया उठ जाना – संरक्षक की मृत्यु हो जाना

सूरज पर थूकना – निर्दोष व्यक्ति पर लांछन लगाना

सेर को सवा सेर मिलना – बलवान का अधिक बलवान से पाला पड़ जाना

सोने की चिड़िया – धनी देश

स्वाहा होना – सब जलकर नष्ट हो जाना

संतोष की साँस लेना – राहत अनुभव करना

सकते में आना – चकित रह जाना

सनक सवार होना – कोई कार्य करने की धुन लग जाना

सन्न रह जाना – कुछ करते न बनना

सन्नाटा छाना – सब लोगों का चुप हो जाना

सबक मिलना – शिक्षा या दंड मिलना

सब्जबाग दिखाना (झूठी आशाएँ दिलाना

समाँ बाँधना – रंग जमाना

सर्दी खाना – ठंड लग जाना

सरपट दौड़ाना – बिना देखे बस दौड़े जाना

मुहावरे और उनके अर्थ भाग 19

साँप को दूध पिलाना – दुष्ट को प्रश्रय देना

साँप सूँघ जाना – हक्का बक्का रह जाना

साँस लेने की फुर्सत होना – बहुत अधिक व्यस्त होना

सात खून माफ करना – बहुत बड़े अपराध माफ करना

सात परदों में रखना – बहुत अंदर छिपाकर रखना

सिर चढ़ना – अशिष्ट या उदंड होना

सातवें आसमान पर चढ़ना – घमंडी होना

सिर खाना – व्यर्थ की बातों से तंग करना

सिर नीचा करना – इज्जत खराब कर देना

सिट्टीपिट्टी गुम हो जाना – बहुत अधिक डर जाना

सिर पटकना – पछताना

सिर फिरना – पागल हो जाना

सीधे मुँह बात करना – अत्यधिक घमंड करना

सुनी अनसुनी करना – ध्यान न देना

सुनतेसुनते कान पक जाना – एक ही बात को सुनते-सुनते ऊब जाना

सुर्खाब के पर लगना – कोई विशेष गुण होना

सुईं का भाला बनाना – छोटी-सी बात को बढ़ाना

सूख कर काँटा हो जाना – बहुत दुबला हो जाना

सेंध लगाना – चोरी करने के लिए दीवार में छेद करना

सोने पे सुहागा – और बेहतर होना

सौ बात की एक बात – असली बात या बात का निचोड़

सौदा पटना – भाव ठीक होना

सितारा चमकना या बुलंद होना – सौभाग्य के दिन आना

सुबह का चिराग होना – समाप्ति पर आना

सिप्पा भिड़ाना – उपाय करना

सातपाँच करना – आगे पीछे करना

सैकड़ों घड़े पानी पड़ना – अत्यधिक लज्जित होना

सन्नाटे में आना/सकेत में आना – स्तब्ध हो जाना

सब धान बाईस पसेरी – सबके साथ एक-सा व्यवहार

सात जनम में – कभी भी

षटकरम करना – सभी उपाय कर लेना

कलई खोलना – भांडा फोड़ना

कलेजा काँपना – बहुत डरा हुआ होना

कलेजा टुकड़े-टुकड़े होना – अत्यधिक दुखी होना

दुकान बढ़ाना – दुकान बंद करना

कलेजा ठण्डा होना – सुकून मिलना

कलेजा दूना होना – जोश व उत्साह से भर जाना

कलई खुलना – भेद प्रकट हो जाना

कलेजा पसीजना – दया आना

कलेजे पर पत्थर रखना – बहुत कठिनाई से

कलेजा फटना – बहुत दुखी होना

कलेजे का टुकड़ा – अत्यंत प्रिय

कलेजे पर छुरी चलना – किसी की बातें चुभना

कलेजा पत्थर का करना – नर्दयी व कठोर बन जाना

कलेजे में आग लगना – ईर्ष्या होना

कसक निकलना – बदला लेना या चुकाना

कसाई के खूँटे से बाँधना – क्रूर व निर्दयी को सौंपना

कहर टूटना – भारी मुसीबत पड़ना

कहानी समाप्त होना – मर जाना या खत्म हो जाना

काँटे बोना – किसी का बुरा करना

काँटों पर लोटना – बहुत व्याकुल होना

काँव-काँव करना – बहुत शोर मचाना

कागज की नाव – ज्यादा देर न टिकने वाली चीज

काटो तो खून नहीं – स्तब्ध रह जाना

कौड़ियों के मोल बिकना – बहुत सस्ता होना

काजल की कोठरी – कलंकित स्थान

कौड़ी के तीन-तीन होना – अत्यधिक सस्ता

कौड़ी-कौड़ी दाँतों से पकड़ना – अत्यधिक कंजूस होना

क्रोध पी जाना – गुस्से को उजागर न होने देना

कंचन बरसना – खूब लाभ होना

कन्नी काटना – आँख बचाकर भाग जाना

कच्चा खा जाना – कठोर दंड देना

कानून छाँटना – फालतू के तर्क देना

किस्मत की धनी – भाग्यशाली व्यक्ति

कूप मंडूक – सीमित दायरे के ज्ञान वाला

कान पकना – एक ही बात सुन सुन कर परेशान हो जाना

काले पानी की सजा देना – देश निकाला

केंचुल बदलना – व्यवहार में बदलाव

कोठे पर बैठना – वैश्या का काम करना

क्या से क्या हो जाना – पूरी तरह बदल जाना

क्या पड़ी है – कोई जरुरत नहीं

कलेजा फटना – दिल को बहुत दर्द पहुंचना

करवटें बदलना – अड़चन डालना

काला अक्षर भैंस बराबर – पूरा अनपढ़ व्यक्ति

काँटों में घसीटना – संकट नें डालना

काम तमाम करना – किसी को मार डालना

किनारा करना – अलग हो जाना

कोदो देकर पढ़ना – अधूरी शिक्षा पाना

कपास ओटना – सांसारिक कार्यों में पड़ जाना

कौड़ी काम का न होना – निठल्ला व्यक्ति

कौड़ी-कौड़ी जोड़ना – पैसे बचाना

कटे पर नमक छिड़कना – संकट में और परेशान करना

कोहराम मचाना – चीख पुकार करना

अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भष्ट हो जाना

अंक भरना – स्नेह से लिपटा लेना

अंग टूटना  – थकान के मारे दर्द होना

अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना – खुद अपनी तारीफ करना

अक्ल का चरने जाना – समझ का अभाव होना

अपने पैरों पर खड़ा होना – स्वालंबी होना

अक्ल का दुश्मन – मूर्ख व्यक्ति

अपना उल्लू सीधा करना – किसी से अपना मतलब निकाल लेना

अँगूठा दिखाना – वक्त आने पर धोखा दे जाना

अँचरा पसारना – किसी से माँगना या याचना करना

अण्ड-बण्ड कहना – किसी को भला बुरा कहना

अन्धाधुन्ध लुटाना – बिना सोच विचार किए खर्च करना

अन्धा बनना – आगे पीछे कुछ न देखना

अण्टी मारना – अपनी चाल चलना

अन्धा बनाना – किसी को धोखा देना

अन्धा होना – विवेकहीन हो जाना

अकेला दम – अकेला व्यक्ति

अन्धे की लकड़ी – एकमात्र सहारा

अन्धेरखाता – अन्याय

अक्ल की दुम – खुद को बहुत समझदार मानने वाला

अन्धेर नगरी – जहाँ सिर्फ धांधली का बोलबाला हो

अगले जमाने का आदमी – बहुत ही सीधा सादा व्यक्ति

अढाई दिन की हुकूमत – कुछ ही समय की शानोशौकत

अत्र-जल उठना – रहने का संयोग न होना या मर जाना

अत्र-जल करना  – जलपान करना या नाराजगी के बाद कुछ खाना

अपना किया पाना – किये गए कर्म का फल भुगतना

अपना-सा मुँह लेकर रह जाना – शर्मिंदा होना

अत्र लगना – सेहतमंद होना

अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना

अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना – समस्या मोल लेना

अब-तब करना – बहाना बनाना

अक्ल ठिकाने लगना – गलती समझ आना

अपना सिक्का जमाना – अपना प्रभुत्व स्थापित करना

अगर-मगर करना – तर्क या टालमटोल करना

अपना रास्ता नापना – चले जाने को कहना

अपना सिर ओखली में देना – जानकर संकट में पड़ना

अपनी खाल में मस्त रहना – खुद में ही संतुष्ट रहना

अढाई चावल की खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना

अक्ल का अजीर्ण होना – जरूरत से ज्यादा समझदार होना

अक्ल दंग होना – चकित रह जाना

अंगारों पर पैर रखना – स्वयं को खतरे में डालना

अक्ल का पुतला – बहुत वुद्धिमान व्यक्ति

अन्त पाना – भेद पा लेना

अन्तर के पट खोलना – दिल की बात कहना या विवेक से काम लेना

अक्ल के घोड़े दौड़ाना – कल्पना करना

अपने दिनों को रोना – अपनी दुर्दशा पर रोना

अलाउद्दीन का चिराग – अद्भुत चीज

अल्लाह को प्यारा होना – मर जाना

अपनी डफली आप बजाना – खुद के मन की करना

अंग-अंग मुसकाना – बहुत अधिक प्रसन्न होना

अगवा करना – किसी का अपहरण कर लेना

अति करना – सीमा पार कर देना

अपना-अपना राग अलापना – किसी दूसरे की न सुनना

अपनी राम कहानी सुनाना – खुद का हाल वयां करना

अरमान निकालना – इच्छा पूरी कर लेना

अन्धों में काना राजा – पूरे अज्ञानिओं में अल्पज्ञानी को सम्मान

अंकुश देना – दबाव डालना

अंग में अंग चुराना – शर्माना

खूँटा गाड़ना – रहने का स्थान निर्धारित करना

अंग-अंग फूले न समाना – बहुत अधिक प्रसन्न होना

अंगार बनना – गुस्से से लाल होना

अंडे का शाहजादा – पूरा अनुभवहीन व्यक्ति

अठखेलियाँ सूझना – किसी से दिल्लगी करना

अँधेरे मुँह – बिल्कुल सुबह सुबह

अड़ियल टट्टू – रुक रुक कर काम करने वाला

अपना घर समझना – संकोच न करना

अड़चन डालना – किसी काम में बाधा डालना

अरण्य-चन्द्रिका – निष्प्रयोजन पदार्थ

खाक छानना – भटकना

खून-पसीना एक करना – बहुत मेहनत करना

खरी-खोटी सुनाना – किसी को भला बुरा कहना

खून खौलना – बहुत गुस्से में होना

खून का प्यासा – जानी दुश्मन

खेत रहना या आना – वीरगति को प्राप्त होना

खेल खेलाना – परेशान करना

खटाई में डालना – काम को लटकाना

खबर लेना – किसी के विरुद्ध कार्यवाही करना

खाई से निकलकर खंदक में कूदना – एक परेशानी से निकलकर दूसरी में पड़ जाना

खाक फाँकना – मारे मारे घूमना

खाक में मिलना – सब कुछ नष्ट हो जाना

खाना न पचना – व्याकुल रहना

खा-पी डालना – सब खर्च कर डालना

खाने को दौड़ना – किसी पर गुस्से से टूट पड़ना

खिचड़ी पकाना – गुप्त बात या षणयंत्र करना

खीरे-ककड़ी की तरह काटना – अंधाधुंध मारकाट

खुदा-खुदा करके – बड़ी मु्श्किल से

खुशामदी टट्टू – बहुत खुशामद करने वाला

खून-पसीना एक करना – कठिन परिश्रम करना

खून के आँसू रुलाना – किसी को बहुत दुखी करना

अब-तब होना – मरने के करीब होना

खून के आँसू रोना – बेहद दुखी होना

खून-खच्चर होना – बुरी तरह लड़ाई होना

ख्याली पुलाव पकाना – कल्पनाशील बातें करना

खून सवार होना – बहुत गुस्से में होना

खून पीना – दुखी करना या शोषण करना

अंग-अंग ढीला होना – बहुत ज्यादा थक जाना

काठ का उल्लू – पूरा मूर्ख आदमी

कान का कच्चा – बिना सोचे समझे भरोसा करने वाला

कान काटना – चालाकी में माहिर

काठ में पाँव देना – जानकर विपदा में पड़ना

कान खाना – एक ही बात को बार बार कहना

कान गर्म करना – दंड देना

काठ मार जाना – सन्न रह जाना

कान या कानों पर जूँ न रेंगना – बात न सुनना या सुनकर अनसुना कर देना

