भारत के महान व्यक्तित्व ( Important People of India ) – महात्मा गाँधी, भीमराव अम्बेडकर, अब्दुल कलाम, कबीरदास, नेहरू, इंदिरा, भगतसिंह, विवेकानंद…
प्रमुख लोगों की जन्म तिथि, जन्म स्थान, माता, पिता के नाम इत्यादि –
व्यक्ति | जन्म तिथि | जन्म स्थान | पिता | माता | मृत्यु |
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महावीर स्वामी | 599 ई.पू. | कुण्डग्राम | सिद्धार्थ | त्रिशला देवी | 527 ई.पू. |
गौतम बुद्ध | 563 ई. पू. | लुम्बिनी | शुद्धोदन | महामाया | 483 ई.पू. |
कबीरदास | 1398 ई. | काशी | - | - | 1518 ई. |
रहीमदास | 17 दिंसबर 1556 ई. | दिल्ली | बैरमखाँ | सईदा बेगम | 1626 ई. |
ज्योतिबा फुले | 11 अप्रैल 1827 | खानवाड़ी, पुणे | गोविंद राव | चिमनाबाई | 29 नवंबर 1890 |
लक्ष्मी बाई | 19 नवंबर 1835 | भदौनी, वाराणसी | मोरोपंत | भागीरथी बाई | 18 जून 1858 |
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र | 9 सितंबर 1850 ई. | काशी | गोपालचंद्र गिरिधरदास | - | 6 जनवरी 1885 ई. |
बालगंगाधर तिलक | 23 जुलाई 1856 | चिखली गाँव, रत्नागिरी | गंगाधर तिलक | पार्वती बाई | 1 अगस्त 1920 |
प्रताप नारायण मिश्र | 1856 ई. | बैजे गाँव (उन्नाव, UP) | पं. संकटा प्रसाद | - | 1894 ई. |
रवींद्रनाथ टैगोर | 1861 ई. | कोलकाता | देवेंद्रनाथ टैगोर | शारदा देवी | 1941 ई. |
स्वामी विवेकानंद | 12 जनवरी 1863 | कलकत्ता | विश्वनाथ दत्त | भुवनेश्वरी देवी | 4 जुलाई 1902 |
लाला लाजपत राय | 28 जनवरी 1865 | मोगा, पंजाब | लाला राधाकृष्ण | गुलाब देवी | 17 नवंबर 1828 |
महात्मा गांधी | 2 अक्टूबर 1869 | पोरबंदर (काठियावाड़, गुजरात) | करमचंद गाँधी | पुतलीबाई | 30 जनवरी 1948 |
मुंशी प्रेमचंद | 1880 ई. | लमही, वाराणसी | अजायब लाल | आनन्दी देवी | 1936 ई. |
काका कालेकर | 1885 ई. | सतारा, महाराष्ट्र | - | - | 1981 ई. |
मैथिलीशरण गुप्त | 1886 ई. | चिरगाँव (झाँसी, UP) | रामचरण गुप्त | - | 1964 ई. |
जवाहरलाल नेहरू | 14 नवंबर 1889 | इलाहाबाद | मोतीलाल नेहरू | स्वरूप रानी | 27 मई 1964 |
जयशंकर प्रसाद | 1890 ई. | काशी | देवकी प्रसाद | - | 1937 ई. |
भीमराव अम्बेडकर | 14 अप्रैल 1891 | मऊ, मध्यप्रदेश | मारजी मालोजी सकपाल | भीमाबाई मुरबादकर | 6 दिसंबर 1956 |
श्रीराम शर्मा | 23 मार्च 1892 ई. | मक्खनपुर (मैनपुरी, UP) | - | - | 1967 ई. |
सूभाषचंद्र बोस | 23 जनवरी 1897 | कटक, ओडिशा | जानकीनाथ बोस | प्रभावती | - |
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला | 1897 ई. | मेदिनीपुर, बंगाल | रामसहाय त्रिपाठी | - | 1961 ई. |
सुमित्रानन्दन पंत | 20 मई 1900 | कौसानी, अल्मोड़ा | गंगादत्त पंत | सरस्वती देवी | 28 दिसंबर 1977 |
मेजर ध्यानचंद | 29 अगस्त 1905 | इलाहाबाद | समेश्वर दत्त सिंह | श्रद्धा सिंह | 3 दिसंबर 1979 |
चंद्रशेखर आजाद | 23 जुलाई 1906 | भाबरा, झाबुआ (मध्यप्रदेश) | सीताराम तिवारी | जगरानी देवी (3) | 27 फरवरी 1931 |
सोहनलाल द्विवेदी | 22 फरवरी 1906 ई. | बिन्दकी, फतेहपुर | वृन्दावन प्रसाद द्विवेदी | - | 1 मार्च 1988 ई. |
भगत सिंह | 28 सिंबर 1907 | लायलपुर, पंजाब | सरदार किशन सिंह | विद्यावती | 23 मार्य 1931 |
