राजस्थान सामान्य ज्ञान ( Rajasthan )

‘राजस्थान सामान्य ज्ञान’ शीर्षक के इस लेख में राजस्थान सामान्य ज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया है। राजस्थान भारत के 28 राज्यों में से एक है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का ‘सबसे बड़ा राज्य‘ है।पहले इसे राजपूताना या राजपूतों का स्थान (राजस्थान) के नाम से जाना जाता था। इसका क्षेत्रफल 3 लाख 42 हजार 239 वर्ग किलोमीटर है। इतिहासकार कर्नल टाड ने अपनी पुस्तक में राजस्थान के लिए ‘रायथान’, ‘राजवाड़ा’ और ‘राजस्थान’ शब्दों का प्रयोग किया। 26 जनवरी 1950 को राज्य का नाम विधिवत रूप से राजस्थान रखा गया।

हिंदी प्रेम

राजस्थान एक नजर में

राज्यराजस्थान
राजधानीजयपुर
गठन1 नवंबर 1956
स्थापना दिवस30 मार्च
मुख्यमंत्रीभजनलाल शर्मा
राज्यपालकलराज मिश्र
पहले मुख्यमंत्रीहीरालाल शास्त्री
पहले राज्यपालगुरुमुख निहाल सिंह
उच्च न्यायालयजोधपुर
मण्डल07
जिले33
लोकसभा सदस्य25
राज्यसभा सदस्य10
विधानसभा सदस्य200
लिंगानुपात928
राज्य पशुचिंकारा, ऊँट
राज्य पक्षीगोडावण
राज्य पुष्परोहिड़ा
राज्य वृक्षखेजड़ी
सर्वोच्च पर्वत चोटीगुरुशिखर
भाषाहिंदी, राजस्थानी
सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिलाजैसलमेर
नदियाँचम्बल, व्यास, बनास, लूनी
लोकनृत्यघूमर, कोटा, चकरी, कठपुतली नृत्य
बोलियांमेवाड़ी, मारवाड़ी, मेवात, मालवी, ब्रज, बांगड़ी, मालवी
वन व उद्यानसरिस्का टाइगर रिजर्व,
केवलादेव घाना,
रणथम्भौर सारिस्का वन्यजीव अभ्यारण्य

राजधानी –

राजस्थान की राजधानी ‘जयपुर’ है। राज्य का सबसे बड़ा नगर भी जयपुर ही है।

सीमावर्ती क्षेत्र –

राज्य की सीमा 5 भारतीय राज्यों के साथ एक देश पाकिस्तान से लगती है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, व गुजरात इसके सीमावर्ती राज्य हैं। राजस्थान की 1070 किमी. पश्चिमोत्तर सीमा पाकिस्तान के साथ भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाती है। गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, व बाड़मेर पाकिस्तान की सीमा पर अवस्थित राजस्थान के जिले है।

राजस्थान का एकीकरण, गठन व वर्तमान स्वरूप –

भारत की आजादी के वक्त राजस्थान में कुल 19 रियासतें और दो केंद्र शासित प्रदेश थे। 18 मार्च 1948 को भरतपुर, धौलपुर, अलवर व करौली रियासतों का विलय कर ‘मत्स्य संघ’ की स्थापना की गई। तब इसकी राजधानी अलवर को बनाया गया। इसके बाद 25 मार्च 1948 को बूंदी, कोटा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, शाहपुरा, टोंक व डूंगपुर का विलय राजस्थान संघ में हुआ। फिर 18 अप्रैल 1948 को उदयपुर रियासत का विलय कर इसका नाम ‘संयुक्त राजस्थान संघ’ पड़ा। परंतु राजस्थान के एकीकरण का अधिकांश कार्य 30 मार्च 1949 को पूरा हुआ जब जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, व जैसलमेर का विलय हुआ। इसके साथ ‘वृहत्तर राजस्थान संघ’ बना। इसी तिथि को राज्य के गठन की तिथि माना जाता है। 30 मार्च को हर साल राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

15 अप्रैल 1949 को वृहत्तर राजस्थान संघ में मत्स्य संघ का विलय हो गया। 26 जनवरी 1950 को सिरोही रियासत को भी इस संघ में मिला लिया गया। 1 नवंबर 1956 को देलवाड़ा, आबू, व सुनेल टप्पा का विलय संघ में किया गया। इन सबके एकीकरण के बाद 1 नवंबर 1956 को राज्य का वर्तमान स्वरूप सामने आया।

राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की सूची –

मुख्यमंत्रीकब सेकब तक
हीरालाल शास्त्री7 अप्रैल 19495 जनवरी 1951
सी. एस. वेंकटाचारी6 जनवरी 195125 अप्रैल 1951
जयनारायण व्यास26 अप्रैल 19513 मार्च 1952
टीकाराम पालीवाल3 मार्च 195231 अक्टूबर 1952
जयनारायण व्यास1 नवंबर 195212 नवंबर 1954
मोहनलाल सुखाड़िया13 नवंबर 195413 मार्च 1967
राष्ट्रपति शासन13 मार्च 196726 अप्रैल 1967
मोहनलाल सुखाड़िया26 अप्रैल 19679 जुलाई 1971
बरकतुल्ला खान10 जुलाई 197110 अगस्त 1973
हरिदेव जोशी11 अगस्त 197329 अप्रैल 1977
राष्ट्रपति शासन29 अप्रैल 197721 जून 1977
भैरोंसिंह शेखावत22 जून 197716 फरवरी 1980
जगन्नाथ पहाड़िया6 जून 198013 जुलाई 1981
शिवचरण माथुर13 जुलाई 198123 फरवरी 1985
हीरालाल देवपुरा23 फरवरी 198510 मार्च 1985
हरिदेव जोशी10 मार्च 198520 जनवरी 1988
शिवचरण माथुर20 जनवरी 19884 दिसंबर 1989
हरिदेव जोशी4 दिसंबर 19894 मार्च 1990
भैरोंसिंह शेखावत4 मार्च 199015 दिसंबर 1992
राष्ट्रपति शासन15 दिसंबर 19924 दिसंबर 1993
भैरोंसिंह शेखावत4 दिसंबर 199329 नवंबर 1998
अशोक गहलोत1 दिसंबर 19988 दिसंबर 2003
वसुंधरा राजे सिंधिया8 दिसंबर 200311 दिसंबर 2008
अशोक गहलोत12 दिसंबर 200813 दिसंबर 2013
वसुंधरा राजे सिंंधिया13 दिसंबर 201317 दिसंबर 2018
अशोक गहलोत17 दिसंबर 20183 दिसंबर 2023
भजन लाल शर्मा15 दिसंबर 2023

राजभाषा –

राज्य की राजभाषा ‘हिंदी’ है।

राजस्थान के प्रमुख स्थल –

दिलवाड़ा का जैन मंदिर, पुष्कर का ब्रह्म मंदिर (अजमेर), चित्तौड़गढ़ का कीर्ति स्तंभ या विजयस्तंभ, केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (भरतपुर)।

रब्बाव मुइनुद्दीन की दरगाह, ढाई दिन का झोपड़ा, रणथम्भौर वन्यजीव अभ्यारण्य।

पोखरण – भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण साल 1974 में राजस्थान के ही पोखरण में किया था।

थार मरुस्थल – भारत का सबसे विस्तृत मरुस्थल ‘थार’ इसी राज्य में अवस्थित है।

इंदिरा गाँधी नहर परियोजना –

विश्व की सबसे विस्तृत सिंचाई परियोजना इंदिरा गाँधी नहर परियोजना विश्व की सबसे विस्तृत सिंचाई परियोजना इसी राज्य में अवस्थित है।

