जीआई टैग | GI Tag प्राप्त भारतीय उत्पादों में साल दर साल बढोत्तरी होती रहती है।
जीआई टैग –
GI Tag अर्थात् ‘भौगोलिक संकेत (Geographical Indication)’ बौद्धिक सम्पदा अधिकारों का हिस्सा है। इसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक ट्रेडमार्क की तरह देखा जाता है। यह किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में उत्पन्न हुए किसी उत्पाद को प्रदान किया जाता है। भारत में भौगोलिक संकेत का पंजीकरण ‘माल के भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम 1999 द्वारा विनियमित होता है। यह अधिनियम 13 सितंबर 2003 को प्रभावी हुआ। 2003 से ही GI Tag देने की शुरुवात हुई। भौगोलिक पंजीयक रजिस्ट्रार द्वारा इसका विनियमन किया जाता है। भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री का मुख्यालय तमिलानाडु की राजधानी चेन्नई में है। किसी भोगोलिक संकेतक का पंजीकरण 10 सालों के लिए वैलिड होता है।
प्रथम जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
सबसे पहले 2004 में पश्चिम बंगाल की दार्जलिंग चाय को GI Tag दिया गया।
कितने सालों के लिए मिलता है GI Tag –
भारत में GI Tag सिर्फ 10 सालों के लिए ही किसी उत्पाद को प्राप्त किया जाता है। इसके बाद इसे रिन्यू कराया जा सकता है। अब तक देश भर में 300 से ज्यादा उत्पादों को GI Tag प्राप्त हो चुका है।
जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
मई 2020 – हिमालय की तलहटी से नीचे सिंधु-गंगा के मैदान में स्थित क्षेत्र में उत्पादिक बांसमती चावल को GI Tag प्रदान किया गया था। इस क्षेत्र में 8 राज्यों/UT के क्षेत्र शामिल हैं।
आंध्रप्रदेश के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- तिरुपति लड्डू
- बंदर लड्डू
- आंध्रप्रदेश चमड़ा कठपुतली
- कोंडापल्ली बोम्मल्लू
- मछलीपट्टनम कलमकारी
- श्रीकालहस्ती कलमकारी
- अराकू वैली अरेबिका कॉफी
- उदयगिरि लकड़ी के कटलरी
- बुदिथी बेल व पीतल धातु शिल्प
- उप्पदा जामदानी साड़ी
- मंगलागिरी साड़ी और कपड़े
- वेंकटगिरी साड़ी
- गुंटूर सनम मिर्च
- बोल्बिली वीना
- दुर्री पत्थर की नक्काशी
- धर्मवरम हैंडलूम पट्टू साड़ी व पावड़ा
- अल्लागड्डा पत्थर की नक्काशी
- एटिकोपपाका खिलौने
अरुणाचल प्रदेश के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- अरुणाचल संतरा
- इदु मिश्मी टेक्सटाइल्स
असम के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- मुगा सिल्क व लोगो
- काजी नेमू
- कार्बी आंगलोंग अदरक
- बोका चौल
- जोहा चावल
- तेजपुर लीची
जीआई टैग प्राप्त बिहार के उत्पाद –
- पश्चिमी चंपारण का मर्चा चावल
- कतरनी चावल
- भागलपुरी जर्दालू आम
- भागलपुर सिल्क
- मगही पान
- शाही लीची
- सिलाओ खाजा
- मथिला मखाना
- मधुबनी पेंटिंग्स
- पिपली (खटवा) का कार्य
- सुजिनी कढ़ाई का काम
- सिक्की घास उत्पाद
छत्तीसगढ़ के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- बस्तर ढोकला
- बस्तर आयरन क्राफ्ट
- बुड शिल्प ऑफ बस्तर
गोवा के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- फेनी
- खोल मिर्च
गुजरात के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- कच्छ कढ़ाई व शॉल
- संखेड़ा फर्नीचर
- कैंबे के एगेट्स
- तंगलिया शॉल
- भालिया गेंहूं
- पाटन पटोला
- राजकोट पटोला
- गीर केसर आम
- सूरत जरी कला
- जामनगरी बंधनी
- पेठापुर प्रिंटिंग ब्लॉक
हिमाचल प्रदेश के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- कांगड़ा चाय व पेंटिंग्स
- कुल्लू शॉल
- चंबा रूमाल
- किन्नौरी व कुल्लू शॉल
- चुल्ली तेल
- कला जीरा
झारखण्ड के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- सोहराई खोवर पेंटिंग
कर्नाटक के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- मैसूर रेशम
- कूर्ग संतरा
- मैसूर का पान का पत्ता
- बिदरीवेयर
- कसुती कढ़ाई
- सुंदर लंबानी कढ़ाई
- किन्हाल खिलौने
- चन्नापटना खिलौने व गुड़िया
- मूसूर रोजवुड इनले
- कूर्ग हरी इलायची
- मैसूर पारंपरिक पेंटिंग्स
- इल्कल साड़ी
- उडुपी साड़ी
- नंजनगुड केला
- चिकमंगलूर अरेबिका कॉफी
- बाबाबुदनगिरी अरेबिका कॉफी