हजारीप्रसाद द्विवेदी | 1907 ई. | दूबे का छपरा, बलिया | अनमोल दुबे | ज्योतिकली देवी | 1979 ई. |
हरिवंशराय बच्चन | 27 नवंबर 1907 ई. | प्रयाग | प्रताप नारायण श्रीवास्तव | सरस्वती देवी | 18 जनवरी 2003 |
महादेवी वर्मा | 1907 ई. | फर्रुखाबाद (UP) | गोविन्दप्रसाद वर्मा | हेमरानी देवी | 1987 ई. |
रामधारी सिंह दिनकर | 1908 ई. | सिमरिया (मुंगेर, बिहार) | बाबू रवि सिंह | मनरूप देवी | 14 अप्रैल 1974 |
इंदिरा गाँधी | 19 नवंबर 1917 | इलाहाबाद | जवाहरलाल नेहरू | कमला नेहरू | 31 अक्टूबर 1984 |
अटल बिहारी वाजपेयी | 25 दिसंबर 1924 | ग्वालियर, MP | श्रीकृष्ण वाजपेयी | कृष्णादेवी | 16 अगस्त 2018 |
धर्मवीर भारती | 25 दिसंबर 1926 ई. | इलाहाबाद | चिरंजी लाल | चन्दा देवी | 4 सितंबर 1997 |
ए.पी.जे. अब्दुल कलाम | 15 अक्टूबर 1931 | रामेश्वरम, तमिलनाडु | जैनुलाब्दीन मरकयर | एशियम्मा जैनुलाब्दीन | 22 जुलाई 2015 |
नरेंद्र मोदी | 17 सितंबर 1950 | बाड़नगर, गुजरात | दामोदरसाद मोदी | हीराबेन मोदी | - |
कपिल देव | 6 जनवरी 1959 | चंडीगढ़ | रामलाल निखंज | राजकुमारी लाजवंती | - |
सचिन तेंदुलकर | 24 अप्रैल 1973 | मुम्बई, महाराष्ट्र | रमेश तेंदुलकर | रजनी तेंदुलकर | - |
महात्मा गाँधी –
भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 ई. को गुजरात के काठियावाड़ जिले के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। इनकी माता का नाम पुतलीबाई और पिता का नाम करमचंद गाँधी था। 1883 ई. में गाँधी जी का विवाह कस्तूरबा गाँधी से हुआ। 1891 ई. में इन्होंने बेरिएस्टर की डिग्री प्राप्त की और वकालत की शुरुवात की। ये 1893 ई. में एक भारतीय व्यापारी अब्दुल्ला के मुकदमें की पैरवी करने दक्षिण अफ्रीका चले गए। 1904 ई. में फीनिक्स आश्रम और 1910 ई. में टॉलस्टॉय फार्म की स्थापना की।
9 जनवरी 1915 ई. को भारत में इनकी वापसी हुई। तब ये गोपालकृष्ण गोखले के संपर्क में आए और उन्हें अपना राजनीतिक गुरु बना लिया और भारतीय राजनीति में सक्रिय हो गए। 1916 ई. में अहमदाबाद में साबरमती आश्रम की स्थापना की। 1917 ई. में चम्पारण सत्याग्रह किया। 1918 ई. में अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन, व खेड़ा सत्याग्रह किया। 1919 से 1922 तक खिलाफत आंदोलन किया। 1920 से 1922 तक असहयोग आंदोलन किया। 30 जनवरी 1948 ई. को नाथूराम गोड़से ने गोली मारकर इनकी हत्या कर दी।
इनके जन्म दिवस पर दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है। रवींद्रनाथ टैगोर ने इन्हें महात्मा कहकर पुकारा। सुभाषचंद्र बोस ने इन्हें राष्ट्रपिता कहा। जवाहर लाल नेहरू ने इन्हें बापू कहा।
भीमराव अम्बेडकर –
भारतीय संविधान के जनक एवं भारत के महान दार्शनिक, लेखक, पत्रकार, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, विधि विशेषज्ञ एवं महान बुद्धिजीवी भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 ई. को मऊ (मध्यप्रदेश, ब्रिटिश भारत) में हुआ था। इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई मुरबादकर था। इन्हें बचपन से ही समाज में बेहद भेदभाव का सामना करना पड़ा। इनकी प्रारंभिक शिक्षा भी बहुत भेदभाव के साथ संपन्न हुई। इन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। ये विदेश जाकर अर्थशास्त्र में डाक्ट्रेट करने वाले प्रथम भारतीय हैं। शिक्षा प्राप्ति के बाद इन्होंने शिक्षण औऱ वकालत का कार्य किया।