कान में रुई डालकर बैठना – किसी की बात न सुनना

कानाफूसी करना – चुगली करना

कानी कौड़ी न होना – जेब खाली होना

कानोंकान खबर न होना – किसी को बिना बताए कोई काम करना

काफूर हो जाना – गायब हो जाना

काम तमाम करना – मार डालना

कायापलट होना – पूरी तरह बदल जाना

काल के गाल में जाना – मृत्यु को प्राप्त होना

कालिख पोतना – कलंक लगाना

काले कोसों जाना या होना – अत्यधिक दूर होना

किला फतह करना – बहुत मुश्किल काम करना

किसी के कंधे से बंदूक चलाना – दूसरे को आगे कर काम करना

किसी के आगे दुम हिलाना – खुशामद करना

कीचड़ उछालना – बदनाम करना

कीड़े पड़ना – दोष होना

कुएँ का मेंढक – सीमित दायरे वाला

कान फूँकना या कान भरना – किसी के विरुद्ध भड़काना

कुएँ में कूदना – संकट का काम करना

कुएँ में बाँस डालना – खूब खोजना

कुत्ता काटना – पागल होना

कुत्ते की नींद सोना – सचेत होकर सोना

कुल्हिया में गुड़ फोड़ना – छिपाकर किया गया कार्य

कोढ़ में खाज होना – विपदा पर विपदा

बात की बात में – तुरंत

बाजार गर्म होना – खूब विक्री होना

बात का धनी – वादे का पक्का

बात चलाना – चर्चा करना

कोर-कसर न रखना – दिल लगाकर प्रयास करना

बात रहना – वादा पूरा करना

मुँह काला होना – अपमानित/कलंकित होना

बातों में उड़ाना – मजाक में उड़ा देना

बात पी जाना – बर्दाश्त करना

बाल की खाल निकालना – बात को हद से ज्यादा खोदना

बालू की भीत – जल्द नष्ट होने वाली वस्तु

भानमती का कुनबा जोड़ना – अलग अलग जगह से चीजों को इकट्ठा करना

भंडा फूटना – पोल खुल जाना

भंडा फोड़ना – किसी की पोल खोलना

भगवान को प्यारे हो जाना – मर जाना

भरी थाली में लात मारना – कीमती चीज/मौके को छोड़ देना

भांजी मारना – बनता काम बिगाड़ना

भेड़ की खाल में भेड़िया – देखने में सीधा और अंदर से खतरनाक

भैंस के आगे बीन बजाना – मूर्ख को समझाना

भनक पड़ना – सुनाई पड़ जाना

भाड़ झोंकना – समय बर्वाद करना

भाड़े का टट्टू – किराए का आदमी

भूत उतरना – शांत हो जाना

भूत बनकर लगना – पूरी तरह से जुट जाना

भृकुटि तन जाना – गुस्सा आना

भोग लगाना – भगवान के आगे कुछ खाद्य सामग्री रखना

भभूत रमाना – साधु बन जाना

भर नजर देखना – अच्छे से देखना

भँवरा बना फिरना – रस का प्यासा फिरना

भाग्य खुलना – किस्मत अनुकूल हो जाना

भाग्य फूटना – किस्मत खराब होना

भुजा उठा कर कहना – प्रतिज्ञा करना

भूँजी भाँग होना – बहुत गरीब होना

भेड़ियाधसान होना – किसी की देखादेखी करना

भारी लगना – असहय होना

मुँह धोए रखना – इंतजार करना

मुँह में पानी आना – लालच की निशानी

मैदान मारना – जीत लेना

मुट्ठी गरम करना – रिश्वत देना

मुँह बंद कर देना – शांत/निरुत्तर कर देना

मीठी छुरी – दिखावे का मीठा परंतु अंदर से कपटी आदमी

मुँह अँधेरे – बिल्कुल सुबह

मस्तक ऊँचा करना – प्रतिष्ठा बढ़ना

मुँह की खाना – हारना या बेज्जती करा लेना

मक्खन लगाना – चापलूसी करना

मक्खी मारना – खाली बैठे रहना

मगजपच्ची करना – समझाने की कोशिश करना

मगरमच्छ के आँसू – दिखावटी सहानुभूति

मरने को भी छुट्टी होना – बहुत व्यस्त होना

मुँह चुराना – सामने न आना

महाभारत मचाना – भयंकर लड़ाई होना

मांग उजाड़ना – पति की मृत्यु होना

मुँह पर कालिख लगना – कलंकिल होना

मुँह पर ताला लगना – पूर्ण रूप से शांत होना

मिट्टी डालना – छुपाना

मुँह पर थूकना – सामने बुरा भला कहना

मुँह फुलाना – नाराज होना

मिजाज आसमान पर होना – अधिक घमंड होना

मुँह सिलना – चुप रहना

मुँह काला करना – कलंक लगाना

मरम्मत करना – किसी को पीटना

मुँह जूठा करना – थोड़ा खाना या व्रत तोड़ना

मुँहतोड़ जबाब देना – करारा उत्तर देना

मुँह निकल आना – कमजोरी का प्रतीक

मुँह की बात छीन लेना – दुसरे के मन की बात कह देना

मूँछ मुड़वाना – हार मान लेना

मुँह मोड़ना – साथ छोड़ना

मुँह लगाना – ज्यादा आजादी दे देना

मूँछ उखाड़ना – सम्मान मिटाना

मुँह में खून लगना – अनुचित पाने की आदत पड़ना

मूँछों पर ताव देना – प्रतिष्ठा दिखाना

मूलीगाजर समझना – बहुत तुच्छ समझना

मैदान छोड़ना – युद्ध भूमि से भाग जाना

मन उड़ाउड़ा सा रहना – मन का अस्थिर होना

मन डोलना – इच्छा भटकना

मजा किरकिरा होना – खुशी में बाधा डालना

मन में चोर होना – मन में दगाबीजी का भाव होना

मजा चखाना – सजा देना

मन कच्चा होना/करना – हिम्मत हारना

मन की मन में रह जाना – इच्छा पूरी होना

म्यान से बाहर होना – बहुत गुस्से में होना

मन बढ़ना – हौसला बढ़ना

मन मसोस कर रह जाना – अन्तरभावों को प्रकट न कर पाना

मिट्टी का माधो – मूर्ख आदमी

मन में बसना – पसंद आ जाना

मन रखना – इच्छा पूरी करना

मस्ती मारना – मौज उड़ाना

मन मार कर रह जाना – मन की न कर पाना

मिट्टी पलीद करना – दुर्गति करना

माथा ठनकना – आशंकित होना

माथा फिरना – दिमाग खराब होना

मारमार कर चमड़ी उधेड़ देना – बुरी तरह पीटना

माथापच्ची करना – बहुत समझाना

मारामारा फिरना – फालतू में भटकना

माला फेरना – माला के एक एक दाने को किसी के नाम के साथ गिनना

मिट्टी खराब करना – दुर्दशा करना

मिलीभगत होना – गुप्त सहमति होना

मुट्ठी में होना – वश में होना

मुराद पूरी होना – कामना पूर्ण होना

मेल खाना – संगत के समान होना

मोटे तौर पर – साधारण तौर पर

मोर्चा मारना – जीतना

मोर्चा लेना – सीमा की जिम्मेदारी लेना या डटना

मोलभाव करना – कीमत निर्धारण के लिए बातचीत

मौका हाथ आना – अवसर मिलना

मौत के मुँह में जाना – जोन जोखिम में डालना

मौत बुलाना – बेहद खतरे का काम करना

मर मिटना – बलिदान होना

मुठभेड़ होना – सामना होना

मुफ़्त की रोटियाँ तोड़ना – बिना परिश्रम के बैठे बैठे खाना

मोम हो जाना – कोमल हो जाना

मांस नोचना – परेशान करना

मन फट जाना – विराग हो जाना

मन के लड्डू खाना – काल्पनिक आशा पर खुश होना

मीनमेख करना – बिना अर्थ का तर्क करना

मन खट्टा होना – मन हट जाना

मोटा आसामी – मालदार व्यक्ति

यमपुर पहुँचाना – हत्या कर दना

युक्ति लड़ाना – उपाय निकालना

यश गाना – प्रशंसा करना

रंग में ढलना – प्रभाव में आना

यश मिलना – सम्मान मिलना

रंग चढ़ना – प्रभावित होना

यश मानना – कृतज्ञता व्यक्त करना

रंग उड़ना या रंग उतरना – फीका होना

युगधर्म – समय की चाल/व्यवहार

रंग जमना – धाक जमना

युगांतर उपस्थित करना – पुरानी पृथा की जगह नई डालना

रंग बदलना – बदल जाना

रंग जमाना – रौब जमाना

युगयुग – बहुत लंबे समय तक

रंग में भंग करना – खुशी में वाधा डालना

यारी गाँठना – मित्रता करना

रंग लाना – प्रभाव दिखाना

रँगा सियार – धोखेबाज व्यक्ति

रफू चक्कर होना – गायब हो जाना

रंग उड़ना – रौनक खत्म होना

राईकाई करना – छिन्न-भिन्न करना

ह से शुरु होने वाले मुहावरे –

  • हाथोहाथ – बहुत जल्दी
  • हथियार डाल देना – हार मान लेना
  • हड्डीपसली एक करना – बहुत अधिक पीटना
  • हाथों के तोते उड़ जाना – भौंचक्का या स्तब्ध हो जाना
  • हँसीखेल समझना – बहुस आसान समझना
  • हवा उड़ना – अफवाह या खबर फैलना
  • हथेली पर सरसों जमाना – जल्दी करना
  • हवा के घोड़े पर सवार होना – बहुत जल्दी में होना
  • हवा बिगड़ना – पहले जैसी बात न रह जाना
  • हजम करना – हड़प लेना
  • हवा में किले बनाना – काल्पनिक योजनाएँ बनाना
  • हवा से बातें करना – हवा जैसे तेज दौड़ाना
  • हालत खस्ता होना – कष्टमय परिस्थिति होना
  • हिरण हो जाना – गायब हो जाना
  • हृदय उछलना – बहुत आनन्दित होना
  • हृदय पत्थर हो जाना – निर्दय हो जाना
  • होंठ काटना – गुस्सा होना
  • हक अदा करना – कर्ज चुकाना
  • हत्थे चढ़ना – वश में आना
  • हथेली पर जान लिए फिरना – मरने को तैयार रहना
  • हरी झंडी दिखाना – कार्य प्रारंभ का संकेत या अनुमति मिलना
  • हक्काबक्का रह जाना – हैरान रह जाना
  • हवा बदलना – स्थिति बदलना
  • हवाइयाँ उड़ाना – चेहरे का रंग पीला पड़ जाना
  • हाथ को हाथ सूझना – बहुत घना अंधकार होना
  • हाथोंहाथ बिक जाना – तुरन्त बिक जाना
  • होश उड़ जाना – घबड़ा जाना
  • हाथपाँव फूल जाना – घबरा जाना
  • हाथपाई होना – मारपीट होना
  • हेकड़ी निकालना – अभिमान तोड़ना

ह से शुरु होने वाले मुहावरे –

  • होड़ करना – प्रतिस्पर्धा करना
  • होश सँभालना – वयस्क या समझदार होना
  • हौसला पस्त होना – हतोत्साहित होना
  • हौसला बढ़ाना – हिम्मत बढ़ाना
  • हजामत बनाना – ठगना
  • हवा लगना – संगति का प्रभाव पड़ना
  • हवा खिलाना – कहीं भेजना
  • हड़प जाना – हजम कर जाना
  • हल्का होना – तुच्छ या कम होना
  • हल्दीगुड़ पिलाना – खूब पीटना
  • हवा पर उड़ना – बहुत इतराना
  • हृदय पसीजना – दयार्द्र होना या द्रवित होना
  • हरिश्चन्द्र बनना – सत्यवादी बनना
  • हल्दी लगाना – शादी होना
  • हरियाली सूझना – खुशी में मग्न
  • हवा हो जाना – गायब हो जाना
  • हाँमेंहाँ मिलाना – रह बात पे हाँ करना
  • हायहाय करना – संतोष न होना
  • हिचकी बँधना – बेहद रोना
  • हुक्का पानी बंद करना – मतलब न रखना
  • हुलिया बिगड़ जाना – चेहरा विकृत होना
  • हेकड़ी दिखाना – रौब दिखाना
  • हेटी होना – अपमान होना
  • होठ चाटना – खाने के लिए लालच करना
  • होश की दवा करना – समझकर बात करना
  • होश ठिकाने आना – समझ में आना
  • हौसला बुलंद होना – जोश से परिपूर्ण होना
  • हाय तोबा करना – बहुत परेशान होना
  • हँसकर बात उड़ाना – ध्यान न देना
  • हँसतेहँसते पेट में बल पड़ना – बहुत अधिक हसना

