भारत की संस्थाएं : संस्थापक व स्थापना वर्ष

भारत की संस्थाएं : संस्थापक व स्थापना वर्ष’ शीर्षक के इस लेख में भारत की सभी प्रमुख संस्थाओं के संस्थापकों व स्थापना वर्ष की जानकारी दी गई है। भारत में ब्रिटिश काल में भारत के महान व्यक्तियों द्वारा समय समय पर बहुत सी संस्थाओं व संगठनों की स्थापना की गई।

इन संगठनों की स्थापना का उद्देश्य सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक एवं देश की आजादी व राष्ट्रवाद था।

‘आर्य समाज’, ‘ब्रह्म समाज’, ‘सत्यशोधक समाज’, ‘रामकृष्ण मिशन’ इनमें से कुछ प्रमुख संस्थाएं हैं।

भारत की प्रमुख संस्थाएं : संस्थापक व स्थापना वर्ष

संस्थासंस्थापकस्थापना वर्ष
कलकत्ता मदरसावारेन हेंस्टिंग्स1780
एशियाटिक सोसाइटीविलियम जोंस1784
संस्कृत कॉलेजजोनाथन डंकन1791
आत्मीय सभाराजा राममोहन राय1815
हिंदू कॉलेजडेविड हेयर,
राजा राममोहन राय
1817
वेदांत कॉलेजराजा राममोहन राय1825
युवा बंगाल आंदोलनविवियन डोरोजियो1826
ब्रह्म समाजराजा राममोहन राय1828
धर्म समाजराधाकांत देव1830
लैंडहोल्डर्स सोसाइटीद्वारकानाथ टैगोर1838
तत्वबोधिनी सभादेवेंद्र ठाकुर1839
परमहंस मंडलीगोपालहरि देशमुख1840
ब्रिटिश सार्वजनिक सभादादाभाई नौरोजी1843
बेथुन स्कूलजे. ई. डा. बेथुन1849
बालिका विद्यालयज्योतिबाफुले1851
रहनुमाई मजदायान सभादादाभाई नौरोजी1851
संगत सभाकेशवचंद्रसेन1860
राधास्वामी आंदोलनस्वामीजी महाराज1861
मो. एग्लो लिटरेरी सोसाइटीअब्दुल लतीफ1863
साइंटिफिक सोसाइटीसर सैयद अहमद खाँ1864
ईस्ट इंडियन एसोसिएशनदादाभाई नौरोजी1866
देवबंद स्कूलमु. कासिम ननौतवी व रशीद अहमद गंगोही1866
पूना सार्वजनिक सभामहादेव गोविंद राणाडे1867
वेद समाजकेशवचंद्र सेन1867
प्रार्थना सभाराणाडे व आत्माराम पांडुरंग1867
भारतीय सुधार संघकेशवचंद्र सेन1870
सत्यशोधक समाजज्योतिबा फुले1873
अलीगढ़ मो. इंग्लो ओरिएंटल कॉलेजसर सैयद अहमद खाँ1875
इंडियन लीगशिशिर कुमार घोष1875
आर्य समाजदयानंद सरस्वती1875
थियोसोफिकल सोसाइटीब्लावत्स्की व अल्काट1875
इंडियन एसोसिएशनसुरेंद्रनाथ बनर्जी व आनंदमोहन बोस1876
यूनाइटेड इंडियन कमेटीव्योमेशचंद्र बनर्जी1883
दक्कन एजुकेशन सोसाइटीचिपलूणकर, तिलक, आगरकर, महादेव नामजोशी1884
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसए. ओ. ह्ययूम1885
बाम्बे प्रेसिडेंसी एसोसिएशनतैलंग, तैयबजी, फिरोज मेहता1885
सेवा सदनबी.एम. मालाबारी1885
वेलूर मठस्वामी विवेकानंद1887
इंडियन शोसल कांफ्रेंसमहादेव गोविंद राणाडे1887
अहमदिया आंदोलनमिर्जा गुलाम अहमद1889
शारदा सदनरमाबाई1889
रामकृष्ण मिशनविवेकानंद1897
श्री नारायण धर्म परिपालन योगमश्री नारायण गुरु
व डॉ. पाल्पू
1903
अभिनव भारतवी. डी. सावरकर1904
सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटीगोपालकृष्ण गोखले1905
मुस्लिम लीगआगा खाँ व सलीम उल्लाह1906
अनुशीलन समितिवारींद्र घोष व भूपेंद्र दत्त1907
भारत स्त्री मंडलसरलाबाई देवी चौधरानी1910
सोशल सर्विस लीगएन. एम. जोशी1911
विश्व भारतीरवींद्रनाथ ठाकुर1912
गदर पार्टीलाला हरदयाल व काशीराम1913
हिंदू महासभामदनमोहन मालवीय1915
होमरुल लीगएनी बेसेंट व तिलक1916
जस्टिस पार्टीसी.एन. मुदलियार, टी.एम. नायर, पी. त्यागराज चेट्टी1916-17
वीमेंस इंडिया एसोसिएशनलेडी सदाशिव अय्यर1917
खिलाफल आंदोलनअली बंधु1919
अखिल भारतीय ट्रेड यूनियनएन. एम. जोशी1920
स्वराज पार्टीमोतीलाल नेहरू, सी. डी. दास1923
हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशनसचीन्द्र सान्याल1924
बहिष्कृत हितकारिणी सभाभामराव अम्बेडकर1924
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघहेडगेवार 1925
नौजवान सभाभगतसिंह, यशपाल, छबीलदास1926
हिंदुस्तान सोशल रिपब्लिकन एसोसिएशनभगत सिंह1928
खुदाई खिदमतगारअब्दुलगफ्फार खाँ1930
हरिजन सेवक संघमहात्मा गाँधी1932
स्वतंत्र श्रमिक पार्टीभीमराव अम्वेडकर1936
फारवर्ड ब्लाकसुभाषचंद्र बोस1939
आजाद हिंद फौजरासबिहारी बोस1942
आजाद हिंद सरकारसुभाषचंद्र बोस1943
यंग बंगालविवियन डेरोजियो-