सांभर झील –

तटीय झीलों के अतिरिक्त भारत के आंतरिक भाग में अवस्थित यह खारे पानी की सबसे बड़ी झील है। यह जयपुर, अजमेर और नागौर जिलों में विस्तृत है। देश के कुल नमक उत्पादन का 8.7 प्रतिशत इसी झील से होता है। खारी, खंडेला, मेंथा, व रुपनगढ़ नदियां इस झील में आकर मिलती हैं।

चित्रकला की शैलियां

पहली बार आनंद कुमार स्वामी ने अपनी पुस्तक ‘राजपूत पेंटिंग्स’ में साल 1916 ई. में राजस्थानी चित्रकला का पहला विभाजन किया था। राजस्थानी चित्रकला की शुरुवात अपभ्रंश, जैन, व मालव आदि कलाओं के सामंजस्य से हुई है। राजस्थानी चित्रकला को 5 स्कूलों में विभक्त किया गया है –

मारवाड़ स्कूल

जैसलमेर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़, नागौर मारवाड़ स्कूल (उपशैली) के अंतर्गत आते हैं। जोधपुर उपशैली के प्रमुख शासक महाराजा जसवंत सिंह और मानसिंह थे। ‘दुर्गा सप्तरानी’ जोधपुर शैली का प्रमुख ग्रंथ है, जो कि सूरसागर व रसिकप्रिया पर आधारित ग्रंथ है। बारहमासा, रसिकप्रिया व कृष्ण लीला बीकानेर उपशैली के प्रमुख चित्रित ग्रंथ है। ‘बड़ी-ठड़ी’ किशनगढ़ उपशैली के अंतर्गत आती है। मूलराज जैसलमेर उपशैली के से संबंधित शासक थे। आम के वृक्ष, कौआ, चील, गोड़े व, ऊंट का प्रयोग जोधपुर व बीकानेर उपशैली के चित्रों में किया गया है। किशनगढ़ उपशैली में केले के वृक्ष की आकृति का प्रयोग किया गया है।

मेवाड़ स्कूल

इसे ही राजस्थानी चित्रकला की मूल शैली माना जाता है। उदयपुर, देवगढ़, चावंण्ड, नाथद्वार मेवाड़ स्कूल (उपशैली) के अंतर्गत आते हैं। इस स्कूल की शैली के विकास का श्रेय राणा कुंभा को जाता है। मेवाड़ चित्र शैली का पहला चित्रित ग्रंथ ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्ण‘ को माना जाता है। ‘सुपासनाहचरित‘ इस स्कूल शैली का दूसरा चित्रित ग्रंथ है। ‘रंगमाला’ चावंण्ड उपशैली का प्रमुख ग्रंथ है। कदम्ब के वृक्ष, हाथी व चकोर के चित्रों का प्रयोग उदयपुर उपशैली में किया गया है। नाथद्वार उपशैली में गाय के चित्रों का प्रयोग किया गया है।

ढूढांड़ स्कूल

जयपुर, आमेर, अलवर, उणियारा ढूढांड़ स्कूल (उपशैली) के अंतर्गत आते हैं। रामायण, महाभारत, कृष्णलीला, शिकार व युद्ध प्रसंग जयपुर उपशैली से संबंधित चित्रित ग्रंथ व विषय हैं। आमेर उपशैली मानसिंहमिर्जा राजा जयसिंह से संबंधित है। रज्मनामा, आदिपुराण, व भागवत आमेर उपशैली से संबंधित चित्रित ग्रंथ हैं। पीपल व वट वृक्ष और गोड़ा व मोर के चित्रों का प्रयोग जयपुर व अलवर उपशैली में किया गया है।

हाड़ौती स्कूल

कोटा, बूंदी, दुगारी हाड़ौती स्कूल (उपशैली) के अंतर्गत आते हैं। इन क्षेत्रों पर चौहानवंशी हाड़ाओं का प्रभुत्व रहा इसलिए इस उपशैली को हाड़ौती स्कूल के नाम से जाना गया। ढोला-मारू, व भागवत पुराण कोटा उपशैली के प्रमुख चित्रित ग्रंथ हैं। राव सुजनसिंह के समय में बूंदी शैली के चित्रों का रेखांकन हुआ। ऋतु वर्णन, रागरागिनी, बारहमासा, नायिका भेद बूँदी उपशैली के प्रमुख चित्रित ग्रंथ हैं। खजूर के वृक्ष का प्रयोग कोटा व बूंदी शैली के चित्रों में किया गया है।

कलावृत्त, आयाम, अंकन, चितेरा, धोरां, पैग, क्रिएटिव आर्टिस्ट ग्रुप इत्यादि संस्थाएं हैं जो राजस्थानी चित्रकला के विकास में लगी हैं। सुरजीत सिंह चोयल राजस्थान की पहली महिला चित्रकार थीं। राजस्थान में आधुनिक चित्रकला को शुरु करने का श्रेय कुंदन लाल मिस्त्री को जाता है।

राजस्थानी संगीत (ध्रुपद शैली)-

ध्रुपद शैली की चार प्रमुख वाणियां गोहरावाणी, डागुरवाणी, खण्डहारवाणी, व नोहरवाणी हैं। संगीत सम्राट तानसेन गोहरावाणी से संबंधित थे।

ललित कला अकादनी, जयपुर

इसकी स्थापना 24 नवंबर 1957 को राज्य में कलात्मक गतिविधियों के संचालन व प्रदर्शनी के आयोजन इत्यादि के लिए  की गई। राज्य में कलात्मक व सांस्कृतिक एकता स्थापित करना भी इसका उद्देश्य है।

राजस्थान के कला संस्थान व उनकी स्थापना वर्ष –

  • भवानी नाट्यशाला, झालावाड़ – 1921 ई.
  • राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर – 1950
  • भारतीय लोक कला मण्डल – 1952
  • राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर – 1958
  • रूपायन संस्थान, जोधपुर – 1960
  • लोक संस्कृति शोध संस्थान, चूरु – 1964
  • उर्दू अकादमी, जयपुर – 1979
  • राजस्थान भाषा, साहित्य व संस्कृति अकादमी, बीकानेर – 1983
  • राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी, जयपुर – 1986
  • जवाहर कला केंद्र, जयपुर – 1993
  • प. झाबरमल शोध संस्थान, जयपुर – 2000

प्रमुख संगीत घराने –

  • जयपुर घराना – यह घराना खयाल गायकी से संबंधित है। इसका जन्मदाता मनरंग (भूपत खां) को माना जाता है। बाद में भूपत खां के पोते मो. अली खां ने इस घराने को प्रसिद्धि दिलाई।
  • डागर घराना बहराम खां डागर इसके प्रवर्तक हैं।
  • मेवाती घराना – इसे ग्वालियर घराने की शाखा माना जाता है। इसके प्रवर्तक उस्ताद घग्घे खां हैं।
  • पटियाला घराना – इसे जयपुर के उपघराने के नाम से भी जाना जाता है। फलेह अलीअली बख्श को इस घराने का प्रवर्तक माना जाता है।
  • सोनिया घराना – तानसेन के पुत्र सूरतसेन इस घराने के प्रवर्तक हैं।
  • अतरौली घराना – यह जयपुर घराने की शाखा है साहब खां इसके प्रवर्तक हैं।
  • अल्लादिया खां घरानाअल्लादिया खां इसके प्रवर्तक हैं।

