‘मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान’ शीर्षक के इस लेख में मध्यप्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया है। मध्य प्रदेश भारत के 28 राज्य व 8 केंद्रशासित प्रदेशों में से एक है। इसकी राजधानी ‘भोपाल’ है।

क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का ‘दूसरा सबसे बड़ा राज्य’ है। इसका क्षेत्रफल 308000 वर्ग किमी. है। यह देश के कुल क्षेत्रफल के 9.38 प्रतिशत भाग पर विस्तृत है।
कर्क रेखा मध्यप्रदेश के बीच से गुजरती है। अर्थात यह कर्क रेखा पर अवस्थित भारतीय राज्यों में से एक है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है।
1 नवंबर 2000 को राज्य का विभाजन कर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की गई।
मध्य प्रदेश एक जनर में
राज्य | मध्य प्रदेश |
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राजधानी | भोपाल |
स्थापना | 1 नवंबर 1956 |
मुख्यमंत्री | शिवराज सिंह चौहान |
राज्यपाल | मंगूभाई पटेल |
क्षेत्रफल | 3,08,000 वर्ग किलोमीटर |
पहले मुख्यमंत्री | रविशंकर शुक्ला |
पहले राज्यपाल | डॉ. पट्टाभिसीतारमैया |
उच्च न्यायालय | जबलपुर |
मण्डल | 10 |
जिले | 52 |
लोकसभा सदस्य | 29 |
राज्यसभा सदस्य | 11 |
विधानसभा सदस्य | 230 |
लिंगानुपात | 931 |
तहसीलें | 367 |
ग्रामपंचायत | 23043 |
राज्य पशु | बारहसिंहा |
राज्य पक्षी | दूधराज या शाह बुलबुल |
राज्य पुष्प | लिली |
राज्य वृक्ष | बरगद |
नदियाँ | नर्मदा, ताप्ती, चंबल, बेतवा, क्षिप्रा, तवा, सोन |
भाषा | हिंदी व अंग्रेजी |
बोलियां | बुन्देली, बघेली, व मालवी |
प्रमुख जनजातियां | भील, गोंड, सहरिया, भरिया, कोर्कू, मारिया, माल्तो |
मध्यप्रदेश के सीमावर्ती राज्य –
राज्य की सीमा कुल पांच राज्यों से लगती है। ये राज्य निम्नलिखित हैं –
मध्यप्रदेश की सीमा से लगने वाले राज्य गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, व महाराष्ट्र हैं। राज्य के उत्तर में उत्तर प्रदेश, उत्तर पश्चिम में राजस्थान, पश्चिम में गुजरात, दक्षिण में महाराष्ट्र, और दक्षिण पूर्व में छत्तीसगढ़ अवस्थित है।
मध्य प्रदेश का इतिहास –
प्रचीनकाल के 16 महाजनपदों में से अवंती मध्यप्रदेश में ही अवस्थित था। अवंति की राजधानी महिष्मति व उज्जैनी थी।
सिरोही तहसील के रूपनाथ गाँव (जिला- जबलपुर) की एक चट्टान पर मौर्य सम्राट अशोक का शिलालेख अंकित है।
राज्य के साँची (रायसेन), भरहुत (सतना), निमाड़, व उज्जैनी में अशोक ने स्तूपों का निर्माण कराया।
एरण, बेसनगर, पवाया, रूपनाथ (जबलपुर) में अशोक महान ने स्तंभ स्थापित करवाए।
गुप्त शासक चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने उज्जैनी को अपनी राजधानी बनाया।
मध्यकाल में मालवा क्षेत्र पर परमारों का शासन रहा। विंध्य प्रदेश में चंदेलों का शासन रहा और महाकौशल में कल्चुरियों का शासन रहा।
राजा भोज ने इस काल में इस क्षेत्र में भोपाल नगर की स्थापना की थी।
1019 ई. में महमूद गजनवी ने ग्वालियर के शासक पर आक्रमण कर उसे पराजित किया।
1197 ई. में मोहम्मद गोरी ने ग्वालियर पर आक्रमण कर इसे दिल्ली में मिला लिया।