इन्होंने समाज में दलितों की सामाजिक दशा को सुधारने के लिए अथक प्रयास किये। समाज में व्याप्त भेदभाव को मिटाने के अथक प्रयासों के बावजूद 14 अक्टूबर 1956 ई. को इन्होनें बौद्ध धर्म अपना लिया। 6 दिसंबर 1956 ई. को इनकी मृत्यु हो गई। मुम्बई में चैत्युभूमि इनका समाधि स्थल है। 1990 ई. में इन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारतरत्न से सम्मानित किया गया। ये भारतीय संविधान निर्माता संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे।
अब्दुल कलाम –
महान वैज्ञानिक एवं भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 ई. को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी अब्दुल कलाम एक शिक्षक, वैज्ञानिक, लेखक, इंजीनियर व राष्ट्रपति थे। इन्हें स्वदेशी तकनीक से पृथ्वी व अग्नि मिसाइलों को विकसित के लिए जाना जाता है। 25 जुलाई 2002 को ये भारत के 11वे राष्ट्रपति बने और 25 जुलाई 2007 तक पद पर कार्य किया। 1997 ई. में इन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया। 22 जुलाई 2015 को मेघालय के शिलांग आईआईएम में इनका निधन हो गया।
कबीर दास –
भारत के महान कवि, आलोचक एवं समाज सुधारक कबीर दास जी का जन्म 1398 ई. में काशी में हुआ था। इनका जन्म एक विधवा ब्रह्मण स्त्री के गर्भ से हुआ था। अतः लोकलाज के भय से वह इन्हें वाराणसी के लहरतारा नामक स्थान पर छोड़ आयी। वहाँ से नीरू व नीमा नामक जुलाहा दम्पत्ति नें इन्हें उठाया और इनका पालन पोषण किया। ये तात्कालिक समाज मे व्याप्त धार्मिक आडम्बर के परम विरोधी थे। इनकी कविताएं इन्हीं आडंबरों पर चोट थीं। इस महान कवि की मृत्यु 1518 ई. में मगहर में हो गई।
जवाहरलाल नेहरू –
स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 ई. को इलाहाबाद में हुआ था। इनके जन्म दिवस को हर साल बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू और माता का नाम स्वरूप रानी नेहरू था। इन्होंने अपनी कॉलेज की शिक्षा ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज (लंदन) से पूरी की। शिक्षा पूर्ण करने के बाद 1912 ई. में इन्होंने वकालत के तौर पर करियर की शुरुवात की। 1916 ई. में इनका विवाह कमला नेहरू से हुआ। इनकी एकमात्र संतान इंदिरा गाँधी थीं।
ये अपने राजनीतिक जीवन में कुल 9 बार जेल गए। 1919 ई. में ये गाँधी जी के संपर्क में आए। 1920 ई. में असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया। 1929 ई. में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशक के अध्यक्ष बने। 1942 ई. के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 1945 ई. में छोड़ा गया। 1944 ई. में इन्होंने ‘Discovery of India’ नामक पुस्तक लिखी। 15 अगस्त 1947 ई. को भारत आजाद होने के साथ ये भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने और मृत्युपर्यंत ये इस पद पर रहे। 27 मई 1964 ई. को नई दिल्ली में अपने कार्यालय में दिल का दौरा पड़ने से इनका निधन हो गया। प्रधानमंत्री के रूप में इनका कार्यकाल अब तक सबसे लम्बा (16 साल 9 माह 13 दिन) रहा।
महात्मा ज्योतिबा फुले –