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मुहावरेअर्थ
फूट डालना मतभेद पैदा करना
लोहे के चने चबानाबुरा हाल होना या करना
लुटिया डूबनाकिसी काम का चौपट हो जाना
वचन से फिर जानाअपनी प्रतिज्ञा न निभाना
सर धुननागम मनाना
सठिया जानाउम्र के साथ बुद्धि कम हो जाना
सिर पर खड़े होनाबहुत पास में आकर खड़े हो जाना
शेर का बच्चाबहुत बहादुर होना
सोलह सिंगारपूरी तरह सजना संवरना
नमक का हक अदा करनाबदला/ऋण/एहसान चुकाना
नमक-मिर्च लगाना बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना
नाक में दम करना बहुत परेशान करना
नस-नस ढीली होना बेहद थका हुआ
नयनों का तारा अत्यन्त प्रिय व्यक्ति
नमकहराम होना एहसान न मानना न चुकाना
नाक में नकेल डालना अपने नियंत्रण में लेना
नाक ऊँची रखना प्रतिष्ठा बढ़ाना
नाक का बाल होना अत्यंत प्रिय होना
नाकों चने चबाना बहुत परेशान करना
नाक रगड़ना विनती करना
नंगा नाच करना खुलेआम नीचता दिखाना
नाम उछालना बदनाम करना
नंबर दो का पैसा/रुपया अवैध रुप से कमाना गया पैसा
नाक रखना इज्जत रखना
नंगा कर देना असलियत जाहिर करना
नाक कटना इज्जत खराब होना
नाक काटना इज्जत खराब करना
नीला-पीला होनाबहुत गुस्सा करना
लंबी-चौड़ी हाँकना गप्प मारना
नाम डुबोना सम्मान/प्रतिष्ठा खोना
नकेल हाथ में होना पूरी तरह नियंत्रण में लेना
नस-नस पहचानना किसी को बहुत अच्छे से जानना
नशा उतरना/काफूर होना घमंड दूर करना
नखरे उठाना हर बात मानना
न लेना न देनाकोई संबंध न रखना
नाक के नीचे बहुत करीब
नब्ज छूटना मर जाना
नसीब फूटना भाग्य खराब होना
नजर डालना देखना
नजर बचाकर बिना दिखे
नुक़्ताचीनी करना आलोचना करना या दोष निकालना
नजर अंदाज करना उपेक्षा करना
नानी मर जाना बहुत कष्ट होना
नजर से गिरना सम्मान कम हो जाना
नजरबंद करना कैद में रखना
नाम कमाना ख्याति पाना
नाक पर मक्खी न बैठने देना कोई आक्षेप न लगने देना
नाक भौं चढ़ाना घृणा दिखाना या नापसंद करना
प्राणों पर खेलना प्राणों को संकट में डालना
पीठ ठोंकना शाबासी देना
प्राण हथेली पर लेना जान जोखिम में डालना
पॉकेट गरम करना रिश्वत देना
पीठ की खाल उधेड़ना बेहद कड़ी सजा देना
पलकों पर बिठाना बहुत सुख से रखना
पलकें बिछाना बेहद श्रद्धापूर्वक आदर सत्कार करना
पाँव धोकर पीना बहुत ही सम्मान करना
पर कटना शक्तिहीन होना
पंख लगना चतुराई के लक्षण प्रकट करना
पंथ निहारना/देखना इंतजार करना
पटरा कर देना चौपट कर देना
पत्ता खड़कना आशंका होना
पेट का हल्का जो कोई बात न छुपा सके
पेट का गहरा राज को छुपा सकने वाला
पर्दाफाश होना भेद खुल जाना
पर्दाफाश करना भेद खोलना
पाँव फूलना बहुत डर जाना
पाँव तले से धरती खिसकना अचानक परिस्थित बेहद प्रतिकूल हो जाना
पानी फेरना समाप्त या नष्ट कर देना
पल्ला झाड़ना पीछा छुड़ाना
पट्टी पढ़ाना गलत राय देना
पत्थर का कलेजा कठोर दिल वाला व्यक्ति
पारा चढ़ना गुस्सा होना
पारा उतरना गुस्सा कम हो जाना
पत्थर की लकीर पक्की बात
पर्दा उठना भेद खुल जाना
पहाड़ टूट पड़ना भारी विपदा आना
पगड़ी रखना इज्जत बचाना
पेट काटना भोजन तक में बचत करना
पौ बारह होना खूब लाभ होना
पेट में चूहे कूदना जोरों की भूख लगना
पट्टी पढ़ाना गलत राय देना
पानी उतारना इज्जत उतारना
पगड़ी उतारना बेज्जत करना
पानी-पानी होना अधिक लज्जित होना
पाँचों उँगलियाँ घी में होना पूरी तरह से लाभ होना
परछाई से भी डरना बहुत डरना
न्योछावर करना त्याग या बलिदान करना
नींव डालना शुरुवात करना
नौकरी बजाना कर्तव्यों का पालन करना
नींद हराम करना चिंता आदि के कारण परेशान होना
पत्ता काटना किसी का स्थान लेना या औदे से हटाना
नीचा दिखाना अपमानित करना
नजर पर चढ़ना पसंद आना
नोंक-झोंक होना कहा सुनी होना
नौबत आना संयोग बनना
नजर चुराना सामने पड़ने से बचना
नाच नचाना बहुत तंग करना
नेकी और पूछ-पूछ बिना कहे ही भलाई करना
पानी करना सरलीकरण
पैर पकड़ना माफी मांगना
पोल खोलना रहस्य प्रकट करना
पेट में बल पड़ना हद से ज्यादा हंसना
पैर न टिकना स्थायी रूप से कुछ समय भी न रहना
पैर फैलाकर सोना निश्चिंत रहना
पैर उखड़ना भाग जाना
पोल खुलना छुपा हुआ दोष सामने आ जाना
पैंतरे बदलना नई चाल चलना
पानी फिर जाना बर्बाद हो जाना
पैसा डूबना घाटा होना
प्राण हरना जान से मार देना
प्राण सूखना बहुत डर जाना
प्राणों की बाजी लगाना जिंदगी की परवाह न करना
पैसा खींचना चतुराई से धन ले लेना
पानी देना सींचना या तर्पण करना
पानी पर नींव डालना न टिकने वाली वस्तु को आधार बनाना
प्रशंसा के पुल बाँधना बहुत तारीफ करना
पहलू बचाना खुद को अलग रखना
पते की कहना काम की बात कहना
पौ फटना सुबह होना
पानी पीकर जाति पूछना कार्य करने के बाद उसके औचित्य का निर्णय करना
पानी में आग लगाना असंभव कार्य करना
पानी न माँगना तुरंत मर जाना
पानी लगना (कहीं का) स्थान विशेष के वातावरण का असर होना
पानी रखना प्रतिष्ठा की रक्षा करना
पेट पीठ एक होना बहुत पतला शरीर होना
पाला पड़ना वास्ता पड़ना
पुरानी लकीर का फकीर होना/पुरानी लकीर पीटनापुरानी चाल मानना
पेट पर लात मारना रोजी छिन जाना
पार लगाना उद्धार करना
पीस डालना नष्ट/समाप्त कर देना
पिल पड़ना शुरु कर देना
पेट में दाढ़ी होना बेहद चालाक होना
पिंड छुड़ाना पीछा छुड़ाना
पुर्जा ढीला होना अक्ल का कम होना
पीठ दिखाना काम न आना या मना कर देना
पेट में बात न पचना बात को न छुपा सकना
पूरा न पड़ना कम पड़ जाना
पलकों में रात बीतना सारी रात नींद न आना
पाँव पड़ना विनती करना
पानी की तरह रुपया बहाना बेहद खर्च करना
पलक-पाँवड़े बिछाना बेहद श्रद्धापूर्वक स्वागत करना
पापड़ बेलना कष्टमय जीवन व्यतीत करना
पल्ला छुड़ाना छुटकारा पाना
पाँवों में मेंहदी लगना कहीं जाने मे असमर्थ होना
पसीने की कमाई मेहनत से कमाया गया धन
पाप का घड़ा भरना पाप की पराकाष्ठा
पाँव में बेड़ी पड़ना स्वतंत्रता छिन जाना
पाँसा पलटना किस्मत बदलना
पानी जाना प्रतिष्ठा समाप्त होना
अँगुली पकड़कर पहुँचा पकड़नाथोड़ा मिलने पर अधिक की कामना करना
कोरा जवाब देनासीधे मना कर देना
अँगूठा छापपूरा अनपढ़
अंगारे उगलनाबहुत कटुता भरी बातें करना
अँगुली उठानाकिसी की ईमानदारी पर सवाल उठाना
अंगूर खट्टे होनाकिसी चीज के न मिलने पर उसमें कमी निकालना
कोल्हू का बैलबहुत मेहनती आदमी
अंजर-पंजर ढीला होनाथकान से बदहाल हो जाना
अंगारों पर लोटनाईर्ष्या से व्याकुल हो उठना
अंधा बननापूरा भरोसा करना
अंधेर मचनाअत्याचार होना
खून ठण्डा होनाउत्साहरहित होना
अंधे के हाथ बटेर लगनाजिसे उसकी कीमत ही पता न हो उसे कोई कीमती वस्तु मिल जाना या बिना परिश्रम के मिल जाना
अक्ल के पीछे लट्ठ लेकर फिरनाहर समय मूर्खता भरा काम करना
अंतड़ियों के बल खोलनाकाफी समय बाद पेट भर के खाना खाना
खेल बिगड़नाकाम बिगड़ना
अंधे को दो आँखें मिलनामनोरथ सिद्ध हो जाना
अक्ल का अंधामूर्ख व्यक्ति
अंडे सेनाएक ही जगह बैठे रहना
अंतिम घड़ी आनामौत के करीब होना
अंतड़ियों में बल पड़नापेट दर्द करना
अक्ल घास चरने जानासमय पर बुद्धि का काम न आना
खटिया सेनाबीमार होना
खोज खबर लेनासमाचार मिलना
खोपड़ी खाना या खोपड़ी चाटनाबहुत बातें कर परेशान करना
खोलकर कहनास्पष्ट कह देना
खम खानादबना
खोपड़ी गंजी करनाबहुत पीटना
खोपड़ी पर लादनाकिसी के जिम्मे डालना
खा-पका जानाबर्बाद करना
खोटा पैसाअयोग्य वस्तु
खून सफेद हो जानाबहुत डर जाना
खून सूखनाबहुत डर जाना
खोद-खोद कर पूछना बहुत प्रश्न पूंछना
गिरगिट की तरह रंग बदलनाबात बदलने वाला व्यक्ति
गुल खिलनानई बात पता चलना
गागर में सागर भरनाकम शब्दों में बड़ी बड़ी बात कह देना
गला छूटनापीछा छूटना
गाल बजानाडींग हांकना
खूँटे के बल कूदनादूसरे के भरोसे जोश दिखाना
गर्दन पर सवार होनापीछे पड़ जाना
गिन-गिनकर पैर रखनाहद से ज्यादा सावधानी वरतना
गले का हार होनाअत्यधिक प्रिय
गड़े मुर्दे उखाड़नादबी हुई बातें निकालना
गर्दन पर छुरी चलानानुकसान पहुंचाना
गुस्सा पीनाक्रोध को दबाकर रखना
गधा बनानामूर्ख बनाना
गर्दन ऐंठी रहनाअकड़ में रहना
गधे को बाप बनानाकाम निकालने के लिए मूर्ख की खुशामद करना
गाँठ में बाँधनाखूब याद रखना
गर्दन फँसनापरेशानी में पड़ना
गुड़ गोबर करना बना बनाया काम बिगाड़ना
गढ़ फतह करनामुश्किल काम कर लेना
गुरू घंटालदुष्टों का सरदार
गूलर का फूल होनादिखाई न देना
गच्चा खानाधोखा खाना
गंगा नहानाकर्तव्यों को पूरा कर लेना
गजब ढानाकमाल करना
गुदड़ी का लालगरीब के घर गुणवान उत्पन्न होना
गज भर की छाती होनाबहुत साहसी होना
गले न उतरनापसंद न आना
गाजर-मूली समझनाबहुत साधारण समझना
गला पकड़नाजिम्मेदार ठहराना
गले पड़नाकिसी के पीछे पड़ जाना
गले पर छुरी चलानाबहुत हानि पहुंचाना
गला फाड़नाचिल्लाना
गरम होनागुस्सा करना
गाढ़ी कमाईमेहनत की कमाई
गला फँसानामुसीबत में पड़ना
गाँठ का पूरा, आँख का अंधाधनी परंतु मूर्ख
गला काटनाठगना
गाढ़े दिनविपत्ति का समय
गोद सूनी होनासंतानहीन होना
गुलछर्रे उड़ानामौज मस्ती करना
गोद लेनाकिसी को आधिकारिक रूप से अपनी संतान बनाना
गाल फुलानानाराज होना
गोद भरनासंतान होना या गोद भराई की रस्म निभाना
गुजर जानामर जाना
गुल खिलानाबखेड़ा खड़ा करना या गलत काम कतना
गोबर गणेशपूरा मूर्ख
गूँगे का गुड़वर्णनातीत
गोता मारनागायब हो जाना
गोली मारनात्याग देना
गौं का यारमतलब का साथी
चक्कर में आनाचाल में फंसना
चपत पड़नानुकसान होना
चकमे में आनाकिसी के धोखे में आना
चकमा देनाधोखा देना
गंगाजल उठानाशपथ लेना
चम्पत हो जानाभाग जाना
चना-चबैनारूखा सूखा खाना
गोलमाल करनाकाम बिगाड़ना
चलता पुर्जा चालाक व्यक्ति
चाँदी ही चाँदी होनाखूब धन लाभ मिलना
चाँदी काटनाखूब आमदनी करना
चस्का लगनागलत आदत लगना
चमक उठनातरक्की करना
चरणों की धूलबहुत साधारण
चाँद का टुकड़ाबेहद खूबसूरत
चमड़ी उधेड़ना या खींचनाकिसी को बहुत पीटना
चिल्ल-पौं मचना शोर मचना
चिराग लेकर ढूँढनाढूंढने में बहुत मेहनत करना
चादर देखकर पाँव पसारनाआमदनी देखकर खर्च करना
चीं बोलना हार मान लेना
चिकनी-चुपड़ी बातेंदिखावटी मीठी बातें
चाँदी का जूतारिश्वत
चार सौ बीसधोखेबाज आदमी
चिड़िया फँसानाधोखे से वश में करना
चींटी के पर निकलनामौत के करीब पहुंचना
चार सौ बीसी करनाधोखेबाजी करना
चिड़िया उड़ जानागायब हो जाना
चुटकी लेनामजाक उड़ाना
चिनगारी छोड़नालड़ाई लगाना
चंडू खाने की बिना आधार की बात
चूहे-बिल्ली का बैरस्वाभाविक दुश्मनी
चोला छोड़नादेह त्यागना
चेहरा खिलनाखुश होना
चूना लगानाठगना
चोटी पर पहुँचनाबहुत उन्नति करना
चेहरे का रंग उड़नानिराश होना
चेहरा तमतमानागुस्से में होना
चुटिया हाथ में लेनापूरी तरह से नियंत्रण में लेना
चोली-दामन का साथघनिष्ठ मित्रता
चोटी और एड़ी का पसीना एक करनाकठिन परिश्रम करना
चुल्लू भर पानी में डूब मरनाबहुत लज्जित होना
चाकरी बजानासेवा करना
चुगली खाना/लगानानिंदा करना
चरबी चढ़नामद में अंधा हो जाना
चुटकी बजाते-बजातेबहुत जल्दी
चट कर जानासब खा जाना
चूँ-चूँ का मुरब्बाबेमेल चीजें
चप्पा-चप्पा छान डालनाहर जगह देख आना
चूर चूर कर देनानष्ट कर देना
चहल-पहल होनारौनक होना
चूल्हा जलनाखाना बनना
चिल्ले का जाड़ाभयानक ठंड
आठ-आठ आँसू रोनाबहुत ही पछताना
आँच न आने देनाजरा भी संकट न आने देना
चण्डूखाने की गपझूठी गप
आँखे खुलना सचेत हो जाना
चाचा बनानादंड देना
चल निकलनाशुरुवात होना
आँखों में बसनापसंद आ जाना
आँख भर आनाआँखों मे आंसू आ जाना
चुनौती देनाललकारना
चौखट पर माथा टेकनाप्रार्थना करना
आँख का ताराअत्यधिक प्रिय होना
चिकने घड़े पर पानी पड़नाबात का असर न होना
आँखे दिखानाकिसी पर गुस्सा करना
आसमान से बातें करनाअत्यधिक ऊँचा होना
गाढ़े में पड़नासंकट में पड़ना