लोक वाद्य

ढोलक, ढोल, घुंघरू, चिमटा, घंटा (घड़ियाल), घड़ा, मंजीरा, डमरू, मृदंग (पखावज), करताल, खड़ताल, डांडिया, रमझौल, झांझ, श्रीमंडल, झालर, भरनी, मांदल इत्यादि।

राज्य के लोकगीत –

  • पावड़ा – विवाह के बाद दामाद के लिए गाया जाता है।
  • घोड़ी – बारात प्रस्थान के समय गाया जाने वाला गीत।
  • काजलियों – होली के सयम गाया जाने वाला श्रंगार प्रधान गीत।
  • सीठड़े – गाली गीत – जो विवाह के समय आनंद लेने के लिए गाया जाता है।
  • जच्चा या होलर – बालक के जन्मोत्सव के मौके पर गाया जाता है।
  • हमसीठों – भील जनजाति के स्त्री व पुरुषों द्वारा साथ मिलकर गाया जाने वाला गीत।
  • लावणी – प्रियतम द्वारा अपनी प्रेमिका के लिए गाया जाता है।
  • कामण – वर को जादू टोने इत्यादि से बचाने के लिए विवाह के वक्त गाया जाता है।
  • कागा – कौवे को संबोधित कर गाया जाने वाला गीत।
  • कलाली – मेवाड़ क्षेत्र में प्रसिद्ध वीर रस प्रधान गीत।
  • ईण्डोणी – पानी भरने जा रही स्त्रियों द्वारा गाया जाने वाला गीत।
  • केसरिया बालम – पति की प्रतीक्षा में विरह स्वरुप गाया जाने वाला गीत।
  • पंछीड़ा – कुछ क्षेत्रों में मेले के समय गाया जाने वाला गीत।
  • ओल्यूं – बेटी की विदाई के समय किसी की याद में गाया जाने वाला गीत।
  • सुवंटिया – भील स्त्रियों द्वारा गाया जाने वाला गीत।

ढोला मारू, झोरावा, गोरंबंद, जलो (जलाल), बिछुड़ो, तेजा गीत, चिरमी, जीरो, सुपणा, कुरजां, मोरिया, बधवा, दुपट्टा, पीपली, हरजस, मरांसिये इत्यादि।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है।
  • जयसलमेर क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा जिला है।
  • धौलपुर क्षेत्रफल की दृष्ट से राजस्थान को सबसे छोटा जिला है।
  • राज्य की सबसे प्राचीन पर्वत श्रंखला अरावली है।
  • सांभर झील राज्य की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।
  • भारत में पंचायती राज व्यवस्था की शुरुवात राजस्थान के ‘नागौर’ जिले से ही हुई थी।

राजस्थान में प्रचलित कुछ उपनाम –

  • जयपुर – गुलाबी शहर
  • अजमेर – राजस्थान का हृदय
  • गोकुलभाई – राजस्थान का गाँधी

राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा –

राज्य में 6,7,8 नवंबर 2020 को पुलिस भर्ती परीक्षा कराई जाएगी। 5438 पदों के लिए कुल 17 लाख से अधिक अभ्यर्ती परीक्षा में बैठेंगे। इसके लिए राज्य में 600 से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यह पेपर दो पालियों में होगा। पहला सुबह 9 से 11 बजे तक और दूसरा 3 से शाम 5 बजे तक।

राजस्थान में कोरोना की स्थिति –

कोरोना संकट के चलते एक बर फिर राजस्थान के आठ जिलों में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। राजस्थान के कर्फ्यू लगाए गए जिले जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, कुशलगढ़, सागरगढ़ हैं। कर्फ्यू के दौरान आपातकालीन सुविधाओं को छोड़कर सब बंद रहेगा। इनके अतिरिक्त अन्य शहरों में भी रात 10 बजे के बाद बाजार बंद करने के आदेश हैं। 20 मार्च को राज्य में 1 दिन में 445 नए लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद 21 मार्च को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कोरोना कोर ग्रुप की बैठक में यह फैसला लिया गया। 25 मार्च से राजस्थान में आने वाले बाहरी यात्रियों की 72 घंटे की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी। नेगेटिव रिपोर्ट के बिना आए यात्रियों को 15 दिन कोरंटाइन किया जाएगा।

मिस इंडिया 2023 : नंदिता गुप्ता

मिस इंडिया 2023
Miss India 2023 Nandita Gupta
Current Affairs in Hindi

फेमिना मिस इंडिया 2023 का ताज राजस्थान की 19 वर्षीय नंदिता गुप्ता को पहनाया गया। नन्दिता गुप्ता राजस्थान के कोटा की रहने वाली हैं। इन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। नंदिता भारत की 59वीं मिस इण्डिया चुनी गई हैं। नंदिता को यह ताज पूर्व मिस इंडिया सिनी शेट्टी द्वारा पहनाया गया। नंदिता के बाद दिल्ली की श्रेया पूंजा फर्स्ट रनरअप और मणिपुर की थौना ओजम स्ट्रेला लुवांग सेकेण्ड रनरअप रहीं। अब नंदिता मिस वर्ल्ड के अगले सीजन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान

उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान‘ शीर्षक के इस लेख में राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी का संकलन किया गया है। जनसंख्या की दृष्टि से यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है। वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान , मध्यप्रदेश , महाराष्ट्र के बाद यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है।

उत्तर प्रदेश के अन्य नाम –

इसे साल 1902 तक ‘उत्तर पश्चिम प्रांत’ के नाम से जाना जाता था। इसके बाद 1902 से 1937 तक इसे ‘संयुक्त प्रांत (अवध एवं आगरा)’ के नाम से, इसके बाद 1937 से सिर्फ ‘संयुक्त प्रांत’ के नाम से जाना जाता था। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद इसे ‘उत्तर प्रदेश’ के नाम से जाना जाने लगा।

राज्य की ग्लोब पर स्थिति –

ग्लोब पर उत्तरप्रदेश की स्थिति 23°52′ उत्तरी अक्षांश से 30°25′ उत्तरी अक्षांश तक है। 77°3′ पूर्वी देशांतर से 84°39′ पूर्वी देशांतर तक है। उत्तरप्रदेश की पूर्व से पश्चिम तक लम्बाई 650 किलोमीटर है। वहीं उत्तर से दक्षिण इसकी लम्बाई 240 किलोमीटर है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी

  • 1858 तक राज्य की राजधानी – आगरा
  • 1858 से 1921 तक राज्य की राजधानी – इलाहाबाद
  • 1921 से राज्य की राजधानी – लखनऊ है।

उत्तर प्रदेश का विभाजन –

9 नवंबर 2000 को उत्तरप्रदेश के 13 जिलों को पृथक कर नए राज्य उत्तराखण्ड की स्थापना की गई।

राजकीय भाषाएं –

यूपी की राजकीय भाषाएं हिन्दी व उर्दू हैं। हिन्दी सन् 1947 से उत्तरप्रदेश की राजकीय भाषा है। वहीं उर्दू 1989 से उत्तरप्रदेश की राजकीय भाषा है।

