BRICS : स्थापना, सदस्य, सम्मेलन आदि

BRICS : स्थापना, सदस्य, सम्मेलन आदि… ब्राजील, रूस, भारत, व चीन ने मिलकर 2009 में BRIC की स्थापना की। ब्रिक का पहला सम्मेलन 16 जून 2009 को येकेटरिनबर्ग, रुस में हुआ। 15 अप्रैल 2010 को ब्राजीलिया में हुए इसके दूसरे सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका भी इसमें शामिल हो गया। तब से यह BRIC के स्थान पर BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa) कहलाने लगा। BRIC शब्द एक ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ’नील द्वारा गढ़ा गया।

14 अप्रैल 2011 में चीन में हुए इसके तीसरे सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका पहली बार शामिल हुआ। 15-16 जुलाई 2014 में फोर्टालेजा, ब्राजील सम्मेलन में ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना की गई। इस बैंक का मुख्यालय शंघाई, चीन में है। शुरुवात के 6 वर्षों तक इसकी अध्यक्षता भारत को प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद ब्राजील व रूस के पास 5-5 वर्षों के लिए इसकी अध्यक्षता होगी।

15वां ब्रिक्स सम्मेलन 2023 –

22-24 अगस्त 2023 को ब्रिक्स देशों के 15वें शिखर सम्मेलन का आयोजन दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुआ। 2019 में कोविड महामारी के बाद यह इन नेताओं की पहली व्यक्तिगत बैठक है। 15वें शिखर सम्मेलन की थीम “BRICS and Africa : Partnership for Mutually Accelerated Growth, Sustainable Development and Inclusive Multilateralism” रखी गई। इस सम्मेलन में 6 नए सदस्य देशों मिश्र, इथोपिया, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, और अर्जेंटीना को शामिल करने पर सहमति बनी। परंतु बाद में अर्जेंटीना ने इस समूह में शामिल होने की अपनी इच्छा को बापस ले लिया। इस प्रकार अब ब्रिक्स के कुल 10 सदस्य हो गए हैं। यह सदस्यता 1 जनवरी 2024 से प्रभावी हो गई।

ब्रिक्स सदस्य देश –

  1. ब्राजील (2009)
  2. रूस (2009)
  3. इण्डिया (2009)
  4. चीन (2009)
  5. साउथ अफ्रीका (2010 से )
  6. मिश्र (1 जनवरी 2024 से)
  7. इथोपिया (1 जनवरी 2024 से )
  8. ईरान (1 जनवरी 2024 से)
  9. सऊदी अऱब (1 जनवरी 2024 से )
  10. संयुक्त अरब अमीरात (1 जनवरी 2024 से)

न्यू डेवलपमेंट बैंक –

2012 में नई दिल्ली में आयोजित चौथे ब्रिक्स सम्मेलन में इस बैंक की स्थापना पर विचार किया गया। इसकी स्थापना साल 2014 में ब्राजील के फोर्टालेजा में हुए छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान New Development Bank की स्थापना से संबंधित समझौता हुआ। इसकी स्थापना ब्रिक्स विकास बैंक के रूप में किया गया था। इसकी प्रारंभिक अधिकृत पूंजी 100 बिलियन डॉलर थी। साथ ही इसकी प्रारंभिक सदस्यता पूंजी 50 बिलियन डॉलर थी। इसका मुख्यालय चीन के शंधाई में है। अब तक के लगभग 70 बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजना को मंजूरी दे चुका है।

BRICS से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य –

  • 2023 में अर्जेंटीना ने ब्रिक्स की सदस्यता लेने की इच्छा जाहिर की, परंतु बाद में मना कर दिया।
  • 2021 में भारत ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की।
  • ब्रिक्स रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट सैटेलाइट तारामण्डल के सहयोग को लेकर 5 अंतरिक्ष एजेंसियों ने अगस्त 2021 में समझौता किया।

आरबीआई ने लगाया जुर्माना

आरबीआई ने लगाया जुर्माना (RBI Ne Lagaya Jurmana) :

अप्रैल 2023 –

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अप्रैल 2023 में चार सहकारी बैंकों पर 44 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। इन पर यह जुर्माना बैंकिंग नियमों की अनदेखी करने के कारण लगाया गया है। हालांकि इसका असर बैंक के खाताधारकों पर नहीं पड़ेगा। इन बैंकों से जवाब मांगा गया था। लेकिन असंतुष्ट होने के बाद रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया। जिन बैंकों पर जुर्माना लगाया गया वे हैं –

  • तमिलनाडु स्टेट एपेक्स कोऑपरेटिव बैंक, चेन्नई – 16 लाख रुपये का जुर्माना
  • बॉम्बे मर्केटाइल कोऑपरेटिव बैंक – 13 लाख रुपये का जुर्माना
  • जनता सहकारी बैंक, पुणे – 13 लाख रुपये का जुर्माना
  • बारां नागरिक सहकारी बैंक, बारां (राजस्थान) – 2 लाख रुपये का जुर्माना

अडूर कोऑपरेटिव अर्बन बैंक का लाइसेंस रद्द –

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अप्रैल 2023 में केरल स्थित Adoor Co-operative Urban Bank का लाइसेंस रद्द कर दिया।  अडूर कोऑपरेटिव अर्बन बैंक को बैंकिंग विनियमन अधिनियम के तहत 3 जनवरी 1987 को लाइसेंस दिया गया था। 24 अप्रैल 2023 को रिजर्व बैंक ने इस बैंक के कारोबार पर रोक लगाने का आदेश जारी किया।

वित्त वर्ष 2022-23 में 8 बैंकों के लाइसेंस रद्द –

रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया ने वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 8 बैंकों के लाइसेंस रद्द किये। इसके अलावा 114 बैंकों पर 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया। आरबीआई द्वारा यह कदम बैंकों द्वारा बैंकिंग नियमों की अनदेखी करने के कारण उठाया गया। वित्त वर्ष 2023 में जिन 8 बैंकों के लाइसेंस रद्द किये गए उनमें डेक्कन सहकारी बैंक, मुधोल सहकारी बैंक, लक्ष्मी सहकारी बैंक, बाबाजी दाते महिला सहकारी बैंक शामिल हैं। सहकारी बैंकें ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंक सुविधान प्रदान करने का कार्य करती हैं।

error: Content is protected !!