भारत के महान समाज सुधारक, कवि, लेखक, दार्शनिक, विचारक व क्रांतिकारी ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 ई. को तात्कालिक ब्रिटिश भारत के खानवाडी (पुणे, बम्बई प्रेसिडेंसी) में हुआ था। इनके पिता का नाम गोविंदराव और माता का नाम चिमनाबाई था। इनके परिवार में फूलों का काम होता था जिस कारण इनका नाम फुले पड़ा। 1840 ई. में इनका विवाह साबित्री बाई फुले से हुआ। इन्होंने दलितों व महिलाओं के उत्थान के लिए अनेक कार्य किये। 24 सितंबर 1873 ई. को इन्होंने सत्यशोधक समाज की स्थापना की। इन्होंने बाल विवाह का विरोध एवं विधवा विवाह का समर्थन किया। इनकी पुस्तक गुलामगिरी (1873) बहुत लोकप्रिय हुई। 11 मई 1888 को विट्ठलराव कृष्णाजी वंडेकर ने इन्हें महात्मा की उपाधि दी। 28 नवंबर 1890 ई. को पुणे में इनका निधन हो गया।
अटल बिहारी बाजपेयी –
एक कवि, विचारक राजनीतिज्ञ एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीकृष्ण बाजपेयी और माता का नाम श्रीमती कृष्णादेवी था। ये आजीवन अविवाहित रहे। आजादी के बाद इन्होंने पहला लोकसभा चुनाव 1955 ई. में लड़ा परंतु सफलता नहीं मिली। फिर 1957 ई. में बलरामपुर (गोंडा, उत्तर प्रदेश) से जनसंघ पार्टी के टिकट पर जीत मिली। ये 16 मई 1996 को पहली बार भारत के प्रधानमंत्री बने। भारत सरकार द्वारा इन्हें 2014 में भारतरत्न से सम्मानित किया गया। 16 अगस्त 2018 का इनका निधन हो गया। भारत सरकार ने 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाने की घोषणा की।
इंदिरा गाँधी –
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का जन्म 19 नवंबर 1917 ई. को इलाहाबाद (ब्रिटिश भारत) में हुआ था। ये अपनी माता कमला नेहरू व पिता जवाहर लाल नेहरू की इकलौती संतान थीं। 24 जनवरी 1966 को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और 24 मार्च 1977 तक इस पद पर रहीं। 31 अक्टूबर 1984 ई. को इनकी हत्या कर दी गई।
भगत सिंह – भारत के महान व्यक्तित्व
भारत के महान क्रांतिकारी भगत सिंह का जन्म 1907 ई. में पंजाब के लायलपुर गाँव में हुआ था। इनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह था। भगतसिंह बचपन से ही क्रांतिकारी विचारों वाले थे। बहुत कम उम्र में ही इन्होंने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध कमर कस ली। ये हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी के सदस्य थे। इन्होंने पुलिस अधिकारी सांडर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। ब्रिटिश सरकार ने 23 मार्च 1931 को भगतसिंह को फाँसी दे दी।
चंद्रशेखर आजाद – भारत के महान व्यक्तित्व
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी जीवन न्यौछावर कर देने वाले भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 ई. को भाबरा, झाबुआ (मध्यप्रदेश) में हुआ था। ये बहुत कम उम्र में ही देश की आजादी की लड़ाई में जुट गए। इन्होंने पहली बार सक्रिय रूप से अपनी भूमिका काकोरी कांड (1925) में निभाई। इसके बाद 1928 ई. में इन्होंने लाहौर में ब्रिटिश ऑफिसर एस.पी. साण्डर्स की गोली मारकर हत्या की। 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से हुई मुठभेड़ में ये बुरी तरह घायल हो गए और अपनी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली। वो पिस्तौल अंग्रेज अपने साथ ले जाकर वहाँ के म्यूजियम में रखी। लेकि भारत सरकार के प्रयासों के बाद उसे बापस भारत लाकर इलाहाबाद के म्यूजियम में रखा गया है।