उत्तर प्रदेश एक नजर में –

राज्यउत्तर प्रदेश
राजधानीलखनऊ
राज्यपालआनन्दीबेन पटेल
मुख्यमंत्रीयोगा आदित्य नाथ
उप-मुख्यमंत्रीकेशवप्रसाद मौर्य
उप-मुख्यमंत्रीब्रजेश पाठक
विधानसभा अध्यक्षसतीश महाना
इलाहाबाद हाई कोर्ट मुख्य न्यायाधीशPritinker Diwaker
जिले75
क्षेत्रफल240928 वर्ग किमी
विधानसभाध्यक्षहृदय नरायण दीक्षित
राजकीय पशुबारहसिंहा
राजकीय पक्षीसारस/क्रांच
राजकीय फूलपलाश/टेशू
राजकीय वृक्षअशोक
राजकीय भाषाहिंदी, उर्दू
उच्च न्यायालयइलाहाबाद
राजकीय विधायिकाद्विसदनीय
विधानसभा सदस्य403
विधानपरिषद सदस्य100
लोकसभा सदस्य80
राज्यसभा सदस्य31
सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिलाखीरी
सबसे कम क्षेत्रफल वाला जिलासंत रविदास नगर
सीमारवर्ती राज्यों की संख्या8 राज्य, 1 केंद्रशासित प्रदेश
संभाग/मंडल18
तहसीलें 340
स्थापना24 जनवरी 1950
पुनर्गठन1 नवंबर 1956
स्थापना दिवस1 नवंबर
राज्य का विभाजन09 नवंबर 2000
लिंगानुपात912/1000
प्रथम राज्यपालश्रीमती सरोजिनी नायडू
प्रथम मुख्यमंत्रीगोविंद बल्लभ पंत
पहली महिला मुख्यमंत्रीसुचेता कृपलानी
प्रमुख नदियांगंगा, यमुना
उद्यानदुधवा राष्ट्रीय उद्यान

उत्तर प्रदेश विधानसभा व विधानपरिषद् –

उत्तर प्रदेश विधानसभा

राज्य विधानपरिषद् का गठन 1921 ई. में किया गया था।

उत्तरप्रदेश राज्य विधानसभा की स्थापना 1937 ई. में की गई थी।

उत्तरप्रदेश विधानसभा में सीटों की कुल संख्या 403 है।

सर्वाधिक विधानसभा सीटों वाला जिला प्रयागराज (इलाहाबाद) है। यहाँ कुल 12 विधानसभा सीटें हैं।

उत्तरप्रदेश विधानपरिषद् में सीटों की कुल संख्या 100 है।

अब तक उत्तरप्रदेश में कुल 10 बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है।

उत्तरप्रदेश में लोकसभा सीटों की कुल संख्या 80 है।

वहीं राज्यसभा में उत्तरप्रदेश की कुल 31 सीटें हैं।

सीमावर्ती राज्य व क्षेत्र –

उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती राज्य

राज्य की भौगोलिक सीमा 8 राज्यों , 1 केंद्रशासित प्रदेश और एक देश से लगती है।

उत्तराखंड , हिमाचल प्रदेश , हरियाणा , राजस्थान , मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ़ , झारखंडबिहार उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती राज्य हैं। उत्तरप्रदेश की भौतिक सीमा एक केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली से लगती है।

इसके अतिरिक्त राज्य की सीमा एक देश नेपाल से भी लगती है।

उत्तर प्रदेश का राजकीय प्रतीक चिह्न –

उत्तर प्रदेश का राजकीय प्रतीक चिह्न

राज्य के राजकीय प्रतीक चिह्न को अगस्त 1938 मेंं स्वीकृति प्राप्त हुई थी।

इसमें एक वृत्ताकार में तीन तरंग लाइनों के साथ एक धनुषबाण और दो मछलियां अकिंत हैं।

इसमें उपस्थित तीन तरंगों वाली लाइन  , गंगा यमुना के बहाव का प्रतीक हैं , धनुषबाण श्रीराम का प्रतीक और दो मछलियां अवध में मुस्लिम शासन का प्रतीक हैं।

उत्तरप्रदेश का राजकीय पुष्प पलाश है।

राजकीय पक्षी सारस (क्रौंच) है।

UP का राजकीय खेल हॉकी है।

राजकीय वृक्ष अशोक का वृक्ष है।

राजकीय पशु बारहसिंगा है।

उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज –

  • कोयला – सिंगरौली में
  • ताँबा – ललितपुर में
  • बॉक्साइट – बांदा व चंदौली में
  • संगमरमर – मिर्जापुर में
  • चूना पत्थर – मिर्जापुर में
  • डोलोमाइट – मिर्जापुर , सोनभद्र , बांदा
  • काँच बालू – प्रयागराज , बांदा
  • पाइरोफ्लाइट – झांसी व हमीरपुर

उत्तर प्रदेश की प्रमुख बोलियां कौन कौन सी हैं ?

अवधी , बुंदेली , ब्रज , भोजपुरी , खड़ीबोली , पांचाली।

उत्तर प्रदेश के हवाई अड्डे –

हवाई अड्डा

  • चौधरी चरणसिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (अमौसी) – लखनऊ
  • ड़ा. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा – मेरठ
  • हिंडन हवाई अड्डा – गाजियाबाद
  • खेरिया हवाई अड्डा – आगरा
  • बाबतपुर हवाई अड्डा – वाराणसी
  • चकेरी हवाई अड्डा – कानपुर
  • फुरसतगंज हवाई अड्डा – राजबरेली
  • बमरौली हवाई अड्डा – प्रयागराज
  • सरसावा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा – सहारनपुर

उत्तर प्रदेश के लोकगीत कौन कौनसे हैं ?

  • ढोला ,
  • आल्हा ,
  • भगत ,
  • रसिया ,
  • बिरहा ,
  • कजरी ,
  • चैती ,
  • पूरन ,
  • भर्तहरी।

यूपी के लोकनृत्य कौन कौन से हैं ?

  • रासलीला,
  • नौटंकी,
  • छपेली,
  • कजरी,
  • झूला,
  • करीना।

उत्तर प्रदेश के मेले व उत्सव कौन कौन से हैं ?

  • कुंभ,
  • अर्द्ध कुंभ,
  • ताज महोत्सव,
  • कैलाश मेला,
  • देवाशरीफ मेला,
  • माघ मेला,
  • देवीपाटन मेला।
यूपी की जनजातियां –
  • थारु,
  • बुक्सी,
  • माहीगीर।

उत्तर प्रदेश में महाजनपदों का विस्तार क्षेत्र –

  • कुरु (इन्द्रप्रस्थ) – दिल्ली , मेरठ
  • पांचाल (अहिच्छत्र) – बरेली , बदायूँ , फर्रुखाबाद
  • शूरसेन (मथुरा) – मथुरा के आस पास का क्षेत्र
  • वत्स (कौशाम्बी) – इलाहाबाद के आस पास का क्षेत्र
  • काशी (वाराणसी) – वाराणसी का क्षेत्र
  • कोशल (अवध) – साकेत व श्रावस्ती
  • चेदि (सुक्तिमति) – बुंदेलखण्ड का क्षेत्र
  • मल्ल (कुशीनगर , पावा) – कुशीनगर का क्षेत्र

1857 की क्रांति के समय उत्तर प्रदेश के प्रमुख केंद्र व नेतृत्वकर्ता –

  • लखनऊ – बेगम हजरत महल
  • इलाहाबाद – लियाकत अली
  • कानपुर – नाना साहब , तात्या टोपे , अजीमुल्ला खां
  • मेरठ – कदम सिंह
  • झाँसी – रानी लक्ष्मीबाई
  • मथुरा – देवीसिंह
  • बरेली – खान बहादुर खान
  • फैजाबाद – मौलवी अहमदुल्ला

