समानार्थी शब्द या समानार्थक शब्द – हिन्दी भाषा में बहुत से ऐसे शब्द हैं जिनके अर्थ लगभग समान बैठते हैं। परंतु ऐसे शब्दों के अर्थों में जरा सी असमानता होती है। सामान्य या कम पढ़े लिखे व्यक्ति के लिए इन शब्दों में अन्तर कर पाना मुश्किल होता है। लेकिन हिन्दी भाषा का गहन अध्ययन करने पर इन बारीकियों की समझ आ जाती है। बहुत से शब्द जिनका एक ही पर्याय निकलता है वे पर्यायवाची कहलाते हैं। परंतु किसी शब्द के बहुत से पर्यायवाची शब्दों के अर्थों में भी थोड़ा अन्तर होता है। परंतु यह सामान्य जन के लिए समझना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए उन शब्दों के अर्थ को लोग समान ही समझते हैं।
समानार्थी शब्द और उनके अर्थ –
शब्द | अर्थ |
---|---|
हत्या | छिपकर किसी को मार डालना। |
वध | खुले आम किसी को मार डालना। |
मनुष्य | मानव जाति के स्त्री व पुरुष दोनों प्राणी। |
पुरुष | मानव जाति का पुरुष (नर) प्राणी। |
मौन | बोलने का गुण होने पर भी शान्त रहना। |
मूक | गूंगा होना अर्थात बोल पाने में अक्षम होना। |
अस्त्र | फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार। जैसे - तीर, भाला, बम इत्यादि। |
शस्त्र | हाथ में थामकर चलाया जाने वाला हथियार। जैसे - तलवार, बन्दूक, रायफल इत्यादि। |
अध्यक्ष | किसी संस्था हेतु किसी सभा इत्यादि का प्रमुख या प्रधान। |
सभापति | कुछ समय के लिए किसी सभा का प्रधान या प्रमुख। |
अनुज | छोटा भाई। |
अग्रज | बड़ा भाई। |
भाई | छोटे व बड़े दोनो अर्थों में। |
अगम | जहाँ न पहुँचा जा सके। |
दुर्गम | जहाँ पहुँच पाना कठिन हो। |
अधर | नीचे का ओंठ। |
ओंठ | नीचे व ऊपर दोनों होंठ |
अनवन | आपस में किसी की न बनना। |
खटपट | किसी बात या विषय पर न लड़ना। |
व्यय | खर्च करना। |
अपव्यय | फिजूल खर्च करना। |
अनुग्रह | प्रसन्न होकर किसी पर कृपा करना। |
अनुकम्पा | दुःखी देखकर किसी पर दया करना। |
अज्ञ | जिसे थोड़ा ज्ञान हो। |
अभिज्ञ | अनेक विषयों का ज्ञाता। |
विज्ञ | किसी विशेष विषय का ज्ञाता। |
अनभिज्ञ | जिसे बिल्कुल भी ज्ञान न हो। |
अज्ञेय | जो समझ में न आ सके। |
अज्ञात | जिसकी जानकारी किसी को न हो। |
अनुमति | इजाजत। |
आज्ञा | हुक्म। |
अर्पण | किसी बड़े को कुछ देना। |
प्रदान | बड़े द्वारा किसी छोटे को कुछ देना। |
अनुराग | स्त्री पुरुष का आपसी प्रेम। |
वात्सल्य | बड़ों का छोटों के प्रति स्नेह। |
ममता | माता का पुत्र के प्रति प्रेम। |
उपद्रवी | अपने व्यवहार द्वारा वातावरण में विषमता फैलाने वाला। |
उच्छृंखल | सामाजिक मर्यादाओं का उल्लंघन करने वाला। |
उद्दण्ड | जिसे दण्ड का भय न हो। |
अभिमान | खुद को दूसरों से श्रेष्ठ समझना। |
अहंकार | झूठा घमण्ड। |
आधि | मानसिक व्यथा। |
व्याधि | शारीरिक व्यथा। |
राजा | किसी देश का स्वामी। |
सम्राट | राजाओं का राजा। |
आवास | रहने का कोई भी स्थान। |
गृह | परिवार से सम्बन्ध रखने वाला निवास स्थान। |