1526 ई. की पानीपत की लड़ाई के बाद बाबर ने ग्वालियर, चंदेरी, व रायसेन पर अधिकार कर लिया।
इसके बाद मराठा शक्ति का उदय हुआ। पेशवा बाजीराव ने मध्यप्रदेश के कई हिस्सों पर अपना अधिकार कर लिया।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में देश भर में आंदोलन हुए। उनमें नागपुर का विद्रोह भी सम्मिलित है।
राष्ट्रीय उद्यान व वन्यजीव अभ्यारण्य –
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मांडला व बालाघाट
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, अमरिया
- माधव राष्ट्रीय उद्यान, शिवपुरी
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान पन्ना व छतरपुर
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान, छिंदवाड़ा व सियोनी
भाषा व बोलियां –
राज्य की आधिकारिक भाषा हिंदी है जो कि सर्वाधिक क्षेत्र में बोली जाती है। इसके अतिरिक्त शहरी क्षेत्रों में अंग्रेजी का भी प्रयोग किया जाता है।
बुन्देली, बघेली, व मालवी मध्य प्रदेश की प्रचलित बोलियां हैं।
खनिज पदार्थ –
रीवा, जबलपुर, सतना, शहडोल, व मंडना राज्य के प्रमुख बॉक्साइट उत्पादक क्षेत्र हैं। देश के कुल बॉक्साइट उत्पादन का लगभग 45 प्रतिशत मध्यप्रदेश के इन्हीं क्षेत्रों से प्राप्त होता है।
यहां के जबलपुर, बालाघाट व, मंडला जिलों से लौह अयस्क की प्राप्ति होती है।
नदी तट पर बसे शहर –
- नर्मदा नदी – धार, मंडला, जबलपुर, ओंकारेश्वर, निमाड़, महेश्वर, झाबुआ, बड़वानी।
- ताप्ती – बुरहानपुर।
- बेतवा नदी – साँची, विदिशा, ओरछा, गुना।
- चम्बल नदी – रतलाम, मऊ, श्योपुर।
- क्षिप्रा नदी – उज्जैन।
- तवा नदी – पंचमणि, तवानगर।
- बैनगंगा – बालाघाट।
- सिंद नदी – शिवपुरी, दतिया।
- काली नदी – देवास।
- काली सिंध नदी – सोनकच्छ।
मध्य प्रदेश में जिले –
प्रारंभ में राज्य में कुल 43 जिले थे जो कि वर्तमान में 52 हो चुके हैं। साल 1972 में दो बड़े जिलों का विभाजन किया गया। तब सीहोर जिले से भोपाल को और दुर्ग जिले से राजनांद गांव को अलग किया गया। तो राज्य में जिलों की संख्या 45 हो गई। इसके बाद साल 1998 में राज्य के बड़े जिलों का विभाजन कर 16 नए जिलों को बनाया गया और राज्य में जिलों की संख्या 61 हो गई। इसके बाद 1 नवंबर 2000 को राज्य के दक्षिण – पूर्वी भाग को पृथक कर एक नए राज्य छत्तीसगढ़ का निर्माण किया गया।
मध्यप्रदेश के जिले –
- आगर मालवा
- अलीराजपुर
- अनूप पुर
- अशोकनगर
- बालाघाट
- बड़वानी
- बैतूल
- भिण्ड
- भोपाल (राजधानी)
- बुरहानपुर
- छतरपुर
- छिंदबाड़ा
- दमोह
- दंतिया
- देवास
- धार
- डिंडौरी
- गुना
- ग्वालियर
- हरदा
- होशंगाबाद
- इंदौर
- जबलपुर
- झाबुआ
- कटनी
- खण्डवा
- खरगौन
- मंडला
- मंदसौर – देश का सबसे बड़ा अफीम उत्पादक जिला।
- मुरैना
- नरसिंहपुर
- नीमच
- निवाड़ी
- पन्ना
- रायसेन – सांची के स्तूप इसी जिले में अवस्थित हैं।
- राजगढ़
- रतलाम
- रीवा
- सागर
- सतना
- सीहोर
- सिवनी
- शहडोल
- शाजापुर
- श्योपुर
- शिवपुरी
- सीधी
- सिंगरौली
- टीकमगढ़
- उज्जैन
- उमरिया
- विदिशा
जिलों के उपनाम –
- महाकाल की नगरी – उज्जैन
- बौद्ध जगत की पवित्र नगरी – साँची
- झीलों का शहर – भोपाल
- मध्यप्रदेश की मुम्बई – इंदौर
- मध्यप्रदेश का लखनऊ – सिवनी