गीदड़भभकीखुद डरते हुए भी दूसरों को डराने की कोशिश करना
गोटी लाल होनालाभ होना
काल के गाल में जानामृत्यु को प्राप्त होना
गुड़ियों का खेलसहज कार्य
गतालखाते में जानासमाप्त होना
घर का न घाट का कहीं का नहीं
आसन डोलनाविचलित होना
गंगा लाभ होनामरना
गूलर का कीड़ासीमित दायरें में भटकना
घाव पर नमक छिड़कनादुखी को और दुख देना
घर घाट एक करनाकठिन परिश्रम करना
घर का चिराग गुल होनाबेटे की मौत हो जाना
घी के दीए जलानाअप्रत्याशित लाभ पर खुशी व्यक्त करना
घर का नाम डुबोनागलत काम करके घर की इज्जत खराब करना
घर का उजालाइकलौता पुत्र
घाट-घाट का पानी पीनाहर तरह का अनुभव होना
घोड़े बेचकर सोनाबेफिक्र होना
घर बसानाशादी करना
घड़ो पानी पड़ जानाबेहद लज्जित होना
घर का बोझ उठानाघर की जिम्मेदारी या खर्च उठाना
घात लगानामौका देखना
घास न डालनाबात तक न करना
घाव हरा होनापुराना दुख याद आना
घर काट खाने दौड़नासूना घर
घास खोदनामामूली काम करना
घुटने टेकनाहार मानना
घाव पर मरहम लगानाकिसी को तसल्ली देना
घी-दूध की नदियाँ बहनाअत्यंत समृद्धि
घर फूँककर तमाशा देखनाअपना नुकसान खुद करना
घर में भुंजी भाँग न होनाहद से ज्यादा गरीब होना
घनचक्कर होनामूर्ख
घर में आग लगानाअपने ही परिवार में झगड़ा कराना
घोलकर पी जानापूरी तरह से याद कर लेना
घोड़े पर सवार होनाबापसी की जल्दी होना
चिकना घड़ा होनाबेशर्म व्यक्ति
घर का आदमीकरीबी व्यक्ति
चार चाँद लगानाशोभा बढ़ाना
घिग्घी बँध जानाडर के मारे आवाज न निकलना
चल बसनामर जाना
घपले में पड़नाकिसी मामले में फंस जाना
घातपर चढ़नातत्परता दिखाना
घुट-घुट कर मरनाबहुत कष्ट सहना
घर उजड़नागृहस्थी मिट जाना
घर का मर्दबाहर का कायर
चैन की बंशी बजाना बेफिक्र होना
घुटा हुआछँटा हुआ बदमाश आदमी
चिराग तले अँधेरापंडित के घर मूर्ख का होना
चार दिन की चाँदनीकम समय का सुख
आकाश-पाताल का अंतर होनाबहुत ज्यादा फर्क/अंतर होना
आँचल पसारनामांगना या प्रार्थना करना
चूड़ियाँ पहननाअसमर्थता व्यक्त करना
आँच आनाकष्ट या हानि पहुंचना
चादर से बाहर पैर पसारनाआय से ज्यादा खर्च करना
आकाश छूनाखूब तरक्की करना
चाँद पर थूकनासम्मानित व्यक्ति का अनादर करना
आस्तीन का साँपकपटी मित्र
चूँ न करना शांति से सह जाना
चहरे पर हवाइयाँ उड़नाडर जाना
आसमान टूट पड़नाबहुत बड़ा संकट आ जाना
आग बबूला होनाबहुत क्रोधित होना
चींटी के पर लगना या जमनाविनाश के लक्षण प्रकट होना
आँसू पीना या पीकर रहनाकष्ट सहकर भी किसी से न कहना
आकाश-पाताल एक करनाबहुत अधिक परिश्रम करना
आँधी के आम होनाबहुत सस्ती वस्तु
आटे-दाल का भाव मालूम होनासांसारिक ज्ञान होना
आग पर लोटनाईर्ष्या से व्याकुल होना
आग लगने पर कुआँ खोदनाअंत समय पर कोशिश करना
आँतें बुलबुलानाबहुत भूखा होना
आकाश के तारे तोड़ लानाअसंभव कार्य कर दिखाना
आग में घी डालनागुस्से को भड़काना
आग लगाकर तमाशा देखनादूसरों में झगड़ा बोकर खुद अलग हो जाना
आकाश का फूल होनावह वस्तु जिसे प्राप्त न किया जा सके
रास्ते का काँटाप्रगति में बाधक
राम नाम सत्य हो जानामर जाना
रट लगानाएक ही बात को बार बार दोहराना
रफा-दफा करनामामला निपटाना
रात-दिन एक करनारात दिन मेहतन से लगे रहना
रहम खानादया दिखाना
रत्ती भरबेहद कम
रामराम होनामुलाकात होना या दिख जाना
रोशनी डालनास्पष्ट करना
रास्ते पर लानासुधारना
रुपया पानी में फेंकनाधन का अपव्यय करना
रास्ता देखनाइंतजार करना
रोटी चलानाभरण पोषण मात्र होना
राह में रोड़ा पड़नाकार्य में बाधा उत्पन्न होना
राग अलापनालगातार कहते ही जाना
रक्तपात मचानामार काट करना
रुपया बरसनाखूब धन की प्राप्ति
रक्त चूसनासब कुछ ले लेना
रुपया उड़ानाखूब खर्च करना
रोजी चलनाआजीविका चलना
रुपया ऐंठनाचालाकी से धन लेना
रोब में आनाप्रभाव में आना
रूह काँपनाभयंकर तरीके से डर जाना
रामबाण औषधिअचूक दवा
रोंगटे खड़े होनारोमांचित होना
रास्ता नापनाचले जाना
रास आनाजचना
आज-कल करनाकिसी काम को टालना
रौनक जाती रहनाकांति कम होना
रूई की तरह धुन डालनाबहुत पीटना
रीढ़ टूटनाआधार नष्ट होना
रेल-पेल होनाबहुत भीड़ की स्थिति
रस लेनाआनन्द की अनुभूति लेना
रसातल को पहुँचनाबर्बाद होना या समाप्ति के करीब पहुंचना
रस्सी ढीली छोड़नास्वतंत्रता या ढील देना
आग हो जाना अत्यधिक गुस्से में होना
आग से खेलनाखतरनाक कार्य करना
राग-रंग में रहनाऐश करना
आगा-पीछा न सोचनाकिसी काम के वक्त लाभ हानि के बारे में न सोचना
आस्तीन चढ़ानालड़ने को तैयार होना
आसमान सिर पर उठाना बहुत ऊधम मचाना
आधा तीतर, आधा बटेरबेमेल चीजें
आसमान से गिरे, खजूर में अटकेएक संकट से निकलकर दूसरे में फसना
आड़े हाथों लेनाबुरा भला कहना
आसमान पर उड़नाथोड़ा मिलने पर ही इतराना
आसमान सिर पर टूटनाअचानक मुसीबत आ जाना
आटे के साथ घुन पिसनाअपराधी के साथ निर्दोष भी मरता है
आह लेनाकिसी की वद्दुआ लेना
आसमान पर चढ़नाअत्यधिक अभिमान करना
आसमान पर मिजाज होनाबहुत अभिमानी होना
आसमान पर थूकनामहान लोगों के बारे में बुरा भला बोलना
आँधी के आमबिना मेहनत के मिली वस्तु
आव देखा न तावबिना सोंचे विचारे
आग बोनाकिसी में झगड़ा कराना
आफत का मारादुखी व्यक्ति
आग पर पानी डालना किसी के गुस्से को शांत कराना
आफत मोल लेनाफालतू का झगड़ा मोल लेना
आग पर आग डालना जले को और जलाना
आग देनामरने के बाद चिता को जलाने के लिए
आग का पुतलाक्रोधी व्यक्ति
आग लगाकर पानी को दौड़ानादो लोगों में झगड़ा कराकर शांत कराने का दिखावा करना
आखिरी साँसें गिननामरने के करीब होना
आग पानी का बैरसहज दुश्मनी
आहुति देनाप्राण न्योछावर करना या यज्ञ में घी इत्यादि डालना
आग से पानी होनाक्रोध शांत होना
आग में कूद पड़नाखतरे को मोल लेना
फल चखनाकुपरिणाम भुगतना
अगिया बैतालक्रोधी व्यक्ति
फूट-फूट कर रोनाबुरी तरह रोना
फूँककर पहाड़ उड़ाना असंभव काम
फूँक निकल जानाडर जाना
आग रखनामान रखना
फूलना-फलनासम्पन्न होना
फुलझड़ी छोड़नाकटाक्ष करना
आन की आन मेंतुरंत
फूंक-फूंक कर कदम रखनासोंच विचार कर काम करना
आसमान दिखानाहरा देना
फूलकर कुप्पा हो जानाबेहद खुश होना
आड़े आनारास्ता रोकना या कार्य में बाधा डालना
फफोले फोड़नाअपना वैर साधना
फाख्ता उड़ानामजे उड़ाना
फंदे में फँसनाजाल में फंसना
फूल झड़नाबहुत मीठा बोलना
फंदे में पड़नाधोखे में पड़ना
फूल सूँघकर रहनाबेहद कम खाना
फब्तियाँ कसनाव्यंग्य भरी बात कहना
बीड़ा उठानाजिम्मेदारी लेना
बात खुलनारहस्य उजागर हो जाना
फूलों से तौला जानाबहुत कोमल होना
बछिया का ताऊमहामूर्ख
बखिया उधेड़नाभेद खोलकर रख देना
बाट जोहनाइंतजार करना
बगलें झाँकनानिरुत्तर हो जाना
बात को गाँठ में बाँधनाखूब याद रखना
बाँसों उछलनाबेहद खुश होना
बाजी ले जाना या मारनाजीत लेना
बोलबाला होनाविख्यात होना
बुद्धि पर पत्थर पड़नामति का काम न करना
बेसिर-पैर की बात करना बिना मतलब की बात करना
बात बनानाझूठ बोलना
बगुला भगतढोंगी आदमी
बेपेंदी का लौटाकिसी पक्ष में न होना
बाँह चढ़ानालड़ाई को तत्पर रहना
बरस पड़नागुस्सा उतारना
बलि जानान्योछावर होना
बारह बाट करनाबर्वाद कर देना
बना बनाया खेल बिगड़ जाना सफल काम को बर्वाद कर देना
बधिया बैठनाघाटा होना
बधिया बैठना घाटा कराना
बाल बाँका न होनाजरा भी हानि न होना
बाँछें खिल जानाबहुत खुश होना
बहत्तर घाट का पानी पीनाकई प्रकार के अनुभव होना
बदन में आग लग जानाबहुत गुस्सा आ जाना
बहती गंगा में हाथ धोनासमय का फयदा उठाना
बट्टा लगानाकलंक लगाना
बन्दरघुड़की देनाखुद डरते हुए भी सामने वाले को धमकाना
बोलती बंद करनानिरुत्तर कर देना
बुरा माननानाराज होना
बुरा फँसनाझंझट में पड़ना
बात न पूछनापरवाह न करना
बेवक्त की शहनाई बजानाअवसर के प्रतिकूल कार्य करना
बाज न आनाबुरी आदत न छोड़ना
बात बढ़नाझगड़ा होना
बेड़ा गर्क करना खराब करना या बिगाड़ना
बाँह पकड़नासाथ देना
बात का धनी होनावादे का पक्का
बे पर की उड़ानाबिना आधार की बातें
हाथ लगनामिल जाना
हाथ उठाकर देनाखुशी से देना
हाथ काट के देनालिखकर दे देना
हाथ चूमनाकाम से खुश होना
हाथ का मैल होनातुच्छ चीज
हाथ खींचनापीछे हटना
हाथ जोड़नासंबध तोड़ देना
हाथ डालनाहस्तक्षेप करना
हाथ बँटानामदद करना
हाथ साफ करनाचोरी करना या पीटना
हाथ से निकल जानाअधिकार से चली जाना
हाथापाई होनामारपीट होना
हाथ के तोते उड़नाबेहद डर जाना
हाथ पैर मारनाकाफी प्रयास करना
हाथ मलनापछताना
हाथ देनासहायता करना
हाथ का खिलौनादूसरे के आदेश पर काम करने वाला
हाथ पर हाथ धरे बैठनाकुछ कामकाज न करना
हाथ भर का कलेजा होनाबहुत साहसी होना
हाथों में चूड़ियाँ पहननाकायर होना
तीन-तेरह होनातितर-बितर होकर भाग जाना
नौ-दौ ग्यारह होनाशीघ्र भाग जाना
चार चाँद लगानासुंदरता बढ़ाना
उन्नीस-बीस का अंतर होनाबहुत कम अंतर होना
एक का तीन बनानाअनुचित लाभ कमाना
एक लाठी से सबको हाँकनसबसे समान व्यवहार करना
डेढ़ चावल की खिचड़ी अलग पकानाअकेला यह अलग रहना
दो टूक कहनासाफ साफ कह देना
दो नाव पर पैर रखनाअनिश्चित विचार वाला व्यक्ति
तीनों लोक सूझनाआँखों के सामने अँधेरा छाना
तीन कौड़ी का होनाबर्बाद होना
तीन-तेरह में न रहनाकिसी झगड़े फसाद में न रहना
चारो खाने चित्त गिरनाबुरी तरह से हार जाना
पाँचवाँ सवार होनाखुद को बड़ों में गिनना
छौ-पाँच में पड़नाअसमंजस में पड़ना
सात घाटों का पानी पीनाजगह जगह का अनुभव होना
आठ-आठ आँसू बहानाबहुत रोना या विलाप करना
लाल-पीला होनागुस्सा होना
लाल बत्ती जलनादीवाली होना
लाली रह जानाप्रतिष्ठा निभ जाना
स्याह होनाउदास होना
त्रिशंकु बननाकिसी तरफ का नहीं
लंकादहन करनाजलाकर राख कर देना या बर्बाद कर देना
ब्रह्मास्त्र छोड़नाअंतिम अस्त्र छोड़ना
धनुष तोड़नाबेहद कठिन काम करना
भीष्म प्रतिज्ञा करनादृढ़ निश्र्चय करना
विभीषण बननादेश या अपनों से विद्रोह करना
महाभारत मचनाभयंकर लड़ाई होना
राम कहानी कहनाअपनी समस्या सुनाना
लक्ष्मी नारायण करनाभोग लगाना
वेद-वाक्य माननाप्रमाणित मानना
अंडर-ग्राउंड होनाछुपकर रहना
एजेंट होनादलाली करना
ऐक्टिंग करनादिखावा करना
कंट्रोल करनानियंत्रण करना
ग्रीन सिगनल देनाअनुमति देना
ड्यूटी बजानकाम पर सिर्फ समय काटना
डबल रोल करनादोतरफा मेल का बरताव करना
डिक्टेटर होनाअत्याचारी होना
तूफान मेल छोड़नाबहुत जल्दी करना
नंबर आनाअवसर मिलना
नंबर मारनाआगे निकल जाना
लीपापोती करनाकाम बिगड़ने के बाद सफाई देना
पॉकेट गरम करनरिश्वत देना
पॉलिश करनासाफ करके चमकाना
पार्सल करनाकोई सामान भेजना
फोर टवेंटी करनाधोखेबाजी करना
बटरिंग करनाचापलूसी करना
ब्लैंक चेक काटनामुँह माँगी कीमत देना
ब्लैक मारकेटिंग करनाचोरबाजारी करना
ब्लैकमेल करनाकुछ मांगने के लिए धमकी देना
बैक-ग्राउंड में रहनाछिपकर योगदान देना
बैलून हो जानामोटा हो जाना
वीटो पावर लगानानिषेधाधिकार प्रयुक्त करना
मूड आफ होनामन खराब होना
राउंड टेबल करनासमानता से विचार विनिमय करना
रिंग-लीडर होनाप्रमुख होना
रकार्ड तोड़नाविजयी होना
रेकार्ड की तरह बजनाबिना विराम बोलते जाना
रेकार्ड रखनाहिसाब रखना
रेकार्ड कायम करनाबेजोड़ सफलता प्राप्त करना
लाटसाहब बननाअपने को बड़ा समझना
लॉटरी निकलनाअचानक बहुत धन मिल जाना
लैस होनातैयार होना
लेक्चर छाँटनाकेवल बोलना
स्टेपनी बननादूसरा विकल्प बनना
हुलिया टाइट करनादिमाग दुरुस्त करना
हिट होनाखूब सफल होना
हीरो बननानेता बनना
हैंडनोट लिखनापक्का प्रमाण दे देना
मूँछों पर ताव देनाअभिमान प्रदर्शित करना
मूँछें उखाड़नाघमंड चूर कर देना
मुट्ठी में रखनानियंत्रण में रखना
मुट्ठी गरम करनारिश्वत देना
मुट्ठी में करनावश में करना
मन रखनाप्रसन्न करना
मन मैला करनाहृदय में किसी के प्रति कटु भाव रखना
मन में बसनाप्रिय लगना
मन मिलना मित्रता या प्रेम होना
मन फटनाविरक्त होना