सुभाष चन्द्र बोस – भारत के महान व्यक्तित्व
भारत के महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 ई. को कटक, ओडिशा में हुआ था। इनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माता का नाम प्रभावती था। सुभाष अपने माता पिता की 14 संतानों में 9वें थे। इनका पिता बंगाल विधानसभा के सदस्य भी रहे थे। सेना में भर्ती होने के लिए इन्होंने 49वीं नेटिव बंगाल रेजिमेंट के लिए परीक्षा भी दी थी। परंतु इनकी आँखें कमजोर होने के कारण इन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इन्होंने स्वाध्याय से 1920 ई. में IAS की परीक्षा चौथी रैंक से पास की। 22 अप्रैल 1921 ई. को पद त्याग दिया।
जून 1921 में ये भारत बापस आए। रवींद्रनाथ टैगोर की सलाह पर ये 20 जुलाई 1921 ई. को पहली बार महात्मा गाँधी से मिले। 1938 ई. में ये कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। 1939 ई. में त्रिपुरी अधिवेशन में गाँधी समर्थित पट्टाभिसीतारमैया को हराकर दूसरी बार कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। परंतु कार्यकारिणी के गठन के प्रस्ताव पर गाँधी जी से विवाद होने पर इन्होंने पद त्याग दिया। 3 मई 1939 ई. को फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। 18 अगस्त 1945 को जापान के ताइहोकू हवाई अड्डे के पास इनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें इनकी मृत्यु हुई या बच गए ये आज तक विवादास्पद है।
स्वामी विवेकानंद – भारत के महान व्यक्तित्व
19वीं सदी के उत्तरार्द्ध हिन्दू धर्म के सबसे महान दार्शनिक स्वामी विवेकानन्द जी का जन्म 12 जनवरी 1863 ई. को कलकत्ता के एक संपन्न कायस्थ परिवार में हुआ था। इनके पिता विश्वनाथ दत्त हाई कोर्ट के वकील थे। इनकी माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। ये स्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे। इनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। विवेकानंद ने सितंबर 1983 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में भारत की ओर से हिस्सा लिया। 4 जुलाई 1902 ई. को 39 वर्ष की अवस्था में इनका निधन हो गया। इनके जन्म दिवस पर हर साल युवा दिवस मनाया जाता है। भारत के महान व्यक्तित्व ।
गौतम बुद्ध –
बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ई. पू. लूम्बिनी (रुम्मिनदेई) में हुआ था। इनकी माता का नाम महामाया और पिता का नाम शुद्धोदन था। गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था। इनकी पत्नी का नाम यशोधरा था और पुत्र का नाम राहुल था। 29 वर्ष की अवस्था में इन्होंने घर त्याग (महाभिनिष्क्रमण) दिया। निरंजना नदी के तट पर उरुबेला नामक स्थान पर इन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई। इन्होंने अपना पहला उपदेश ऋषिपट्टनम के मृगदाव में दिया। प्रथम वर्षावास सारनाथ के मूलगंधकुटी विहार में किया। इनकी मृत्यु (महापरिनिर्वाण) 483 ई.पू. कुशीनारा (कुशीगनर) में हुई।
महावीर स्वामी –