- मंदिर मूर्तियों का नगर – उज्जैन
- शिल्प कला तीर्थ – खजुराहो
- मैगनीज नगरी – बालाघाट
- चूना नगरी – बालाघाट
- पर्यटकों का स्वर्ण – पंचमणि
- संगीत नगरी – मैहर
- आनन्द नगरी – माँडू
- तानसेन की नगरी – ग्वालियर
- मध्यप्रदेश की संस्कारधानी – जबलपुर
मध्यप्रदेश के प्रमुख व्यक्ति –
अटल बिहारी बाजपेयी –
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता अटल विहारी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। ये 1951 से 1957 तक लोकसभा के और 1957 से 1977 तक राज्यसभा सदस्य रहे। 1977 से 1980 तक केंद्र सरकार में विदेशमंत्री रहे। 1980 से 1986 तक भाजपा अध्यक्ष रहे। 16 मई 1996 को अटल बिहारी भारत के प्रधानमंत्री बने। 16 अगस्त 2018 को इनका निधन हो गया।
डॉ. शंकर दयाल शर्मा –
भारत के पूर्व राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा का जन्म 19 अगस्त 1918 को मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ। ये 1952 से 1956 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद पंजाब, महाराष्ट्र, व आंध्रप्रदेश के राज्यपाल भी रहे। ये 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 ई. तक भारत के राष्ट्रपति रहे। इनका निधन 26 दिसंबर 1999 को हो गया।
माखनलाल चतुर्वेदी –
प्रसिद्ध छायावादी कवि माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 ई. को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में हुआ था। ये एक स्वतंत्रता सेनानी भी थे। इन्हें अपनी प्रसिद्ध रचना ‘हिमतरंगिणी’ के लिए साल 1955 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राज्य के जबलपुर जिले में माखनलाल चतुर्वेदी समारोह का आयोजन किया जाता है।
- मुद्राराक्षस पुस्तक के लेखक गजानन माधव मुक्तिबोध मध्यप्रदेश के किस जिले से थे – शिवपुरी
शरद पगारे को मिला व्यास सम्मान –
शरद पगारे हिन्दी में व्यास सम्मान पाने वाले मध्यप्रदेश के पहले हिन्दी साहित्यकार बने। इन्हें मार्च 2021 में व्यास सम्मान के लिए चुना गया। इन्हें के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा साल 2020 के लिए व्यास सम्मान दिया गया। इन्हें यह सम्मान इनके साल 2010 में आए उपन्यास ‘पाटलिपुत्र की साम्राज्ञी’ के लिए प्रदान किया गया। यह सम्मान किसी भारतीय लेखक को उसकी पिछले 10 साल में प्रकाशित उत्कृष्ट हिंदी कृति के लिए दिया जाता है। प्रोफेसर सरद पगारे का जन्म 5 जुलाई 1931 ई. को खण्डवा में हुआ था। इससे पहले इन्हें मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भरतभूषण जैसे तमाम पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।
व्यास सम्मान –
के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा साल 1991 में व्यास सम्मान की शुरुवात की गई थी। साल 1991 में ही पहला व्यास सम्मान रामविलास शर्मा को उनकी कृति ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी’ के लिए प्रदान किया गया था। इस सम्मान के साथ 4 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और एक प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाता है।
– मध्यप्रदेश सामान्य ज्ञान लेख समाप्त।