देशज विदेशज , विराम चिह्न

संधि विच्छेद (Sandhi Viched)

‘संधि विच्छेद’ शीर्षक के इस लेख में संधियों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया है। दो शब्दों के मेल से होने वाले विकार को समास कहते हैं और दो वर्णो के मेल से होने वाले विकार को ‘संधि’ कहते हैं। संधियों को तीन भागों में विभक्त किया गया है। स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि। इसके बाद स्वर संधि को दीर्घ संधि, गुण संधि, वृद्धि संधि, यण संधि व अयादि संधि में विभक्त किया गया है।

दीर्घ संधि (स्वर संधि) के उदाहरण –

शब्दार्थ, तथापि, मृत्यूपरांत, सूक्ति, कवीन्द्र, गिरींद्र, रवीन्द्र, पुष्पावली, परमार्थ, कल्पांत, भूपरि, भूत्तम, होतृकर, स्वर्णावसर, करुणावतार, पुस्तकार्थी, उत्तमांग, हिमालय, धनार्थी।

मायाधीन, दैत्यारि, शिवालय, हरीश, कवीश, गिरीश, देहांत, महीश, नदीश, जानकीश, रजनीश, पृथ्वीश, वेदांत, आज्ञानुसार, मातृणाम, वधूत्सव, परीक्षार्थी, शिक्षार्थी।

परमात्मा, शरणार्थी, सत्यार्थी, रत्नाकर, सूर्यास्त, विद्याभास, कपीश, मुनीश्वर, सेवार्थ, चरणामृत, रामावतार, रामायण, शिवायन, बद्धीश, रतीश, लक्ष्मीच्छा, भारतीश्वर। महीन्द्र, अन्नाभाव, कवीच्छा, अभीष्ट, भोजनालय, पुस्तकालय, देवालय, विद्यार्थी, युवावस्था, रामाधार, रामाश्रय, धर्मात्मा, परमानन्द, नित्यानंद, परमावश्यक। रघूत्तर, भानूदय, लघूक्ति, कटूक्ति, मंजूषा, सिंधूर्मि, लघूर्मि।

गुण संधि (स्वर संधि) के उदाहरण –

प्रेत, सूर्योदय, महर्षि, सप्तऋषि, महेन्द्र, रमेश, महेश, गंगोर्मि, महोत्सव, जलोर्मि, देवर्षि, समुद्रोर्मि।

परोपकार, सुरेश, देवेंद्र, सुरेंद्र, उपेंद्र, नरेंद्र, नरेश, गणेश, खगेश, देवेश, राजऋषि, महेश्वर, जलोदय, चंद्रोदय, लोकोपयोग, महोपदेश, परमोत्सव, दीर्घोपल, महोर्जस्वी, महोर्मि।

वृद्धि संधि (स्वर संधि) के उदाहरण –

सदैव, तथैव, महौज, मतैक्य, एकैव, तत्रैव, वनौषधि, परमौषध, महौषध, महौदार्य, एकैक, परमौज, दिनैक, देवैश्वर्य, धर्मैक्य, विश्वैक्य, नवैश्वर्य, परमौदार्य, सर्वदैव, एकदैव, सर्वदैव, महैश्वर्य।

यण संधि (स्वर संधि) के उदाहरण –

स्वागत, अध्ययन, प्रत्येक, इत्यादि, उपर्युक्त, यद्यपि, न्यून, अत्यन्त, नद्यर्पण, अन्वय, मन्वन्तर, नद्यूर्मि, अत्याचार, अत्यावश्यक, अत्यधिक, ऋत्वंत, रीत्यानुसार, अन्वादेश, अत्यर्थ, प्रत्युत्तर, प्रत्युपकार, मध्वरि, अत्युक्ति, अत्युत्तम, मध्वालय, वाण्यूर्मि, देव्यर्थ, देव्यालय, देव्यागम, सख्यागम, सरस्वत्याराधना, सख्युचित, देव्युक्ति, देव्यैश्वर्य, देव्योज, देव्यौदार्य, देव्यंग।

अयादि संधि (स्वर संधि) के उदाहरण –

पवन, पावक, भवन, नयन, पित्रनुमति, अन्वित, शयन, चयन, गायक, गायन, सायक, नायक, वध्वर्थ, श्रवण, मात्रंणा, रवीश, गवीश।

पवित्र, गवन, पित्रनुदेश, पावन, धात्विक, मध्वोदन, भ्रात्रेषणा, अन्वेषण, मध्वौषध, मात्रादेश, गुर्वौदार्य, वह्वंग।