जैन धर्म के 24वें तीर्थांकर महावीर स्वामी का जन्म 599 ई. पू. कुण्डग्राम (वासुकुण्ड) में हुआ था। इनके पिता का नाम सिद्धार्थ और माता का नाम त्रिशला देवी था। इनके बचपन का नाम वर्धमान था। इनकी पत्नी का नाम यशोदा एवं बहन का नाम सुदर्शना था। 30 वर्ष की अवस्था में अपने बड़े भाई नंदिवर्धन की आज्ञा लेकर इन्होंने गृह त्याग दिया। इन्हें 42 वर्ष की अवस्था में ऋजुपालिका नदी के तट पर शाल वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्त हुई। इन्होंने अपना पहला शिष्य जमालि को बनाया। गौतम स्वामी इनका पहला गणधर था। महावीर स्वामी की मृत्यु 527 ई.पू. पावापुरी में हो गई।
बालगंगाधर तिलक –
भारतीय राष्ट्री कांग्रेस में गरम दल के नेता बालगंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 ई. को चिखली गाँव, रत्नागिरी (महाराष्ट्र) में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम गंगाधर रामचंद्र तिलक था। इन्होंने 1776 ई. में डेक्कन से बी.ए. (ऑनर्स) की और 1879 ई. में बॉम्बे विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की परीक्षा उत्तीर्ण की। 1881 ई. में इन्होंने मराठा (अंग्रेजी में) और केसरी (मराठी में) नामक दो दैनिक पत्रों की शुरुवात की। 1890 ई. में ये कांग्रेस में शामिल हो गए। 1908 ई. में इन्हें 6 साल की सजा के लिए मांडले जेल (बर्मा) भेज दिया गया। यहीं पर इन्होंने गीतारहस्य नामक पुस्तक लिखी। 1916 ई. में इन्होंने होमरूप लीग की स्थापना की। 1 अगस्त 1920 को बम्बई में इनका निधन हो गया। नहरू जी ने इन्हें भारतीय क्रांति का जनक कहा।
लाला लाजपत राय –
पंजाब केसरी के उपनाम से प्रसिद्ध भारत के महान क्रांतिकारी लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 ई. को मोगा, पंजाब में अग्रवाल वैश्य परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम लाला राधाकृष्ण और माता का नाम गुलाब देवी था। ये 1888 ई. में पहली बार कांग्रेस के इलाहाबाद अदिवेशन में शामिल हुए। साइमन कमीशन के विरोध प्रदर्शन में इनके सर में लाठी लगने से ये घायल हो गए। 17 नवंबर 1928 की इनकी मृत्यु हो गई।
मेजर ध्यानचंद –
फिरकी के जादूगर के नाम से प्रसिद्ध भारत के पूर्व हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था। ये मात्र 16 वर्ष की अवस्था में ही भारतीय सेना में भर्ती हो गए। भारतीय सेना में 34 साल सेवा देने के बाद ये 29 अगस्त 1956 को मेजर के पद पर सेवानिवृत्त हुए। इन्होंने भारतीय हॉकी टीम को एम्सटर्डम ओलंपिक 1928 में स्वर्ण पदक दिलाया। 1956 ई. में भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। इन्होंने तीन बर भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया। 3 दिसंबर 1979 ई. को इनकी मृत्यु हो गयी। इनकी जन्मतिथि 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कपिल देव –
भारत के महान क्रिकेटर कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 ई. को चंड़ीगढ़ में हुआ था। इन्होंने भारत को पहली बार वनडे क्रिकेट विश्वकप (1983) में जीत दिलाई। तब 1983 में इन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ दे ईयर चुना गया। भारत ने यह खिताब वेस्टेंडीज की टीम को हराकर जीता। इन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुवात 1975 ई. में हरियाणा की टीम को ओर से घरेलू मैच में की। 1994 ई. में इन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले किया।