प्रसार भारती –

प्रसार भारती भारत में एक सार्वजनिक प्रसारण सेवा है। 23 नवंबर 1997 को प्रसार भारती का गठन किया गया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसके दो घटक ‘दूरदर्शन’ और ‘आकाशवाणी’ हैं। बाद में इसे निगम बना दिया गया। प्रसार भारती बोर्ड द्वारा निगम का कार्य संचालन किया जाता है। बोर्ड में एक अध्यक्ष, एक वित्त सदस्य, एक कार्यकारी सदस्य (मुख्य कार्यकारी अधिकारी), एक कार्मिक सदस्य, और 6 अंशकालिक सदस्य होते हैं। इसका अध्यक्ष अंशकालिक सदस्य होता है और इसका कार्यकाल 6 वर्ष का होता है।

आकाशवाणी –

भारत में रेडियो का पहला कार्यक्रम मुम्बई के रेडियो क्लब द्वारा 1923 ई. में हुआ था। इसके बाद 1927 ई. में मुम्बई और कोलकाता में दो निजी स्वामित्व वाले ट्रांसमीटरों द्वारा प्रसारण सेवा शुरु हूई। बाद में 1930 ई. में इन्हें सरकारी नियंत्रण में ले लिया गया। इसे भारतीय प्रसारण सेवा के नाम से प्रारंभ किया गया। बाद में 1936 ई. में इसका नाम बदलकर ‘All India Radio’ कर दिया गया। इसके बाद 1957 ई. में इसका नाम बदलकर ‘आकाशवाणी’ कर दिया गया। भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के समय देश में कुल 6 आकाशवाणी केंद्र व 18 ट्रांसमीटर थे। तब इसकी पहुँच देश की 11% जनता तक थी। आकाशवाणी ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ के लक्ष्य पर आधारित है। इसका लक्ष्य शिक्षा, सूचना, व मनोरंजन के माध्यम से जनता की खुशहाली व उनके कल्याण को प्रोत्साहन करना है। आकाशवाणी अपनी सेवाओं को निम्नलिखित चैनलों के माध्यम से प्रदान करता है –

  • प्राथमिक चैनल
  • विविध भारती
  • राष्ट्रीय चैनल
  • FM चैनल
  • विदेश प्रसारण चैनल