संधि विच्छेद की विस्तृत सूची –

संधिविच्छेदसंधि विच्छेद
संधिसम् + धिविच्छेदवि + छेद
पुस्तकार्थीपुस्तक + अर्थीउत्तमांगउत्तम + अंग
धनार्थीधन + अर्थीदैत्यारिदैत्य + अरि
देहांतदेह + अंतवेदांतवेद + अंत
शरणार्थीशरण + अर्थीसत्यार्थीसत्य + अर्थी
सूर्यास्तसूर्य + अस्तरामावतारराम + अवतार
शिवायनशिव + अयनअन्नाभाव अन्न + अभाव
पुष्पावलीपुष्प + अवलीशब्दार्थशब्द + अर्थ
चरणामृतचरण + अमृतस्वर्णावसरस्वर्ण + अवसर
हिमालयहिम + आलयशिवालयशिव + आलय
परमात्मापरम + आत्मारत्नाकररत्न + आकर
कुशासनकुश + आसनपुस्तकालयपुस्तक + आलय
देवालयदेव + आलयरामाधारराम + आधार
रामाश्रयराम + आश्रयधर्मात्माधर्म + आत्मा
परमानन्दपरम + आनन्दनित्यानन्दनित्य + आनन्द
परमावश्यकपरम + आवश्यकभोजनालयभोजन + आलय
विद्यार्थीविद्या + अर्थीविद्याभास विद्या + आभास
सेवार्थीसेवा + अर्थीमायाधीनमाया + अधीन
करुणावतारकरुणा +अवतारतथापितथा + अपि
युवावस्थायुवा + अवस्थाआज्ञानुसारआज्ञा + अनुसार
परीक्षार्थीपरीक्षा + अर्थीशिक्षार्थीशिक्षा + अर्थी
कवीन्द्रकवि + इन्द्ररवीन्द्ररवि + इन्द्र
गिरीन्द्रगिरि + इन्द्रअभीष्टअभि + इष्ट
कवीच्छाकवि + इच्छाहरीशहरि + ईश
कवीशकवि + ईशगिरीशगिरि + ईश
कपीशकपि + ईशमुनीश्वरमुनि + ईश्वर
बुद्धीशवुद्धि + ईशरतीशरति + ईश
महीन्द्रमहि + इन्द्रलक्ष्मीच्छालक्षमी + इच्छा
नदीशनदी + ईशजानकीश जानकी + ईश
महीशमहा + ईशपृथ्वीशपृथ्वी+ ईश
रजनीशरजनी + ईशभारतीश्वरभारती + ईश्वर
भानूदयभानु + उदयलघूक्तिलघु + उक्ति
कटूक्तिकटु + उक्तिरघूत्तमरघु + उत्तम
मृत्यूपरांतमृत्यु + उपरांतसूक्तिसु + उक्ति
लघूर्मिलघु + ऊर्मिमंजूषामंजु + ऊषा
सिन्धूर्मिसिन्धु + ऊर्मिवधूत्सववधु + उत्सव
भूपरिभू + उपरिवधूल्लासवधू + उल्लास
भूत्तमभू + उत्तममातृणाममातृ +ऋणाम्
होतृकारहोतृ + ऋकारयद्यपियदि + अपि
अध्ययनअधि + अयनअत्यर्थअति + अर्थ
अत्यधिकअति + अधिकरीत्यानुसाररीति + अनुसार
इत्यादिइति + आदिअत्याचारअति + आचार
अत्यावश्यकअति + आवश्यकप्रत्युत्तरप्रति + उत्तर
प्रत्युपकारप्रति + उपकारउपर्युक्तउपरि + उक्त
अत्युक्तिअति + उक्तिअत्युत्तमअति + उत्तम
न्यूननि + ऊनवाण्यूर्मिवाणि + ऊर्मि
प्रत्येकप्रति + एकअत्यंतअति + अंत
नद्यर्पणनदी + अर्पणदेव्यर्थदेवी + अर्थ
देव्यागमदेवी + आगमदेव्यालयदेवी + आलय
सख्यागमसखि + आगमसरस्वत्याराधनासरस्वती + आराधना
सख्युचितसखि + उचितदेव्युक्तिदेवी + उक्ति
नद्यूर्मिनदी + ऊर्मिदेव्यैश्वर्यदेवी + ऐश्वर्य
देव्योजदेवी + ओजदेव्यंगदेवी + अंग
मन्वन्तरमनु + अंतरअन्वयअनु + अय
अन्वर्थअनु + अर्थमध्वरिमधु + अरि
ऋत्वंतऋतु + अंतस्वागतसु + आगत
मध्वालय मधु + आलयअन्वादेश अनु + आदेश
नयनने + अनशयनशे + अन
चयनचे + अनगायकगै + अक
नायकनै + अकसायकसै + अक
गायनगै + अनगवीशगो + ईश
रवीशरो + ईशपवित्रपो + इत्र
पवनपो + अनगवनगो + अन
भवनभो + अनपावकपौ + अक
पावनपौ + अनन्यूनने + ऊन
अन्वितअनु + इतअन्विष्टअनु + इष्ट
धात्विकधातु + इकमध्वादेनमधु + आदेन
अन्वेषणअनु + एषणमध्वौषधिमधु + औषधि
गुर्वोदार्यगुरु + औदार्यवह्वंगवहु + अंग
वध्वर्थवधू + अर्थवध्विष्टवधु + इष्ट
वध्वेषणवधू + एषणपित्रनुमतिपितृ + अनुमति
पित्रनुदेशपितृ + अनुदेशभ्रात्रेषणाभ्रातृ + एषणा
मात्रंगमातृ + अंगवध्वादेशवधु + आदेश
वध्वीर्ष्यावधू + ईर्ष्यावध्वंगवधू + अंग
मात्रानंदमातृ + आनन्दमात्रादेशमातृ + आदेश
पित्रादेशपितृ + आदेशभ्रात्रोकभ्रातृ + ओक
तत्रैवतत्र + एवएकैवएक + एव
एकैकएक + एकदिनैकदिन + एक
मतैक्यमत + ऐक्यदेवैश्वर्यदेव + ऐश्वर्य
धर्मैक्यधर्म + ऐक्यविश्वैक्यविश्व + ऐक्य
नवैश्वर्यनव + ऐश्वर्यवनौषधिवन + औषधि
उष्णौदनउष्ण + ओदनपरमौजपरम + ओज
जलौसजल + ओसपरमौषधपरम + औषध
परमौदार्यपरम + औदार्यसर्वदैवसर्वदा + एव
सदैवसदा + एवएकदैवएकदा + एव
तथैवतथा + एवमहैश्वर्यमहा + ऐश्वर्य
महौजमहा + ओजमहौदार्यमहा + औदार्य
महौषधमहा + औषधदेवेन्द्रदेव + इन्द्र
सुरेन्द्रसुर + इन्द्रउपेन्द्रउप + इन्द्र
नरेन्द्रनर + इन्द्रप्रेतप्र + इत
सुरेशसुर + ईशनरेशनर + ईश
खगेशखग + ईशदेवेशदेव + ईश
गणेशगण + ईशसूर्योदयसूर्य + उदय
जलोदयजल + उदयचन्द्रोदयचन्द्र + उदय
परोपकारपर + उपकारपरमोत्सवपरम + उत्सव
लोकोपयोगलोक + उपयोगजलोर्मिजल + ऊर्मि
समुद्रोर्मिसमुद्र + ऊर्मिदीर्घोपलदीर्घ + ऊपल
देवर्षिदेव + ऋषिमहेन्द्रमहा + इन्द्र
रमेशरमा + ईशमहेश्वरमहा + ईश्वर
महेशमहा + ईशमहोत्सवमहा + उत्सव
गंगोर्मिगंगा + ऊर्मिमहोर्जस्वमहा + ऊर्जस्व
महोर्मिमहा + ऊर्मिमहर्षिमहा + ऋषि
सप्तर्षिसप्त + ऋषिराजर्षिराजा + ऋषि
वागीशवाक् + ईशदिगम्बरदिक् + अम्बर
वाग्धारावाक् + धारादिगन्तरदिक् + अन्तर
वाग्जालवाक् + जालदिग्गजदिक् + गज
दिग्भ्रमणदिक् + भ्रमणअजन्तअच् + अन्त
अजादिअच् + आदिषडाननषट् + आनन
तदिच्छातत् + इच्छासदाचारसत् + आचार
वृहद्रथवृहत् + रथतद्रूपतत् + रूप
सदाशयसत् + आशयसदानन्दसत् + आनन्द
सदुपयोगसत् + उपयोगजगदीशजगत् + ईश
उदयउत् + अयकृदन्तकृत् + अन्त
सद् वाणीसत् + वाणीजगगदानन्दजगत् + आनन्द
सुबन्तसुप् + अन्तअब्जअप् + ज
अब्धिअप् + धिअम्मयअप् + मय
एतन्मुरादीएतत् + मुरादीजगन्नाथजगत् + नाथ
वाग्दत्तवाक् + दत्तभगवद्भक्तिभगवत् + भक्ति
षडदर्शनषट् + दर्शनउद्योग उत् + योग
सदवंशसत् + वंशउद्घाटनउत् + घाटन
षण्मासषट् + मासवाङ्मात्रवाक् + मात्र
चिन्मयचित् + मयभगवद्गीताभगवत् गीता
दिग्गजदिक् + गजउद्गमउत् + गम
वाङ्मयवाक् + मयरुञ्मयरुच् + मय
सन्मार्गसत् + मार्गउन्नतिउत् + नति
उच्चारणउत् + चारणमहच्छत्रमहत् + छत्र
उच्छेदउत् + छेदसच्छात्रसत् + छात्र
शरच्चन्द्रशरत् + चन्द्रसच्चरित्रसत् + चरित्र
उच्चाटनउत् + चाटनपच्छेदपद् + छेद
सज्जनसत् + जनउज्ज्वलउत् + ज्वल
विपज्जालविपद् + जालउड्डयनउत् + डयन
तल्लीनतत् + लीनउल्लंघन उत् + लंघन
उल्लासउत् + लाससच्छास्त्रसत् + शास्त्र
उच्छवासउत् + श्वासउच्छिष्टउत् + शिष्ट
तच्छुत्वातत् + श्रुत्वामहच्छक्तिमहत् + शक्ति
उद्धारउत् + हारउद्धतउत् + हत
तद्धिततत् + हितउद्धहरणउत् + हरण
आच्छादनआ + छादनवृक्षच्छायावृक्ष + छाया
परिच्छेदपरि + छेदअनुच्छेदअनु + छेद
अवच्छेदअव + छेदकिंवाकिम् + वा
संयोगसम् + योगसंयम सम् + यम
संलापसम् + लापसंसारसम् + सार
परमार्थपरम + अर्थसंहार सम् + हार
संवादसम् + वादसंशयसम् + शय
संवेगसम् + वेगसंकल्पसम् + कल्प
किञ्चित्किम् + चित्संचयसम् + चय
संपर्कसम् + पर्कसंक्रांन्तिसम् + क्रान्ति
संतोषसम् + तोषसम्पूर्णसम् + पूर्ण
संतापसम् + तापपंचमपम् + चम
भरणभर् + अनप्रमाणप्र + मान
भूषणभूष् + अनऋणऋ + न
तृष्णातृष + नानिषिद्धनि + सिद्ध
अभिषेकअभि + सेकसुषमासु + समा
विषमवि + समसुषुप्तसु + सुप्त
निषेधनिः + सेधनिश्छलनिः + छल
कश्चितकः + चित्धनिष्टंकारधनुः + टंकार
निश्चयनिः + चयनिष्चेष्टनिः + चेष्ट
ततष्ठकारततः + कारनिश्चलनिः + चल
दुष्टदुः + टमनस्तापनमः + ताप
निस्तेजनिः + तेजदुस्तरदुः + तर
निश्छद्रनिः + छिद्रनिस्तारनिः + तार
दुशासन या दुःशासनदुः + शासनहरिशतेहरिः + शते
निशंकनिः + शंकनिस्सारनिः + सार
निस्सृतनिः + सृतरजःकणरजः + कण
पयपानपयः + पानअन्तःकरणअन्तः + करण
अधःफलितअधः + फलितअन्तःपुरअन्तः + पुर
प्रातःकालप्रातः + कालअधःपतनअध + पतन
पुरस्कारपुरः + कारमनोकामनामनः + कामना
नमस्कारनमः + कारतिरस्कारतिरः + कार
दुखदुः + खनिष्कपटनिः + कपट
निष्फलनिः + फलनिष्पापनिः + पाप
निष्पंकनिः + पंकचतुष्पदचतुः + पद
दुष्कर्मदुः + कर्मदुष्प्रकृतिदुः + प्रकृति
दुष्करदुः + करदुष्खचितदुः + खचित
दुष्फलदुः + फलमनोजमनः + ज
वयोवृद्धवयः + वृद्धअधोघातअधः + घात
तपःबलतपः + बलतेजोमयतेजः + मय
पयोदपयः + दपुरोहितपुरः + हित
यशोलाभयशः + लाभसरोवरसरः + वर
यशोगानयशः + गानमनोबलमनः + बल
तमोगुणतमः + गुणमनोराज्यमनः + राज्य
तपोधनतपः + धनअधोगतिअधः + गति
यशोदायशः + दाअधोजलअधः + जल
मनोरथमनः + रथमनोज्ञमनः + ज्ञ
मनोयोगमनः + योगमनोवेगमनः + वेग
मनोहरमनः + हरयशोधरायशः + धरा
मनोनयनमनः + नयनसरोरुहसरः + रुह
मनोविकारमनः + विकारपयोधरपयः + धर
निराशानिः + आशानिर्दयनिः + दय
निर्झरनिः + झरनिर्जलनिः + जल
निर्भयनिः + भयनिस्संदेहनिः + संदेह
निर्लेपनिः + लेपनिर्यातनिः + यात
निर्हारनिः + हारनिरैक्यनिः + ऐक्य
निरेकीभावनिः + निरेकीभावनिर्घोषनिः + घोष
निर्गमनिः + गमनिराधारनिः + आधार
निरुपायनिः + उपायनिरौषधनिः + औषध
निरादरनिः + आदरनिरीहनिः + ईह
निरर्थकनिः + अर्थकदुरुपयोगदुः + उपयोग
दुर्दशादुः + दशादुर्गुणदुः + गुण
दुर्जनदुः + जनदुर्भाग्यदुः + भाग्य
दुश्शीलदुः + शीलदुर्बलदुः + बल
दुर्वचनदुः + वचनदुर्यशदुः + यश
दुर्लाभदुः + लाभदुर्लक्ष्यदुः + लक्ष्य
दुर्गंधदुः + गंधदुरात्मादुः + आत्मा
दुर्धर्षदुः + धर्षदुर्नामदुः + नाम
वहिर्गतवहिः + गतनिरोकनिः + रोक
निरंकनिः + रंगनिरुर्मिनिः + उर्मि
निरुत्तरनिः + उत्तरनीरसनिः + रस
नीरोगनिः + रोगनीरजनिः + रज
नीरवनिः + रवदूराजदुः + राज
अतएवअतः + एवनिर्गुणनिः + गुण
कृदंतकृत् + अंतदेवेंद्रदेव + इंद्र
अन्यायअ + नि + आयअभ्युदयअभि + उदय
अंतःपुरअन्तः + पुरअन्योन्याश्रितअन्य + अन्य + आश्रित
अन्यान्यअन्य + अन्यअधीश्वरअधि + ईश्वर
अरण्याच्छादितअरण्य + आच्छादितअहर्निशअहः + निश
आत्मोत्सर्गआत्म + उत्सर्गअत्यावश्यकअति + आवश्यक
अन्तर्निहितअन्तः + निहितअभ्यागतअभि + आगत
अम्बूर्मिअम्बु + ऊर्मिअहंकारअहम् + कार
आशीर्वादआशीः + वादआविष्कारआविः + कार
कल्पान्तकल्प + अन्तआकृष्टआकृष् + ट
आद्यान्तआदि + अन्तईश्वरेच्छाईश्वर + इच्छा
उन्मूलितउत् + मूलितउद्दामउत् + दाम
उच्छवासउत् + श्वासउन्नायकउत् + नायक
उन्मत्तउत् + मत्तउन्नयनउत् + नयन
उन्मादउत् + मादउल्लेखउत् + लेख
उद्भवउत् + भवउच्छिन्नउत् + छिन्न
उद्विग्नउत् + विग्नउद्धृतउत् + हृत
उपदेशांतर्गतउपदेश + अन्तर्गतउपेक्षाउप + ईक्षा
उन्मीलितउत् + मीलितकिन्नरकिम् + नर
तदाकारतत् + आकारतपोभूमितपः + भूमि
तेजोराशितेजः + राशितेजोपुंजतेजः + पुंज
तपोवनतपः + वनतट्टीकातत् + टीका
दुर्नीतिदुः + नीतिदुर्गदुः + ग
दावानलदाव + अनलदुःस्थनदुः + स्थल
दुर्दिनदुः + दिनदुर्वहदुः + वह
नारीश्वरनारी + ईश्वरनाविकनौ + इक
निस्सहायनिः + सहायनिश्चिंतनिः + चिंत
निश्चयनिः + चयनिर्भरनिः + भर
निष्कपटनिः + कपटनिर्विकारनिः + विकार
निरीक्षणनिः + ईक्षणनिष्कामनिः + काम
निरंतरनिः + अंतरनिष्प्राणनिः + प्राण
निरुद्देश्यनिः + उद्देश्यनिष्कारणनिः + कारण
निस्शब्दनिः + शब्दनिर्मलनिः + मल
निर्विवादनिः + विवादनिषिद्धनिः + सिद्ध
नारायणनार + अयननद्यम्बुनदी + अम्बु
परमौजस्वपरम + ओजस्वप्राड्मुखप्राक् + मुख
प्रत्ययप्रति + अयप्रत्यक्षप्रति + अक्ष
पीताम्बरपीत + अम्बरपृष्ठपृष् + थ
पयोधिपयः + धिपरमेश्वरपरम + ईश्वर
पित्रिच्छापितः + इच्छापुनर्जन्मपुनः + जन्म
प्रांगणप्र + अंगणपदोन्नतिपद + उन्नति
प्रतिच्छायाप्रति + छायापरन्तुपरम् + तु
परिष्करपरिः + करप्रोत्साहनप्र + उत्साहन
पश्वधमपशु + अधमपुनरुक्तिपुनः + उक्ति
परीक्षापरि + ईक्षापुरुषोत्तमपुरुष + उत्तम
भवनभो + अनभोजनालयभोजन + आलय
भानूदयभानु + उदयभावुकभौ + उक
भाग्योदयभाग्य + उदयमुनीन्द्रमुनि + इंद्र
मृण्मयमृत् + मयमातृणमातृ + ऋण
मनोगतमनः + गतमहार्वणमहा + अर्वण
महाशयमहा + आशयमध्वासवमधु + आसव
मृगेन्द्रमृग + इन्द्रमनोअनुकूलमनः + अनुकूल
मनोभावमनः + भावयशइच्छायशः + इच्छा
यथोचितयथा + उचितयथेष्टयथा + इष्ट
युधिष्ठिरयुधि + स्थिरयशोधनयशः + धन
यशोअभिलाषीयशः + अभिलाषीवध्वैश्वर्यवधू + ऐश्वर्य
व्यायामवि + आयामवीरांगनावीर + अंगना
वसुधैववसुधा + एववाग्जालवाक् + जाल
रामायणराम + अयनलोकोक्तिलोक + उक्ति
व्युत्पत्तिवि + उत्पत्तिव्यर्थवि + अर्थ
व्याकुलवि + आकुलविद्योन्नतिविद्या + उन्नति
बहिष्कारबहिः + कारवाङ्मयवाक् + मय
व्याप्तवि + आप्तविद्यालयविद्या + आलय
शिरोमणिशिरः + मणिशंकरशम् + कर
शशांकशश + अंकशस्त्रास्त्रशस्त्र + अस्त्र
शुद्धोदनशुद्ध + ओदनसद्गुरुसत् + गुरु
स्वाधीनस्व + अधीनसाश्चर्यस + आश्चर्य
सावधानस + अवधानसद्भावसत् + भाव
सरोजसरः + जसरय्वम्बुसरयू + अम्बु
स्वर्गस्वः + गसर्वोदयसर्व + उदय
समुच्चयसम् + उत् + चयसद्विचारसत् + विचार
संगठनसम् + गठनसत्याग्रहसत्य + आग्रह
समन्वयसम् + अनु + अयसीमांतसीमा + अन्त
सद्भावनासत् + भावनास्वार्थस्व + अर्थ
स्वयम्भूदनस्वयंभू + उदयसमुदायसम् + उत् + आय
सन्निहितसत् + निहितसर्वोदयसर्व + उदय
साष्टांगस + अष्ट + अंगसतीषसती + ईश
संवत्सम् + वत्सद्धर्मसत् + धर्म
श्रेयस्करश्रेय + करधर्मार्थधर्म + अर्थ
देवाधिपतिदेव + अधिपतिकामारिकाम + अरि
गुणालयगुण + आलयदेव्यर्पणदेवी + अर्पण
मात्रार्थमातृ + अर्थप्रत्यूषप्रति + ऊष
वाण्यूर्मिवाणी + ऊर्मिअन्वीक्षणअनु + ईक्षण
हवनहो + अनधावकधौ + अक
परमैश्वर्यपरम + ऐश्वर्यमहैश्वर्यमहा + ऐश्वर्य
जलौकजल + ओकजलौषधिजल + औषधि
तेजोसितेजः + असिहरिबंदेहरिम् + बंदे
दुखंप्राप्नोतिदुःखम् + प्राप्नोतिगृहंगच्छतिगृहम् + गच्छति