सचिन तेंदुलकर –
क्रिकेट के भगवान के रूप में जाने जाने वाले भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 ई. को मुम्बई (महाराष्ट्र) में एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर और माता रजनी तेंदुलकर है। इनके पिता रमेश तेंदुलकर एक प्रसिद्ध मराठी उपन्यासकार थे। रमेश ने सचिन का नाम अपने पसंदीदा संगीतकार सचिनदेव बर्मन के नाम पर रखा था। 24 मई 1995 को इनका विवाह अंजलि मेहता से हुआ।
इन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुवात 1988 ई. में बॉम्बे की टीम की तरफ से गुजरात के विरुद्ध खेलकर की। इन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच कराँची में 15 नवंबर 1989 को खेला। पहला वनडे मैच पाकिस्तान के जिन्ना स्टेडियम में 18 दिसंबर 1989 को खेला। इन्हें 2012 में राज्यसभा सांसद बनाया गया। इन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच 18 मार्च 2012 को पाकिस्तान में खेला और 23 दिसंबर 2012 को वनडे मैच से संन्यास की घोषणा की। 14 नवंबर 2013 को अपना अंतिम टेस्ट मैच वेस्टेंडीज के विरुद्ध वानखेड़े स्टेडियम में खेला और क्रिकेट जगत से संन्यास लेने की घोषणा की। संन्यास के दो दिन बाद भारत सरकार ने इन्हें भारतरत्न (2014) से सम्मानित करने की घोषणा की। ये टेस्ट क्रिकेट में 13 हजार रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर हैं।
झाँसी की रानी –
झाँसी की राजी लक्ष्मी बाई को भारतीय इतिहास में ‘झाँसी की रानी’ के नाम से जाना जाता है। ये भारतीय क्रांति की महान वीरांगना थीं। रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1835 ई. को ब्रिटिश भारत में वाराणसी के भदौनी में हुआ था। इनके बचपन का नाम मणिकर्णिका था, इन्हें प्यार से मनु कहकर पुकारते थे। इनके पिता का नाम मोरोपंत और माता का नाम भागीरथी बाई था। 1842 ई. में मात्र सात वर्ष की अवस्था में इनका विवाह झाँसी नरेश गंगाधर राव से हुआ। तब झाँसी की रानी बनने के बाद इनका नाम लक्ष्मीबाई पड़ा। 1851 ई. में मात्र 16 वर्ष की अवस्था में इन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया। 4 माह बाद उस पुत्र की मृत्यु हो गई।
21 नवंबर 1853 ई. को गंगाधर राव की मृत्यु हो गई। तब जनरल डॉयर ने गंगाधर राव के दत्तक पुत्र दामोदर राव को गोद निषेध सिद्धांत के आधार पर झांसी का राजा स्वीकार न कर झाँसी को 7 मार्च 1854 ई. को ब्रिट्श साम्राज्य में मिला लिया। तब रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई छेड़ दी। अंग्रेजों से लड़ते हुए 18 जून 1858 ई. को ग्वालियर में मात्र 23 वर्ष की अवस्था में इन्हें वीरगति प्राप्त हुई। इनकी समाधि ग्वालियर के फूलबाग में बनी हुई है। सुभद्रा कुमारी चौहन ने इन पर कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी’ लिखी।
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ – भारत के महान व्यक्तित्व