1 अप्रैल 2004 से आकाशवाणी ने अपने 12 केंद्रो के माध्यम से ‘किसानवाणी कार्यक्रम’ की शुरुवात की। वहीं FM पर ‘ज्ञानवाणी’ चैनल की शुरुवात की गई। यह कार्यक्रम इग्नू के सहयोग से बनाया गया। बेंग्लुरु में FM पर शास्त्रीय संगीत चैनल की शुरुवात की गई। आकाशवाणी के विदेश सेवा प्रभाग द्वारा भारत और शेष विश्व के बीच सूत्र का काम किया जाता है।

दूरदर्शन –

दूरदर्शन का पहला प्रसारण 15 सितंबर 1959 ई. को आकाशवाणी भवन, नई दिल्ली से किया गया था। दूरदर्शन पर समाचार बुलिटेन के नियमित प्रसारण की शुरुवात 1965 ई. से शुरु की गई। 1972 ई. में मुम्बई में दूसरे टेलीविजन केंद्र में प्रसारण सेवा की शुरुवात की गई। दूरदर्शन पर रंगीन प्रसारण सेवा की शुरुवात 1982 ई. में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों के दौरान की गई।

डी.डी. नेशनल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम दिखाए जाते हैं। राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना व एकजुटता को बढ़ावा देना और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना डी.डी. नेशनल का उद्देश्य है। वहीं डी.डी. भारती शिक्षा व मनोरंजन पर आधारित है। डी.डी. भारती के तीन खण्ड स्वास्थ्य, बाल, कला व संस्कृति हैं। दूरदर्शन द्वारा 26 जनवरी 2000 से शैक्षणिक चैनल ‘ज्ञान दर्शन’ की शुरुवात की गई। इसका संचालन इग्नू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से किया जाता है। यह शिक्षा के प्रति समर्पित भारत का पहला चैनल है।

लोकसेवा आयोग –

भारत शासन अधिनियम 1919 के तहत भारत में सर्वप्रथम 1926 ई. में लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई। इसके लिए 1924 ई. में विधि आयोग द्वारा सिफारिश की गई थी। संघ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्त राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। संघ लोकसेवा आयोग के सदस्यों की संख्या के निर्धारण का अधिकार भी राष्ट्रपति का है। संघ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्त 6 साल के लिए की जाती है। इससे पहले यदि इनमें से कोई 65 वर्ष की आयु पूरी कर लेता है तो वह पदमुक्त कर दिया जाता है। वहीं राज्य लोकसेवा आयोग के सदस्य राज्यपाल द्वारा नियुक्त किये जाते हैं। इनका कार्यकाल 6 वर्ष या 62 वर्ष की आयु तक का होता है। कार्यकाल पूरा होने से पूर्व भी इन्हें उच्चतम न्यायालय के प्रतिवेदन पर राष्ट्रपति द्वारा हटा दिया जाता है। ऐसा संविधान के अनुच्छेद 317 के तहत किया जाता है।

निर्वाचन आयोग –

यह एक स्थाई संवैधानिक निकाय है। भारतीय संविधान के भाग-15 में अनुच्छेद 324 से 329 तक निर्वाचन आयोग के लिए उपबंध किये गए हैं। केंद्रीय निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गई थी। इसमें एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ अन्य सदस्य होते हैं। इनकी नियुक्त राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है। मुख्य चुनाव आयुक्त व अन्य चुनाव आयुक्तों का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। परंतु मुख्य चुनाव आयुक्त 65 वर्ष की आयु तक पद पर रह सकता है और बाकी 62 की आयु तक। इन सभी आयुक्तों को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के बराबर वेतन व भत्ते मिलते हैं।

नीति आयोग –

15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से योजना आयोग के स्थान पर एक नई संस्था National Institution for Transforming India (NITI) लाने की घोषणा की। 1 जनवरी 2015 के मंत्रिमंडल के एक प्रस्ताव के तहत नीति आयोग का गठन किया गया। प्रधानमंत्री इसका पदेन अध्यक्ष होगा। इसके अतिरिक्त एक उपाध्यक्ष व एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी होगा। इनके अतिरिक्त पूर्णकालिक सदस्य, पदेन सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्यों के साथ एक अधिशासी परिषद भी होगी। सभी राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल अधिशासी परिषद का हिस्सा होंगे। यह सरकार के थिंकटैंक के रूप में कार्य करेगा। यह केंद्र सरकार के साथ साथ राज्यों के लिए भी नीति निर्माण का कार्य करेगा। यह केंद्र व राज्य सरकारों के राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर रणनीतिक व तकनीकी सलाह देगा।