दीर्घ संधि विच्छेद –

अभीष्ट (अभि+इष्ट), अन्नाभाव (अन्न+अभाव), बुद्धीश (बुद्ध+ईश), भारतीश्वर (भारती+ईश्वर), भानूदय (भानु+उदय), भोजनालय (भोजन+आलय), भूपरि (भू+उपरि), भूत्तम (भू+उत्तम), देवाधिवति (देव+अधिपति), धर्मार्थ (धर्म+अर्थ), गिरीश (गिरि+ईश), गिरीन्द्र (गिर+इन्द्र), गुणालय (गुण+आलय), हरीश (हरि+ईश), हिमालय (हिम+आलय), होतृकार (होतृ+ऋकार), जानकीश (जानकी+ईश), कवींद्र (कवि+इन्द्र), कपीश (कपि+ईश), कवीश (कवि+ईश), कटूक्ति (कटु+उक्ति), कामारि (काम+अरि), लक्ष्मीच्छा (लक्ष्मी+इच्छा), लघूक्ति (लघु+उक्ति), लघूर्मि (लघु+ऊर्मि), महींद्र (मही+इन्द्र), महीश (मही+ईश), महाशय (महा+शय), मंजूषा (मंजु+ऊषा), मातृणाण (मातृ+ऋणाम्), मुनीश्वर (मुनि+ईश्वर), मृत्यूपरांत (मृत्यु+उपरांत), नदीश (नदी+ईश), पुस्तकालय (पुस्तक+आलय), पृथ्वीश (पृथ्वी+ईश), पितृण (पितृ+ऋण), रघूत्तम (रघु+उत्तम), रतीश (रति+ईश), रजनीश (रजनी+ईश), स्वर्णावसर (स्वर्ण+अवसर), सूक्ति (सु+उक्ति), स्वयंभूदय (स्वयंभू+उदय), शरणार्थी (शरण+अर्थी), शिवालय (शिव+आलय), सिन्धूर्मि (सिन्धु+ऊर्मि),  वधूत्सव (वधु+उत्सव), वधूर्मि (वधू+उर्मि), विद्यार्थी (विद्या+अर्थी), विद्यालय (विद्या+आलय), वधूल्लास (वधु+उल्लास), युवावस्था (युवा+अवस्था)।

गुण संधि विच्छेद –

चंद्रोदय (चन्द्र+उदय), दीर्घोपल (दीर्घ+ऊपल), देवेंद्र (देव+इन्द्र), देवेश (देव+ईश), देवर्षि (देव+ऋषि), गणेश (गण+ईश), गंगोर्मि (गंगा+ऊर्मि), जलोदय (जल+उदय), जलोर्मि (जल+ऊर्मि), खगेश (खग+ईश), लोकोपयोग (लोक+उपयोग), महोत्सव (महा+उत्सव), महोजस्वी (महा+ओजस्वी), महोर्जस्वी (महा+ऊर्जस्वी), महोर्मि (महा+उर्मि), महेश्वर (महा+ईश्वर), महेश (महा+ईश), महोपदेश (महा+उपदेश), महेंद्र (महा+इन्द्र), मृगेंद्र (मृग+इन्द्र), महर्षि (महा+ऋषि), नरेश (नर+ईश), नरेंद्र (नर+इन्द्र), परमोत्सव (परम+उत्सव), परोपकार (पर+उपकार), प्रेत (प्र+इत) परमेश्वर (परम+ईश्वर), रमेश (रमा+ईश), राजऋषि (राज+ऋषि), सप्तर्षि (सप्त+ऋषि), समुद्रोर्मि (समुद्र+ऊर्मि), सुरेंद्र (सुर+इन्द्र), सुरेश (सुर+ईश), सूर्योदय (सूर्य+उदय), उपेन्द्र (उप+इन्द्र)।

वृद्धि संधि विच्छेद –

एकदैव (एकदा+एव), एकैव (एक+एव), एकैक (एक+एक), दिनैक (दिन+एक), देवैश्वर्य (देव+ऐश्वर्य), धर्मैक्य (धर्म+ऐक्य), जलौस (जल+ओस), जलौक (जल+ओक), जलौषध (जल+औषध), महौज (महा+ओज), महौदार्य (महा+औदार्य), महौषध (महा+औषध), महैश्वर्य (महा+ऐश्वर्य), मतैक्य (मत+ऐक्य), नवैश्वर्य (नव+ऐश्वर्य), परमौज (परम+ओज), परमौषध (परम+औषध), परमौदार्य (परम+औदार्य), परमैश्वर्य (परम+एश्वर्य), सदैव (सदा+एव), सर्वदैव (सर्वदा+एव), तत्रैव (तत्र+एव), तथैव (तथा+एव), उष्णौदन (उष्ण+ओदन), वनौषधि (नव+औषधि), विश्वैक्य (विश्व+ऐक्य)।

यण संधि विच्छेद –

अध्ययन (अधि+अयन), अन्वादेश (अनु+आदेश), अत्यंत (अति+अंत), अन्वय (अनु+अय), अन्वर्थ (अनु+अर्थ), अत्यर्थ (अति+अर्थ), अत्युक्ति (अति+उक्ति), अत्युत्तम (अति+उत्तम), अन्वय (अनु+अय), अन्विष्ट (अनु+इष्ट), अत्यधिक (अति+अधिक), अत्याचार (अति+आचार), अत्यूष्म (अति+ऊष्म), अन्वीक्षण (अनु+ईक्षण), अत्यावश्यक (अति+आवश्यक), भान्वागमन (भानु+आगमन), ऋत्वन्त (ऋतु+अन्त), देव्यागम (देवी+आगमन), देव्युक्ति (देवी+उक्ति), देव्यालय (देवी+आलय), देव्यैश्वर्य (देवी+ऐश्वर्य), देव्योज (देवी+ओज), देव्यौदार्य (देवी+औदार्य),देव्यंग(देवी+अंग), धात्विक (धातु+इक),  गुर्वौदन (गुरु+ओदन), गुर्वौदार्य (गुरु+औदार्य), इत्यादि (इति+आदि), मन्वन्तर (मनु+अन्तर), मध्वरि (मधु+अरि), मध्वालय (मधु+आलय), मात्रार्थ (मातृ+अर्थ), न्यून (नि+ऊन), नद्यर्पण (नदी+अर्पण), नद्यूर्मि (नदी+ऊर्मि), प्रत्युत्तर (प्रति+उत्तर), प्रत्येक (प्रति+एक), प्रत्युपकार (प्रति+उपकार), प्रत्यूष (प्रति+ऊष), पित्राज्ञा (पितृ+आज्ञा), रीत्यानुसार (रीति+अनुसार), स्वागत (सु+आगत), सख्यागम (सखी+आगम), सख्युचित (सखी+उचित), सरस्वत्याराधना (सरस्वती+आराधना), उपर्युक्त (उपरि+उक्त), वध्वर्थ (वधू+अर्थ), वध्वागमन (वधू+आगमन), वाण्यूर्मि (वाणि+ऊर्मि), वध्विष्ट (वधू+इष्ट), वध्वीर्ष्या (वधू+ईर्ष्या), यद्यपि (यदि+अपि)।

अयादि संधि विच्छेद –

अन्वेषण (अनु+एषण), भवन (भो+अन), भ्रात्रोक (भ्रातृ+ओक), भ्रात्रेषणा (भ्रातृ+एषणा), चयन (चे+अन), गायक (गै+अक), गायन (गै+अन), गवीश (गो+ईश), गवन (गो+अन), गुर्वोदार्य (गुरु+औदार्य), मध्वोदन (मधु+ओदन), मध्वौषध (मधु+औषध), मात्रादेश (मातृ+आदेश), मात्रानन्द (मातृ+आनन्द), मात्रंग (मातृ+अंग), नयन (ने+अन), नायक (नै+अक), पवित्र (पो+इत्र), पवन (पो+अन), पावक (पौ+अक), पावन (पौ+अन), पित्रादेश (पितृ+आदेश), पित्रनुदेश (पित्र+अनुदेश), पित्रनुमति (पितृ+अनुमति), पावन (पौ+अन), पावक (पौ+अक), रवीश (रवि+ईश), सायक (सै+अक), शयन (शे+अन), वध्वंग (वधू+अंग), वध्वादेश (वधू+आदेश), वध्वेषण (वधू+एषण), वध्विष्ट (वधू+इष्ट), वध्वर्थ (वधू+अर्थ), श्रवण (श्रो+अन), श्रावन (श्रौ+अन)।

‘अ’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

अन्याय (अ+नि+आय), अभ्युदय (अभि+उदय), अन्वय (अनु+अय), अन्तःपुर (अन्तः+पुर), अत्यधिक (अति+अधिक), अधीश्वर (अधि+ईश्वर), अन्योन्याश्रय (अन्य+अन्य+आश्रय), अभीष्ट (अभि+इष्ट), अत्याचार (अति+आचार), अन्यान्य (अन्य+अन्य), अरण्याच्छादित (अरण्य+आच्छादित), अन्नाभाव (अन्न+अभाव), अम्बूर्मि (अम्बु+ऊर्मि), अत्युत्तम (अति+उत्तम), अत्यावश्यक (अति+आवश्यक), अहंकार (अहम्+कार), अन्वित (अनु+अय+इत), अधोगति (अधः+गति), अतएव (अतः+एव), अत्यन्त (अति+अन्त), अन्तर्निहित (अन्तः+निहित), अहर्निष (अहः+निश), अन्वेषण (अनु+एषण), अब्ज (अप्+ज), अजन्त (अच्+अन्त), अम्मय (अप्+मय), अभ्यागत (अभि+आगत)।

‘आ’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

आत्मोत्सर्ग (आत्म+उत्सर्ग), आशीर्वाद (आशीः+वाद), आकृष्ट (आकृष्+त), आविष्कार (आविः+कार), आच्छादन (आः+छादन), आद्यन्त (आदि+अन्त)।

‘उ’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

उच्छृंखला (उत्+श्रृंखला), उन्नति (उत्+नति), उद्धत (उत्+हत), उद्धार (उत्+हार), उन्नायक (उत्+नायक), उद्धृत (उत्+हृत), उन्माद (उत्+माद), उन्मूलित (उत्+मूलित), उन्मीलित (उत्+मीलित), उड्डयन (उत्+डयन), उल्लेख (उत्+लेख), उदय (उत्+अय), उन्मत्त (उत्+मत्त), उपदेशान्तर्गत (उपदेश+अन्तर्गत), उपर्युक्त (उपरि+उक्त), उद्विग्न (उत्+विग्न), उल्लंघन (उत्+लंघन), उद्गम (उत्+गम), उज्ज्वल (उत्+ज्वल), उपेक्षा (उप+ईक्षा), उद्घाटन (उत्+घाटन), उद्दाम (उत्+दाम), उच्चारण (उत्+चारण), उच्छिन्न (उत्+छिन्न), उच्छिष्ट (उत्+शिष्ट), उन्नयन (उत्+नयन), उद्योग (उत्+योग), उद्भव (उत्+भव), उच्छ्वास (उत्+श्वास), उल्लास (उत्+लास)।