भारत के महान कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का जन्म 1908 ई. में सिमरिया (मुंगेर, बिहार) में हुआ था। राष्ट्रीय धारा के कवियों में इनका महत्वपूर्ण स्थान है। विचारों की गहराई व प्रगतिशीलता इनके लेखन की विशेषता है। दिनकर जी पद्य के साथ गत्य में भी रचना करते थे। कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी, उर्वशी, रेणुका, हुंकार इत्यादि दिनकर जी की प्रमुख पुस्तकें हैं। संस्कृत के चार अध्याय, काव्य की भूमिका, और मिट्टी की ओर दिनकर जी की गद्य रचनाएं हैं। दिनकर जी का निधन 1974 ई. में हो गया।
मुंशी प्रेमचन्द – भारत के महान व्यक्तित्व
कहानी व उपन्यास सम्राट के रूप मे प्रसिद्ध मुंशी प्रेमचन्द का जन्म 1880 ई. में लमही (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) में हुआ था। गबन, गोदान, कर्मभूमि, रंगभूमि, निर्मला, सेवासदन इत्यादि प्रेमचन्द के प्रमुख उपन्यास है। ‘मानसरोवर’ प्रेमचन्द की कहानियों का संग्रह है, जो कि आठ भागों में प्रकाशित है। मुंशी प्रेमचन्द की मुत्यु 1936 ई. में हो गई।
सुमित्रा नन्दन पंत – भारत के महान व्यक्तित्व
प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रा नन्दन पंत का जन्म 20 मई 1900 ई. को अल्मोड़ा के कौसानी में हुआ था। इन्होंने ग्राम की ही पाठशाला में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। इनकी साहित्यिक सेवा के लिए भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। चिदम्बरा, वीणा, पल्लव, गुंजन, ग्रंथि इत्यादि इनकी प्रमुख रचनाएं हैं। सुमित्रानन्दन पन्त की मृत्यु 28 दिसंबर 1977 को हो गई।
रहीम दास – भारत के महान व्यक्तित्व
भारत के महान कवि रहीम दास का जन्म 1556 ई. में हुआ था। इनका पूरा नाम अब्दुर्रमीम खान खाना था। ये मुगल बादशाह अकबर के संरक्षक बैरम खाँ के पुत्र थे। ये अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक थे। इन्हें हिन्दी, संस्कृति, अरबी, फारसी इत्यादि भाषाओं का अच्छा ज्ञान था। 1626 ई. में रहीमदास की मृत्यु हो गई।
कल्पना चावला –
भारत का नाम रौशन करने वाली महान अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 ई. को हरियाणा के करनाल में हुआ था। इनकी माता का नाम संज्योति चावला और पिता का नाम बनारसी लाल चावला था। ये पहली बार STS-87 कोलंबिया मिशन के तहत 19 नवंबर से 5 दिसंबर 1997 को अंतरिक्ष में गईं। दूसरी बार STS-107 कोलंबिया यान से 16 जनवरी 2003 को दूसरी बार अंतरिक्ष मिशन पर गईं। बापसी के दौरान 1 फरवरी 2003 को यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इनकी मृत्यु हो गई। मरणोपरांत इन्हें कांग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर, अंतरिक्ष उड़ान पदक, नासा विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
- 1982 ई. में इन्होंने वैमानिकी इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की।
- 1984 ई. में टेक्सास यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की।
- 1988 ई. में कोलोराडो यूनिवर्सिटी से इन्होंने पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की।
- 1988 ई. में ही इन्होंने नासा एम्स रिसर्च सेंटर में कार्य प्रारंभ किया।
- 1993 ई. में इन्हें ओवरसेट मेथड्स इंक में शामिल किया गया।
- 1995 ई. में इनका चयन अंतरिक्ष यात्री के रूप में किया गया।
- 1998 ई. में ये शटल और स्टेशन फ्लाइट क्रू के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त हुईं।