आलय | चार दीवारी खिचीं हों, वह घर। |
सौध | सीमेंट या चूने से बना हुआ विशाल भवन। |
अभिलाषा | कोई विशेष इच्छा। |
इच्छा | किसी भी वस्तु के लिए सामान्य इच्छा। |
अद्भुत | विस्मयजनक। |
अनुपम | जिसकी उपमा किसी से न की जा सके। |
अपूर्व | जिसका पूर्व अनुभव न किया गया हो। |
आत्मा | हर जीव के अन्दर उपस्थित चेतन तत्व। |
अन्तःकरण | विवेक शक्ति। |
उद्योग | कार्य करने के लिए निर्मित वस्तु विशेष |
उद्यम | कार्य करने के लिए तत्पर भाव होना। |
पाप | नैतिक नियमों के विरुद्ध किया गया कार्य |
अपराध | कानूनों का उल्लंघन करना। |
ईर्ष्या | किसी के उत्थान को देखकर जलना। |
द्वेष | घृणा या शत्रुतावश किसी के विरोध का स्थाई भाव। |
स्पर्द्धा | किसी क्षेत्र में आपसी प्रतियोगिता का भाव। |
अनुसंधान | तथ्यों द्वारा संबंधित संदर्भ की गहरी छानबीन। |
अन्वेषण | पहले से उपस्थित किसी देश या वस्तु की खोज करना। |
आविष्कार | किसी ऐसी वस्तु का सृजन करना जो पहले से न हो। |
अधर्म | धर्म के विरुद्ध किया गया आचरण। |
अन्याय | विधि विरुद्ध कार्य। |
अनुरोध | बराबर के व्यक्ति से की गई प्रार्थना। |
प्रार्थना | बड़ों से की गई प्रार्थना। |
आलोचना | गुण दोषों का विवेचन। |
समीक्षा | भली भांति विविचन। व्यक्ति की आलोचना हो सकती है, विवेचन नहीं। |
उत्साह | रुचि पूर्वक कार्य करना। |
साहस | कठिनाई में भी कार्य करने की इच्छा। |
कार्य | काम |
कर्तव्य | फर्ज |
स्वतंत्र | किसी दूसरे का आश्रय स्वीकार न हो, स्वाधीन होना |
स्वच्छन्द | मनमाना आचरण करने वाला |
संविदा | किसी शर्त के आधार पर किया गया समझौता |
करार | दूसरे द्वारा किसी प्रस्ताव को स्वीकार कर लेना। |
कष्ट | कठिनाई, दुख |
व्यथा | शरीर के किसी अंग में होने वाली तकलीफ |
करुणा | दुखी को देखकर हृदय का द्रवीभूत हो जाना। |
कृपा | किसी की सहायता करने की सामान्य इच्छा। |
दया | दुसरों के दुखों को दूर करने हेतु उद्यत होना |
खेद | गलती करने के बाद दुःख प्रकट करना |
शोक | किसी की मृत्यु पर दुखी होना |
उम्र | किसी विशेष समय की अवस्था |
आयु | जन्म से मृत्यु तक का पूरा समय |
अवस्था | जीवन का बीता हुआ भाग |
क्षुद्र | नगण्य, मामूली |
तुच्छ | महत्वहीन, उपेक्षणीय |
लोभ | अधिक से अधिक पाने की इच्छा |
लालसा | किसी वस्तु को पाने की इच्छा |
तृष्णा | कभी पूरा न होने वाला लोभ |
परिणय | विवाह |
प्रणय | पति और पत्नी का प्रेम |
नमस्कार | बराबर वालों से किया गया अभिवादन शब्द |
प्रणाम | बड़ों के प्रति आदर व्यक्त करना |
सन्तोष | जितना मिले उसी में खुश रहना |
तृप्ति | इच्छा का समाप्त होना |
पर्यटन | किसी विशेष उद्देश्य से घूमने जाना |
भ्रमण | सैर सपाटा करना, घूमना |
कुसुम | गंध वाला फूल |
पुष्प | गंध का होना आवश्यक नहीं |
ज्ञान | किसी विषय अथवा वस्तु की जानकारी |
विवेक | अच्छे या बुरे की पहचान |
निद्रा | सोना |
तंद्रा | ऊँघना |
(Visited 336 times, 1 visits today)