‘त’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

तथैव (तथा+एव), तथापि (तथा+अपि), तद्रूप (तत्+रूप), तल्लीन (तत्+लीन), तट्टीका (तत्+टीका), तद्धित (तत्+हित), तपोभूमि (तपः+भूमि), तपोवन (तपः+वन), तिरस्कार (तिरः+कार), तेजोमय (तेजः+मय), तदाकार (तत्+आकार), तेजोपुंज (तेजः+पुंज), तृष्णा (तृष्+ना), तेजोराशि (तेजः+राशि)।

‘द’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

दावानल (दाव+अनल), दिग्गज (दिक्+गज), दुश्शासन (दुः+शासन), देवर्षि (देव+ऋषि), देवेन्द्र (देव+इन्द्र), देवेश (देव+ईश), दुष्कर (दुः+कर), दुर्नीति (दुः+नीति), दुर्जन (दुः+जन), दिग्भ्रम (दिक्+भ्रम), दुर्गति (दुःगति), दिगम्बर (दिक्+अम्बर), देव्यागम (देवी+आगम), दुःस्थल (दुः+स्थल), दुर्दिन (दुः+दिन), दुर्धर्ष (दुः+धर्ष), दुस्तर (दुः+स्तर), दुर्वह (दुः+वह)।

‘न’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

नमस्कार (नमः+कार), नारायण (नार+अयन), निर्विवाद (निः+विवाद), नद्यम्बु (नदी+अम्बु), नारीश्वर (नारी+ईश्वर), नदीश (नदी+ईश), न्यून (नि+ऊन), निर्झर (निः+झर), नद्यूर्मि (नदी+ऊर्मि), नयन (ने+अन), नायक (नै+अक), नाविक (नौ+इक), निश्छल (निः+छल), निश्चल (निः+चल), निराधार (निः+आधार), निरीक्षण (निः+ईक्षण), निस्संदेह (निः+संदेह), निस्सृत (निः+सृत), निस्सार (निः+सार), निरीह (निः+ईह), निरुपाय (निः+उपाय), निर्जल (निः+जल), नीरव (निः+रव), नीरोग (निः+रोग), निष्पाप (निः+पाप), निष्काम (निः+काम), निस्सहाय (निः+सहाय), निरर्थक (निः+अर्थक), निश्चिन्त (निः+चिन्त), निरन्तर (निः+अन्तर), निश्चय (निः+चय), निष्प्राण (निः+प्राण), निर्मल (निः+मल), निर्भर (निः+भर), निरुद्देश्य (निः+उद्देश्य), निश्शब्द (निः+शब्द), निष्कपट (निः+कपट), निर्गुण (निः+गुण), निस्तार (निः+तार), निर्विकार (निः+विकार), निष्फल (निः+फल), निष्कारण (निः+कारण)।

‘प’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

परमार्थ (परम+अर्थ), प्रत्येक (प्रति+एक), पुनर्जन्म (पुनः+जन्म), पुरस्कार (पुरः+कार), पुनरुक्ति (पुनः+उक्ति), पीताम्बर (पीत+अम्बर), प्रत्यय (प्रति+अय), प्रत्युत्तर (प्रति+उत्तर), पावन (पौ+अन), पावक (पौ+अक), पवन (पो+अन), पवित्र (पो+इत्र), परमेश्वर (परम+ईश्वर), परमौषध (परम+औषध), परमौजस्वी (परम+ओजस्वी), पित्रादेश (पितृ+आदेश), पंचम (पम्+चम), पुरुषोत्तम (पुरुष+उत्तम), पित्रनुमति (पितृ+अनुमति), पित्रिच्छा (पितृ+इच्छा), पृथ्वीश (पृथ्वी+ईश), प्राङ्मुख (प्राक्+मुख), परिच्छेद (परि+छेद), परीक्षा (परि+ईक्षा), प्रत्यक्ष (प्रति+अक्ष), प्रांगण (प्र+अंगण), पदोन्नति (पद+उन्नति), पश्वधम (पशु+अधम), पृष्ठ (पृष्+थ), प्रतिच्छाया (प्रति+छाया), प्रोत्साहन (प्र+उत्साहन), पयोद (पयः+द), पयोधि (पयः+धि), परन्तु (परम्+तु), परिष्कार (परिः+कार), प्रातःकाल (प्रातः+काल)।

‘म’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

महीन्द्र (मही+इन्द्र), महोर्मि (महा+ऊर्मि), मतैक्य (मत+ऐक्य), मनोगत (मनः+गत), महोत्सव (महा+उत्सव), महार्णव (महा+अर्णव), महर्षि (महा+ऋषि), मनोयोग (मनः+योग), मनोज (मनः+ज), मनोरथ (मनः+रथ), मनोभाव (मनः+भाव), मनोविकार (मनः+विकार), महाशय (महा+आशय), महेन्द्र (महा+इन्द्र), महेश (महा+ईश), महेश्वर (महा+ईश्वर), मन्वन्तर (मनु+अन्तर), मध्वासव (मधु+आसव), महौज (महा+ओज), महौषध (महा+औषध), मात्रार्थ (मातृ+अर्थ), मुनीन्द्र (मुनि+इन्द्र), मृगेन्द्र (मृग+इन्द्र), मृण्मय (मृत्+मय), मातृण (मातृ+ऋण)।

‘य’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

यद्यपि (यदि+अपि), यशोदा (यशः+दा), यशोधरा (यशः+धरा), यशोधन (यशः+धन), यथेष्ट (यथा+इष्ट), युधिष्ठिर (युधि+स्थिर), यशइच्छा (यशः+इच्छा), यतोचित (यथा+उचित)।

‘व’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

व्यर्थ (वि+अर्थ), व्याप्त (वि+आप्त), व्याकुल (वि+आकुल), व्युत्पत्ति (वि+उत्पत्ति), व्यायाम (वि+आयाम), वयोवृद्ध (वयः+वृद्ध), वधूत्सव (वधू+उत्सव), वसुधैव (वसुधा+एव), वध्वैश्वर्य (वधू+ऐश्वर्य), वाग्जाल (वाक्+जाल), वाङ्मय (वाक्+मय), वागीश (वाक्+ईश), विपज्जाल (विपद्+जाल), विद्यालय (विद्या+आलय), विद्योन्नति (विद्या+उन्नति), वीरांगना (वीर+अंगना)।

‘श’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

शंकर (शम्+कर), शिरोमणि (शिरः+मणि), शुद्धोदन (शुद्ध+ओदन), शस्त्रास्त्र (शस्त्र+अस्त्र), शशांक (शश+अंक)।

‘स’ से शुरु होने वाले शब्दों के संधि विच्छेद –

संन्धि (सम्+धि), स्वागत (सु+आगत), सुरेन्द्र (सुर+इन्द्र), स्वार्थ (स्व+अर्थ), सदानन्द (सत्+आनन्द), सद्गुरु (सत्+गुरु), सद्भावना (सत्+भावना), सद्धर्म (सत्+धर्म), सज्जन (सत्+जन), सच्छास्त्र (सत्+शास्त्र), संकल्प (सम्+कल्प), सन्तोष (सम्+तोष), सर्वोदय (सर्व+उदय), सूर्योदय (सूर्य+उदय), सरोज (सरः+ज), सरोवर (सरः+वर), संचय (सम्+चय), संयोग (सम्+योग), संसार (सम्+सार), संवाद (सम्+वाद), संयम (सम्+यम), सदाचार (सत्+आचार), सीमान्त (सीमा+अन्त), संवत् (सम्+वत्), संयम (सम्+यम), सप्तर्षि (सप्त+ऋषि), सतीष (सती+ईश), स्वाधीन (स्व+अधीन), समन्वय (सम्+अनु+अय), साष्टांग (स+अष्ट+अंग), सद्वाणी (सत्+वाणी), साश्चर्य (स+आश्चर्य), सत्याग्रह (सत्य+आग्रह), सर्वोत्तम (सर्व+उत्तम), सावधान (स+अवधान), समुद्रोर्मि (समुद्र+ऊर्मि), स्वयंभूदय (स्वयंभू+उदय), स्वर्ग (स्वः+ग), शस्त्रास्त्र (शस्त्र+अस्त्र), संगठन (सम्+गठन), सन्निहित (सत्+निहित), सच्चरित्र (सत्+चरित्र), सद्विचार (सद्+विचार), सदैव (सदा+एव), सद्भाव (सत्+भाव), समुच्चय (सम्+उत्+चय), समुदाय (सम्+उत्+आय)।

1 – सन्धि विच्छेद संबंधी प्रश्न

‘संधि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सम् +धि

‘विच्छेद’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – वि + छेद

‘पुस्तकार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – पुस्तक + अर्थी

‘उत्तमांग’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – उत्तम + अंग

‘धनार्धी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – धन+अर्थी

‘दैत्यारि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – दैत्य +अरि

‘देहांत’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – देह +अंत

‘वेदांत’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – वेद + अंत

‘शरणार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – शरण + अर्थी

‘सत्यार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सत्य + अर्थी

‘सूर्यास्त’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सूर्य + अस्त

‘रामावतार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – राम + अवतार

‘शिवायन’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – शिव + अयन

‘अन्नाभाव’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अन्न + आभाव

‘पुष्पावली’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – पुष्प + अवली

‘शब्दार्थ’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – शब्द + अर्थ

‘चरणामृत’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – चरण + अमृत

‘स्वर्णावसर’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – स्वर्ण + अवसर

‘हिमालय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – हिम + आलय

‘शिवालय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – शिव + आलय

‘परमात्मा’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – परम + आत्मा

‘रत्नाकर’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रत्न + आकर

‘कुशासन’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कुश + आसन

‘पुस्तकालय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – पुस्तक + आलय

‘देवालय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – देव + आलय

2 – सन्धि विच्छेद संबंधी प्रश्न

‘रामाधार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – राम + आधार

‘रामाश्रय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – राम + आश्रय

‘धर्मात्मा’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – धर्म + आत्मा

‘परमानन्द’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – परम + आनन्द

‘नित्यानन्द’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – नित्य + आनन्द

‘परमावश्यक’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – परम + आवश्यक

‘भोजनालय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – भोजन + आलय

‘विद्यार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – विद्या + अर्थी

‘विद्याभास’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – विद्या + आभास

‘सेवार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सेवा + अर्थी

‘मायाधीन’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – माया + अधीन

‘करुणावतार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – करुणा + अवतार

‘तथापि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – तथा + अपि

‘युवावस्था’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – युवा + अवस्था

‘आज्ञानुसार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – आज्ञा + अनुसार

‘परीक्षार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – परीक्षा + अर्थी

‘शिक्षार्थी’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – शिक्षा + अर्थी

‘कवीन्द्र’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कवि + इन्द्र

‘रवीन्द्र’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रवि + इन्द्र

‘गिरीन्द्र’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – गिरि + इन्द्र

‘अभीष्ट’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अभि + इष्ट

‘कवीच्छा’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कवि + इच्छा

‘हरीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – हरि + ईश

‘कवीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कवि + ईश

‘गिरीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – गिरि + ईश

‘कपीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कपि + ईश

‘मुनीश्वर’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – मुनि + ईश्वर

‘बुद्धीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – बुद्धि + ईश

‘रतीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रति + ईश

संधि विच्छेद –

‘महीन्द्र’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – महि + इन्द्र

‘लक्ष्मीच्छा’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – लक्ष्मी + इच्छा

‘नदीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – नदी + ईश

‘जानकीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – जानकी + ईश

‘महीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – महा + ईश

‘पृथ्वीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – पृथ्वी + ईश

‘रजनीश’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रजनी + ईश

‘भारतीश्वर’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – भारती + ईश्वर

‘भानूदय’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – भानु + उदय

‘लघूक्ति’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – लघु + उक्ति

‘कटूक्ति’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – कटु + उक्ति

‘रघूत्तम’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रघु + उत्तम

‘मृत्यूपरांत’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – मृत्यु + उपरांत

‘सूक्ति’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सु + उक्ति

‘लघूर्मि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – लघु + ऊर्मि

‘मंजूषा’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – मंजु + ऊषा

‘सिन्धूर्मि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – सिन्धु + ऊर्मि

‘वधूत्सव’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – वधु + उत्सव

‘भूपरि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – भू + उपरि

‘वधूल्लास’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – वधू + उल्लास

‘भूत्तम’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – भू + उत्तम

‘होतृकार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – होतृ + ऋकार

‘यद्यपि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – यदि + अपि

‘अध्ययन’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अधि + अयन

‘अत्यर्थ’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + अर्थ

‘अत्यधिक’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + अधिक

‘रीत्यानुसार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – रीति + अनुसार

‘इत्यादि’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – इति + आदि

‘अत्याचार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + आचार

‘अत्यावश्यक’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + आवश्यक

‘पत्युत्तर’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – प्रति + उत्तर

‘प्रत्युपकार’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – प्रति + उपकार

संधि विच्छेद –

‘उपर्युक्त’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – उपरि + उक्त

‘अत्युक्ति’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + उक्ति

‘अत्युत्तम’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – अति + उत्तम

‘न्यून’ का सन्धि विच्छेद क्या होगा ?

उत्तर – नि + ऊन

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