- कूर्ग अरेबिका कॉफी
- मैसूर अगरबत्ती
- उडुपी मल्लिगे
- मैसूर मल्लिगे
- हदगली मल्लिगे
- मैसूर के गंजीफा कार्ड
- नवलंगुड दर्री
- मैसूर चंदन का तेल
- मैसूर चंदन साबुन
- कर्नाटक ब्रोंजवेयर
- सिरसी सुपारी
- गुलबर्गा तुअर दाल
- देवनहल्ली पोमेला
- एपेमिडी मैंगो
- कमलापुर लाल केला
- बैंग्लूर ब्लू अंगूर
- धारवाड़ पेड़ा
केरल के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- तिरुप सुपारी
- एलेप्पी कॉपर
- नवारा चावल
- पोक्कली चावल
- पलक्कड़न मट्टा चावल
- एलेप्पी हरी इलायची
- पलक्कड़ का मद्दलम
- नीलांबुर सागौन
- पय्यानूर पवित्रा रिंग
- स्क्रू पाइन क्राफ्ट
- वायनाड रोवस्टा कॉफी
- मरयूर गुड़
- पीतल की कढ़ाई वाले नारियल के खोल का शिल्प
- बाझाकुलम अनन्नास
- चेंगालिकोडन नेंद्रन केला
- कैनानोर होम फर्निशिंग
- चेदमंगलम धोती व सेट मुंडू
- कुथुमपल्ली धोती व सेट मुंडू
- बलरामपुर साड़ी व सूती कपड़े
- कासरगोड साड़ी
- कुथमपुली साडी
- मध्य त्रावणकोर गुड
- कैपड चावल
- वायनाड जीरकसला चावल ए
- वायनाड गंधकसला चावल
मध्यप्रदेश के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- रतलामी सेव
- चंदेरी साड़ी
- महेश्वर साड़ी व कपड़े
- इंदौर के चमड़े के खिलौने
- बाग प्रिंट
- झाबुआ कड़कनाथ ब्लैक चिकन मटन
- दतिया व टीकमगढ़ के बेल मेटल वेयर
महाराष्ट्र के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- नासिक अंगूर
- कोल्हापुर गुड़
- सोलापुर चादर व टेरी तौलिया
- पुनेरी पगड़ी
- नासिक वैली वाइन
- पैठानी साड़ी व कपड़े
- अलफांसो
- सांगली हल्दी
- मराठवाड़ा केसर आम
- जलगाँ केला
- महाबलेश्वर स्ट्रॉबेरी
- वेंगुरला काजू
- दहानु घोलवड चीकू
- लासलगांव प्याज
- सांगली किशमिश
- बीड कस्टर्ड सेब
- सोलापुर अनार
- भिवापुर चिल
- पुरंदर चित्र
- जलगाँ भरित बैंगन
- अम्बेमोहर चावल
- अजरा घनसल चावल
- मंगलवेधा ज्वार
- सिंधुदुर्ग व रत्नागिरी कोकम
- वाघ्या घेवाड़ा
- नवापुर तूर दाल
- जालना स्वीट संतरा
- वैगांव हल्दी
मणिपुर GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- कच्चा नींबू
- चक हाओ
- शफी लांफी
- वांगखेई फी
- मोइरांग फी
मेघालय के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- खासी मंदारिन
- मेमोंग नारंग
मिजोरम के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- मिजो मिर्च
- पाँडम
- तवलोहपुआन
- नगोतेखेरह
- हरराम
- मिजो पुआनचेई
नागालैंड के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
- नागा मिर्च
- चाखेसंग शॉल
- नागा ट्री टमाटर
ओडिशा के जीआई टैग प्राप्त उत्पाद –
- ओडिशा रसगुल्ला
- कोणार्क पत्थर की नक्काशी
- उड़ीसा इकल
- कंधमाल हल्दी
- कोटपैड हैंडलूम फैब्रिक
- धलापाथर परदा व फैब्रिक
- उड़ीसा पट्टाचित्रा
- पिपली एप्लिक वर्क
- बेरहामपुर पट्टा साड़ी व जोड़ा
- संबलपुरी बांधा साड़ी व कपड़े
- खंडुआ साड़ी व कपड़े
- गोपालपुर टसर फैब्रिक
- गंजम केवड़ा रूह
- गंजम केवड़ा फूल
- हबसपुरी साड़ी व कपड़े
- बोमकल साड़ी व कपड़े
राजस्थान के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
कठपुतली, बीकानेरी भुजिया, थेवा आर्ट वर्क, मकराना मार्बल, पोकरण मिट्टी के बर्तन आदि।
तमिलनाडु के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
कांचीपुरम सिल्क, तंजावुर पेंटिंग्स, अरनी रेशम, एथामोझी लंबा नारियल, विरुपाक्ष हिल केला, मदुरै मल्ली, महाबलीपुरम पत्थर की मूप्ति, डिंडीगुला ताले आदि।
त्रिपुरा के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
अनन्नास।
तेलंगाना के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
पोचमपल्ली इकत, निर्मल फर्नीचर व पेंटिंग्स, गडवाल साड़ी, वारंगली दरी, तेलिया रूमाल आदि…
उत्तर प्रदेश के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
चुनार का बलुआ पत्थर, लखनऊ चिकनकारी, मलिहाबादी दशहरी आम, बनारसी साड़ी, कलानमक चावल, कन्नौज का इत्र, मेरठ कैंची, वाराणसी कांच के मोती इत्यादि…
पश्चिम बंगाल के GI Tag प्राप्त उत्पाद –
दार्जिलिंग चाय, मालदा लक्ष्मणभोग आम, मालदा फाजली आम, गोविंदभोग चावल, बंगला रसगुल्ला, मदुर काठी इत्यादि।