सर्वोच्च न्यायालय –

भारतीय सर्वोच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय या Supreme Court भारतीय न्याय व्यवस्था का शीर्ष है। भारत का उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली में स्थित है। उच्चतम न्यायालय का गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 के तहत किया गया। इसकी स्थापना, गठन, अधिकारिता, शक्तियों के विनियमन संबंधी विधि बनाने का अधिकार भारतीय संसद के पास है। उच्चतम न्यायालय के गठन के समय इसमें एक मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त 7 अन्य न्यायधीश हुआ करते थे। वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त 33 अन्य न्यायधीश हो सकते हैं। इनकी नियु्क्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। भारतीय न्यायिक पद्यति में जब लोकहित मुकदमा (PIL) लाया गया तब उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पी. एन. भगवती थे।

इसरो (ISRO) –

भारत के प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिक एवं भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई की अध्यक्षता में 1962 ई. में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति का गठन किया गया। इसने परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत कार्य करना प्रारंभ किया। 15 अगस्त 1969 ई. को भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति का पुनर्गठन कर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) की स्थापना की गई। भारती राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों के सुचारू रूप से संचालन के लिए 1972 ई. में अंतरिक्ष आयोग व अंतरिक्ष विभाग का गठन किया गया। इसरो को अंतरिक्ष विभाग के नियंत्रण में रखा गया। देश के पहले साउंडिंग रॉकेट ‘नाइक एपाश’ (अमेरिका में निर्मित) को थुम्बा भूमध्यरेखीय रॉकेट लांच सेंटर से प्रक्षेपित किया गया।

भारत की संस्थाएं – प्रश्न उत्तर

प्रश्न – कलकत्ता सदरसा का संस्थापक कौन था ?

उत्तर – वारेन हेंस्टिंग्स

प्रश्न – कलकत्ता मदरसा की स्थापना किस वर्ष हुई ?

उत्तर – 1780 ई. में

भारत की संस्थाएं

प्रश्न – एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना किसने की ?

उत्तर – विलियम जोंस ने

प्रश्न – एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना किस वर्ष हुई ?

उत्तर – 1784 ई. में

प्रश्न – 1791 ई. में संस्कृत कॉलेज की स्थापना किसने की ?

उत्तर – जोनाथन डंकन ने

प्रश्न – आत्मीय सभा की स्थापना किसने की ?

उत्तर – राजा राममोहन राय ने

प्रश्न – राजा राममोहन राय ने आत्मीय सभा की स्थापना किस वर्ष की ?

उत्तर -1815 ई. में

भारत की संस्थाएं

प्रश्न – वेदांत कॉलेज की स्थापना किसने की ?

उत्तर – राजा राममोहन राय

प्रश्न – युवा बंगाल आंदोलन की शुरुवात किसने की ?

उत्तर – विलियम डोरोजियो ने

प्रश्न – राजा राममोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना किस वर्ष की ?

उत्तर – 1828 ई. में

प्रश्न – 1830 ई. में धर्म समाज की स्थापना किसने की ?

उत्तर – राधाकांत देव ने

प्रश्न – लैंडहोल्डर्स सोसाइटी की स्थापना किसने की ?

उत्तर – द्वारकानाथ टैगोर ने।

प्रश्न – साल 1839 ई. में तत्वबोधिनी सभा की स्थापना किसने की ?

उत्तर – देवेंद्र ठाकुर

प्रश्न – परमहंस मंडली की स्थापना किसने की ?

उत्तर – गोपालहरि देशमुख

प्रश्न – ब्रिटिश सार्वजनिक सभा की स्थापना किसने की ?

उत्तर – दादा भाई नौरोजी ने

प्रश्न – 1851 ई. में बालिका विद्यालय की शुरुवात किसने की ?

उत्तर – महात्मा ज्योतिबा फुले

प्रश्न – पूना सार्वजनिक सभा की स्थापना किसने की ?

उत्तर – महादेव गोविंद राणाडे

भारत की संस्थाएं

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