उत्तर प्रदेश के संगीत घराने व प्रमुख कलाकार –

किराना घराना – भीमसेन जोशी, बंदे अली खाँ, गंगू बाई हंगल, हीराबाई बड़ोदकर।

आगरा घराना – मलूकदास, अलखदास।

बनारस घराना – गिरजा देवी, सितारा देवी, किशन महाराज, सिद्धेश्वरी देवी, राजन साजन मिश्र, छन्नू मिश्र, गुरु प्रसाद मिश्र, गुदई महाराज (समता प्रसाद मिश्र), मोतीबाई, रसूलनबाई।

भिण्डी बाजार घराना – मुहादाबाद के छज्जू खाँ आदि के मुम्बई में बस जाने से इस घराने की स्थापना हुई। इसी घराने के अली खाँ से लता मंगेशकर ने शिक्षा पायी।

लखनऊ घराना – खुर्शीद अली खाँ (लखनऊ ख्याल गायकी के पितामह), बिन्दा दीन, बिरजू महाराज, शम्भू महाराज, कोदऊ सिंह।

नदियों के किनारे बसे उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर –

  • गंगा – वाराणसी , प्रयागराज , कानपुर , कन्नौज , फर्रुखाबाद , मिर्जापुर , गाजीपुर , गढ़मुक्तेश्वर , राजघाट।
  • यमुना – आगरा , मथुरा , वृंदावन , इटावा , कौशाम्बी , बटेश्वर , काल्पी।
  • रामगंगा – बरेली , बदायूँ , मुरादाबाद , बिजनौर।
  • गोमती – पीलीभीत , शाहजहांपुर , खीरी , सीतापुर , लखनऊ (राजधानी) , बाराबंकी , सुल्तानपुर , जौनपुर
  • सरयू – अयोध्या
  • राप्ती – बहराइच , गोंडा , बस्ती , गोरखपुर।
  • बेतवा – हमीरपुर।
  • मंदाकिनी – चित्रकूट।
  • सोन – सोभद्र।
  • सई – प्रतापगढ़।
  • हिंडन – गाजियाबाद।

उत्तर प्रेदश की प्रमुख झीलें

झील

औंधीताल , इतौजा , मदन सागर , बड़ाताल , मोराय ताल , रामगढ़ ताल , बेती/नइया , राजा का बाँध , मंगुताल/विसैथा , नौह झील , कुन्द्रा समुन्दर , मोती/गौर , फुलर झील , बखिरा , ताण्डादरी।

  • फुल्हर झील – यह पीलीभीत जिले में अवस्थित है। गोमती नदी का उद्गम स्थल यहीं से है।
  • बखीरा झील – यह संत कबीर नगर जिले में अवस्थित है।
  • गोविंद बल्लभ पंत सागर- यह एख कृत्रिम झील है। यह सोनभद्र जिले में अवस्थित है।
  • देवरिया ताल- यह कन्नौज जिले में अवस्थित है।
  • करैला झील – लखनऊ।
  • औंधी ताल – वाराणसी
  • लौंधी ताल – सुल्तानपुर
  • रामगढ़ ताल – गोरखपुर
  • बड़ा ताल (गोखुर) – शाहजहाँपुर
  • बेंती नइया झील – प्रतापगढ़
  • राजा का बांध – सुल्तानपुर
  • जिर्गो जलाशय – मिर्जापुर
  • बलहापरा झील – कानपुर
  • बरुआ सागर – झाँसी
  • कुन्द्रा समुन्दर – उन्नाव
  • शुक्र ताल – मुजफ्फरनगर
  • नौह झील – मथुरा
  • अलवारा झील (विदेशी पक्षी) – कौशाम्बी

यूपी की प्रमुख नहरें व सिंचाई परियोजनाएं –

  • रिहंद घाटी योजना
  • बाणसागर बाँध एवं नहर परियोजना
  • राजघाट बाँध एवं नहर परियोजना
  • कन्हार सिंचाई परियोजना
  • रानी लक्ष्मीबाई बाँध नहर
  • घाघरा अथवा सरयू नहर
  • केन नहर
  • गंडक नहर
  • पूर्वी यमुना नहर
  • आगरा नहर
  • शारदा नहर
  • अहरौरा बाँध नहर
  • वेतवा नहर
  • ऊपरी गंगा नहर
  • मध्य गंगा नहर
  • निचली गंगा नहर

उत्तर प्रदेश के प्रमुख बाँध

उत्तर प्रदेश के बाँध

  • रामगंगा बाँध – रामगंगा नदी पर बने इस बाँध की ऊचाई 128 मीटर है। इसका निर्माण वर्ष 1978 में हुआ था। यह बिजनौर जिले के धामपुर के निकट अवस्थि है।
  • रिहंद बाँध – मिर्जापुर के निकट अवस्थित गोविंद बल्लभ पंत सागर के नाम से विख्यात इस बाँध की ऊंचाई 91 मीटर है। इसका निर्माण साल 1962 में रिहन्द नदी पर किया गया था।
  • माताटीला बाँध – झाँसी में बेतवा नदी पर अवस्थि इस बाँध की ऊँचाई 46 मीटर है। इसका निर्माण साल 1958 में किया गया था।

उत्तर प्रदेश के वन्यजीव विहार –

स्थापना वर्षवन्यजीव विहारजिला
1957चन्द्रप्रभा वन्यजीव विहारचंदौली
1972किशनपुर वन्यजीव विहारलखीमपुर खीरी
1976कतरनियाघाट वन्यजीव विहारबहराइच
1977रानीपुर वन्यजीव विहारबाँदा
1977महावीर स्वामी वन्यजीव विहारललितपुर
1979राष्ट्रीय चम्बल वन्यजीव विहारआगरा, इटावा
1982कैमूर वन्यजीव विहारमिर्जापुर, सोनभद्र
1986हस्तिनापुर वन्यजीव विहारमेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर
1987सोहागी बरवा वन्यजीव विहारमहाराजगंज
1988सुहेलवा वन्यजीव विहारगोंडा, बहराइच
1989कछुआ वन्यजीव विहारवाराणसी

पक्षी विहार –

पक्षी विहार

  • नवाबगंज पक्षी विहार (सबसे पुराना, 1984 ई.)- उन्नाव
  • बखीरा पक्षी विहार – संतकबीर नगर/बस्ती
  • भीमराव अम्बेडकर पक्षी विहार – प्रतापगढ़ (कुण्डा)
  • समसपुर पक्षी विहार – रायबरेली
  • विजयसागर पक्षी विहार – महोबा, महीरपुर
  • समान पक्षी विहार – मैनपुरी
  • सूर सरोवर पक्षी विहार – आगरा
  • पटना पक्षी विहार (सबसे छोटा) – एटा
  • लाख बहोशी पक्षी विहार (सबसे बड़ा) – कन्नौज
  • ओखला पक्षी विहार – गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर
  • पार्वती अरंगा पक्षी विहार – गोंडा (जयप्रकाश नारायण)
  • सांडा पक्षी विहार – हरदोई
  • सुरहाताल (लोकमान्य जयप्रकाश नारायण) पक्षी विहार – बलिया

राष्ट्रीय ताप विद्युत केंद्र –

ताप विद्युत केंद्र

  • रिहन्द ताप विद्युत केंद्र – सोनभद्र
  • आँवला ताप विद्युत परियोजना – बरेली
  • औरैया ताप विद्युत केंद्र – औरैया
  • दादरी ताप विद्युत परियोजना – गोतमबुद्ध नगर
  • सिंगरौली ताप विद्युत केंद्र – सोनभद्र
  • ऊँचाहार ताप विद्युत परियोजना – रायबरेली
  • टांडा ताप विद्युत केंद्र – अम्बेडकर नगर

उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान

  • सर्वाधिक राज्यों से लगने वाला उत्तरप्रदेश का जिला कौनसा है  – सोनभद्र
  • सोनभद्र उत्तरप्रदेश का पूर्वी-दक्षिणतम जिला है। इसकी सीमा चार राज्यों मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ़ , झारखंड , बिहार से लगती है।
  • प्रदेश की सर्वाधिक सीमा को स्पर्श करने वाला राज्य कौनसा है – मध्य प्रदेश
  • प्रदेश की सबसे कम सीमा को स्पर्श करने वाला राज्य कौनसा है – हिमाचल प्रदेश
  • इस प्रदेश की सीमा किस केंद्र शासित प्रदेश से मिलती है – दिल्ली
  • उत्तरप्रदेश की सीमा किस देश से मिलती है – नेपाल
  • प्रदेश में परमाणु विद्युत योजना कहां पर स्थापित की गई है – नरौरा (बुलंदशहर)
  • राज्य का सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला कौनसा है – इलाहाबाद
  • राज्य का सबसे कम जनसंख्या वाला जिला कौनसा है – महोबा

उत्तर प्रदेश के मण्डल व जिले

वर्तमान में उत्तरप्रदेश में 75 जिले व 18 मण्डल हैं। अलीगढ़ 18वां मण्डल है। कानपुर व लखनऊ उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े मण्डल हैं। सबसे छोटा मण्डल सहारनपुर है।

जिलाप्रमुख
आगरास्थापना - सिकंदर लोदी ने
उपनाम - ताजनगरी
अलीगढ़उपनाम - तालानगरी
विवि - अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
अम्बेडकर नगरस्थापना - 29 सितंबर 1995 को
अमरोहास्थापना - 15 अप्रैल 1997 को मुरादाबाद से काटकर बनाया गया
अमेठी-
औरैयास्थापना - 17 सितंबर 1997 को इटावा से काटकर
आजमगढ़-
बागपतमूल नाम - व्यग्रप्रस्थ
बहराइचसय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह
बलिया-
बलरामपुरस्थापना - 17 जनवरी 2012 को
बांदाकुछ मात्रा में हीरे की प्राप्ति
बाराबंकीअब्दुल रज्जाक की दरगाह
बरेलीआला हजरत की दरगाह,
उपनाम - सुरमानगरी, नाथनगरी, झुमका सिटी
बस्ती-
बिजनौर-
बदायूंपूर्व नाम - बोदामयूता
बुलंदशहरनरौरा परमाणु शक्ति केंद्र
चंदौलीबाक्साइट व काँच बालू की प्राप्ति
चित्रकूट-
देवरिया-
एटा-
इटावा-
अयोध्याप्राचीन नाम - साकेत
फर्रुखाबादसंस्थापक - मो. खाँ बंगश
फतेहपुर-
फिरोजाबादचूड़ी उद्योग
गौतमबुद्ध नगरस्थापना - 06 सितंबर 1997 को गाजियाबाद व बुलंदशहर से काटकर
गाजियाबादसंस्थापक - वजीर गाजी उद्दीन,
14 नवबंर 1976 को जिला घोषित
गाजीपुर-
गोंडापटेश्वरी देवी मंदिर
गोरखपुरगोरखनाथ की साथना स्थली
हमीरपुर-
हापुड़स्थापना - 28 सिंतबर 2011 को पंचशील नगर के रूप में,
2012 से इसका नाम हापुड़ पड़ा।
हरदोई-
हाथरसपूर्व नाम - महामाया नगर
जालौनबीरबल की जन्मस्थली - काल्पी
जौनपुरस्थापना - 1359 में फिरोज तुगलक द्वारा,
अटाला मस्जिद
झाँसीमाताटीला विद्युत केंद्र,
परीछा जल विद्युत केंद्र
कन्नौजपूर्व नाम - कान्यकुब्ज, नगर महोदय
कानपुर देहातस्थापना 23 अप्रैल 1981 को
कानपुर नगरचमड़ा उद्योग का केंद्र
कासगंजस्थापना - 17 अप्रैल 2008 को एटा से काटकर,
पूर्व नाम - काशीराम नगर,
कौशाम्बीस्थापना - 4 अप्रैल 1997 को इलाहाबाद से काटकर
उपनाम - आद्यनगर स्थल
लखीमपुर खीरीपूर्वनाम - लक्ष्मीपुर
राज्य का सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिला,
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
कुशीनगरपूर्वनाम - कुशीनारा,
महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण स्थल
ललितपुरताँबा की प्राप्ति
लखनऊप्रदेश की राजधानी,
पूर्वनाम - लक्ष्मणपुर
उपनाम - नवाबों का शहर,
महाराजगंजस्थापना - 02 अक्टूबर 1989 को गोरखपुर से पृथक कर
महोबा-
मैनपुरी-
मथुराभगवान कृष्ण की जन्मभूमि, वृंदावन, गोवरधन
मऊ-
मेरठ-
मिर्जापुरडोलोमाइट, संगमरमर, व हीरे की प्राप्ति,
ओबरा ताप वुद्युत केंद्र
मुरादाबादस्थापना - 1625 में रुस्तम खाँ द्वारा
मुजफ्फरनगर-
पीलीभीतगोमती उद्गम स्थल
प्रतापगढ़-
प्रयागराजपूर्वनाम - इलाहाबाद,
1858 से 1921 तक राज्य की राजधानी रहा।
राज्य का हाई कोर्ट यहीं पर अस्थित है।
रायबरेली-
रामपुररामपुरी चाकू
सहारनपुरखारा जलवुद्युत केंद्र
सम्भलस्थापना - 28 सितंबर 2011 को भीमनगर के नाम से
संतकबीर नगरस्थापना - 5 सितंबर 1997 को बस्ती जिले से काटकर
भदोहीसंत रविदास नगर
शाहजहाँपुरस्थापना - दिलेर खाँ व शेर बहादुर खान द्वारा
शामली या प्रबुद्धनगरस्थापना मुजफ्फर नगर से काटकर
श्रावस्ती-
सिद्धार्थनगरपूर्वनाम - कपिलवस्तु
सीतापुरनैमिषारण्य
सोनभद्ररेणुकूट
सिंगरौली क्षेत्र, अनपरा ताप विद्युत केंद्र, गोविंद वल्लभपंत सागर झील
सुल्तानपुर-
उन्नाव-
वाराणसीबनारस,, काशी, विश्व का प्राचीनतम नगर, डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (मडुवाडीह), काशी विश्वनाथ

उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान तथ्य –

  • प्रदेश का सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला कौनसा है – गौतमबुद्ध नगर
  • राज्य का न्यूनतम साक्षरता वाला जिला कौनसा है – श्रावस्ती
  • राज्य का सर्वाधिक SC जनसंख्या वाला जिला कौनसा है- सीतापुर
  • प्रदेश का न्यूनतम SC जनसंख्या वाला जिला कौनसा है – बागपत
  • राज्य का सर्वाधिक ST जनसंख्या वाला जिला कौनसा है- लखीमपुर
  • राज्य का न्यूनतम ST जनसंख्या वाला जिला कौनसा है- चित्रकूट
  • इलाहाबाद की बेलन घाटी में स्थित कोलडिहवा से धान की खेती के साक्ष्य प्राप्त  हुए हैं।
  • राज्य में पुरापाषाणकालीन सभ्यता के साक्ष्य कहां से प्राप्त हुए हैं – बेलनघाटी (इलाहाबाद) , चकिया (चंदौली) , सिंगरौली घाटी (सोनभद्र)
  • राज्य के किन किन जिलों से नवपाषाणकालीन सभ्यता के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं – इलाहाबाद , प्रतापगढ़ , मिर्जापुर , सोनभद्र
  • जैन धर्म के 23वें तीर्थांकर पार्शवनाथ का जन्म उत्तरप्रदेश के किस जिले में हुआ था – वाराणसी
  • महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण कुशीनारा में हुआ। वर्तमान में यह स्थान उत्तरप्रदेश कि किस जिले में अवस्थित है – कुशीनगर
  • उत्तरप्रदेश विधानपरिषद् का गठन 1921 में हुआ।
  • उत्तरप्रदेश विधानसभा का पहली बार गठन 1937 ई. में हुआ।
  • 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में पुलिस से हुई मुठभेड़ में चंद्रशेखर आजाद शहीद हुए।

उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार के प्रतिष्ठान –

  • हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड – लखनऊ , कानपुर
  • भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड – गाजियाबाद
  • हिन्दुस्तान एल्युमिनियम कॉर्पोरेशन (HINDALCO)- रेणुकूट (सोनभद्र)
  • राष्ट्रीय ताप बिजली निगम (NTPC) – सिंगरौली (सोनभद्र)
  • डीजल लोकोमोटिव वर्क्स – वाराणसी
  • कृत्रिम अंग निर्माण निगम – कानपुर
  • ट्रांसफार्मर फैक्ट्री – झाँसी
  • उर्वरक कारखाना – गोरखपुर , प्रयागराज
  • भारत पम्प्स एंड कम्प्रेसर्स – नैनी (प्रयागराज)
  • सीमेन्ट कारखाना – चुर्क व डल्ता (मिर्जापुर)
  • तेल शोधन कारखाना – मथुरा
  • स्कूटर्स इंडिया लिमिटेड – लखनऊ
  • भारत चमड़ा रंगाई व जूता संस्थान – कानपुर
  • इंडियन टेलिफोन इंडस्ट्रीज – नैनी (प्रयागराज)
  • आयुध उपस्कर कारखाना – हजरतपुर (फिरोजाबाद)
  • इंडियन टेलिफोन इंडस्ट्रीज – रायबरेली
  • त्रिवेणी स्ट्रक्चर – नैनी (प्रयागराज)

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उत्तर प्रदेश में हुए अधिवेशन –

स्थान/वर्षअध्यक्ष
इलाहाबाद (1888)जॉर्ज यूले
इलाहाबाद (1892)व्योमेश चंद्र बनर्जी
लखनऊ (1899)रमेशचंद्र दत्त
वाराणसी (1905)गोपाल कृष्ण गोखले
इलाहाबाद (1910)विलियम बेडवर्न
लखनऊ (1916)ए. सी. मजूमदार
कानपुर (1925)सरोजिनी नायडू
लखनऊ (1936)जवाहर लाल नेहरू
मेरठ (1946)जे. बी. कृपलानी

उत्तर प्रदेश जनगणना 2011

  • उत्तरप्रदेश की कुल जनसंख्या – 19,98,12,341
  • देश की कुल जनसंख्या में उत्तरप्रदेश का प्रतिशत भाग – 16.51 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश का क्षेत्रफल भारत के कुल क्षेत्रफल का कितने प्रतिशत है – 7.33 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक जनसंख्या वाले जिले कौनसे हैं – प्रयागराज , मुरादाबाद , गाजियाबाद
  • राज्य उत्तरप्रदेश के सबसे कम जनसंख्या वाले जिले कौनसे हैं – महोबा , चित्रकूट , हमीरपुर
  • सर्वाधिक शहरी आबादी वाले उत्तरप्रदेश के जिले – गाजियाबाद , लखनऊ , कानपुर नगर
  • सबसे कम शहरी आबादी वाले उत्तरप्रदेश के जिले – श्रावस्ती , चित्रकूट , कौशाम्बी
  • सर्वाधिक ग्रामीण आबादी वाले उत्तरप्रदेश के जिले – प्रयागराज , आजमगढ़ , जौनपुर
  • सबसे कम ग्रामीण आबादी वाले उत्तरप्रदेश के जिले – गौतमबुद्धनगर , महोबा , हमीरपुर
  • उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक शिशु जनसंख्या वाले जिले – प्रयागराज , मुरादाबाद , गाजियाबाद
  • उत्तरप्रदेश के सबसे कम शिशु जनसंख्या वाले जिले – महोबा , चित्रकूट , हमीरपुर
  • विश्व के कितने देश हैं जिनकी जनसंख्या उत्तरप्रदेश से अधिक है – चार
  • उत्तर प्रदेश से अधिक जनसंख्या वाले देश कौन कौनसे हैं – चीन , भारत , अमेरिका , इंडोनेशिया
  • अगर उत्तर प्रदेश एक देश होता तो आबादी के मामले में ये विश्व का कौनसे नम्बर का बड़ा देश होता – पांचवां
  • उत्तर प्रदेश की कुल जनसंख्या में पुरुषों का प्रतिशत कितना – 52.29 प्रतिशत
  • राज्य की कुल जनसंख्या में महिलाओं का प्रतिशत – 47.71 प्रतिशत
  • उत्तर प्रदेश की कुल ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत कितना है – 77.70 प्रतिशत
  • उत्तर प्रदेश की कुल शहरी जनसंख्या का प्रतिशत कितना है – 22.30 प्रतिशत
  • देश की कुल आबादी में उत्तर प्रदेश की जनसंख्या का प्रतिशत कितना है – 18.63 प्रतिशत
  • देश की कुल शहरी आबादी में उत्तर प्रदेश की प्रतिशत मात्रा-  11.79 प्रतिशत
  • उत्तर प्रदेश में 0-6 आयु वर्ग के बालकों की जनसंख्या कितनी है – 3,07,91,331 (15.41 प्रतिशत)
  • उत्तर प्रदेश में 0-6 आयु वर्ग के बालकों की सर्वाधिक प्रतिशत जनसंख्या किस जिले में है – बहराइच
  • राज्य में 0-6 आयु वर्ग के बालकों की सबसे कम प्रतिशत जनसंख्या किस जिले में है – कानपुर नगर

जनगणना -2011 (उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान )

  • उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक क्षेत्रफल वाले जिले कौनसे हैं – लखीमपुर खीरी , सोनभद्र , हरदोई
  • उत्तरप्रदेश के सबसे कम जनसंख्या वाले जिले कौनसे हैं – हापुड़ , गाजियाबाद , भदोही
  • स्वतंत्रता के बाद उत्तरप्रदेश के जनघनत्व में किस दशक में सर्वाधिक वृद्धि हुई – 1981-91
  • स्वतंत्रता के बाद उत्तरप्रदेश के जनघनत्व में किस दशक में सबसे कम वृद्धि हुई – 1951-61
  • उत्तरप्रदेश का जनघनत्व कितना है – 829 व्यक्ति प्रति वर्गकिलोमीटर
  • उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक जनघनत्व वाले जिले – गाजियाबाद , वाराणसी , लखनऊ
  • राज्य उत्तरप्रदेश के सबसे कम जनघनत्व वाले जिले – ललितपुर, सोनभद्र, हमीरपुर
  • राज्य उत्तरप्रदेश में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या कितने प्रतिशत है – 0.6 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश की साक्षरता दर कितनी है – 67.70 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश की पुरुष साक्षरता दर कितनी है – 77.30 प्रतिशत
  • राज्य उत्तरप्रदेश की महिला साक्षरता दर कितनी है – 57.20 प्रतिशथ
  • उत्तरप्रदेश की नगरीय साक्षरता दर कितनी है – 75.14 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश की ग्रामीण साक्षरता दर कितनी है – 65.46 प्रतिशत
  • राज्य उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक साक्षरता वाले जिले कौनसे हैं – गौतमबुद्धनगर , कानपुर नगर , औरैया
  • उत्तरप्रदेश के सबसे कम साक्षरता वाले जिले – श्रावस्ती , बहराइच , बलरामपुर
  • उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक महिला साक्षरता वाले जिले – कानपुर नगर , लखनऊ , गोतमबुद्धनगर
  • राज्य उत्तरप्रदेश का लिंगानुपात कितना है – 912
  • उत्तर प्रदेश का लिंगानुपात भारत के लिंगानुपात से कम है।
  • उत्त प्रदेश के सर्वाधिक लिंगानुपात वाले जिले कौन कौनसे हैं – जौनपुर , आजमगढ़ , देवरिया
  • न्यूनतम लिंगानुपात वाले जिले – गौतमबुद्ध नगर , हीरपुर , बागपत
  • उत्तरप्रदेश मेें 0-6 आयु वर्ग के बालकों का लिंगानुपात कितना है – 902
  • उत्तरप्रदेश में सर्वाधिक शिशु लिंगानुपात वाले जिले – बलरामपुर , संतकबीर नगर , बहराइच
  • राज्य उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जातियों का प्रतिशत कितना है – 20.7 प्रतिशत
  • उत्तरप्रदेश के सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या वाले जिले – सीतापुर , प्रयागराज , हरदोई
  • सर्वाधिक अनुसूचित जाति प्रतिशत वाले उत्तरप्रदेश के जिले – कौशाम्बी , सीतापुर , हरदोई

उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान जनगणना 2011

  • उत्तर प्रदेश में सबसे कम जनसंख्या किस जनजाति की है – बनरावत
  • राज्य उत्तर  में सबसे कम आबादी किस धर्म की है – जैन धर्म
  • उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक साक्षरता दर किस धर्म की है – जैन धर्म
  • उत्तर प्रदेश में सबसे कम साक्षरता दर किसकी है – मुस्लिम
  • राज्य उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक लिंगानुपात किस धर्म का है – ईसाई
  • उत्तर प्रदेश में सबसे कम लिंगानुपात किस धर्म में है – सिख धर्म
  • धार्मिक आधार पर उत्तर प्रदेश की जनसंख्या (घटते क्रम में) – हिंदू , मुस्लिम , सिख , बौद्ध , ईसाई , जैन

उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्योग

राज्य उत्तरप्रदेश में चीनी उद्योग , वस्त्र उद्योग , एल्युमिनियम , काँच , चमड़ा , कागज , दियासाई , सीमेंट इत्यादि उद्योग फलफूल रहे हैं। उत्तरप्रदेश चीनी का बड़ा उत्पादक राज्य है। यहाँ का सबसे बड़ा उद्योग हथकरघा उद्योग है। 29 सितम्बर 2012 को राज्य सरकार ने ‘नवीन औद्योगिक नीति 2012‘ की घोषणा की थी।

यूपी में चीनी उद्योग –

चीनी उद्योग

उत्तर प्रदेश चीनी का बड़ा उत्पादक राज्य है। चीनी उत्पादन में इनका नाम देश के शीर्ष राज्यों में आता है। उत्तरप्रदेश में पहली चीनी मिल 1903 ई. में प्रतापपुर (देवरिया) में स्थापित की गई थी। उत्तरप्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ की स्थापना 1963 ई. में हुई। उत्तरप्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड की स्थापना 1971 ई. में की गई। राज्य में लखनऊ , बरेली , मेरठ में अवस्थित तीन चीनी परिक्षेत्र हैं।

यूपी में एल्युमिनियम उद्योग –

एल्युमिनियम उद्योग

उत्तर प्रदेश में एल्युमिनियम उद्योग का केंद्र सोनभद्र जिले का रेणकूट है। यहाँ पर हिंदुस्तान एल्युमिनियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड का कारखाना अवस्थित है। इस कारखाने के लिए बाक्साइट की आपूर्ति बाँदा और वाराणसी जिलों से की जाती है।

सीमेंट उद्योग –

सीमेंट उद्योग

उत्तर प्रदेश में सीमेण्ट उद्योग के केंद्र सोनभद्र के चुर्क व डल्ला , मिर्जापुर के चुनार व कजरहाट , गौतमबुद्ध नगर का दादरी , रायबरेली , झाँसी व जगदीशपुर हैं।

यूपी में चमड़ा उद्योग –

चमड़ा उद्योग

उत्तर प्रदेश में चमड़ा उद्योग का प्रमुख केंद्र कानपुर है। चमड़े के कारखानों से निकलने वाले अपशिष्ट गंगा नदी में जाते हैं। यही कारण है कि कानपुर के पास गंगा नदी बेहद प्रदूषित हो गई थी। राज्य में चमड़ा उद्योग के अन्य केंद्र आगरा , बरेली , मेरठ , व लखनऊ हैं।

यूपी में सूती वस्त्र उद्योग –

सूती वस्त्र उद्योग

सूती वस्त्र उद्योग में उत्तर प्रदेश का नाम देश के शीर्ष राज्यों में आता है। राज्य में सूती वस्त्र मिलें आगरा , मेरठ , बरेली , गाजियाबाद , हाथरस , हरदोई , कानपुर , सहारनपुर , रामपुर , मुरादाबाद, वाराणसी , मिर्जापुर इत्यादि में हैं। सर्वाधिक मिलें उत्तर भारत के मैनचेस्टर कहे जाने वाले कानपुर में हैं।

यूपी में ऊनी वस्त्र उद्योग –

राज्य में ऊनी वस्त्र उद्योग का प्रमुख केंद्र कानपुर है। यहाँ की अत्यधिक प्रसिद्ध मिल लाल इमली मिल है। कानपुर के अतिरिक्त मिर्जापुर में ऊनी वस्त्र मिल है। मुजफ्फरनगर , नजीबाबाद , और मेरठ में कम्बल बनाए जाते हैं।

यूपी में रेशम वस्त्र उद्योग –

रेशम वस्त्र उद्योग

रेशम उत्पादन में वृद्धि के उद्देश्य से 1922 ई. में प्रादेशिक कॉपरेटिव सेरीकल्चर फडरेशन की स्थापना की गई। वाराणसी , कानपुर , इटावा , व मोदीनगर रेशम वस्त्र उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं। वाराणसी में निर्मत रेशम की साड़ी विश्वप्रसिद्ध है। राज्य में रेशम उत्पाद में सर्वाधिक योगदान शहतूती रेशम का है। मलमल पर छपाई का काम मथुरा में होता है।

उत्तर प्रदेश में कागज उद्योग –

राज्य में कागज की सर्वाधिक मिलें मुजफ्फरनगर में हैं। इसके अतिरिक्त कानपुर , सहारनपुर , मेरठ , गाजियाबाद , मुरादाबाद , मुजफ्फरनगर , लखनऊ , व प्रयागराज में अवस्थित हैं। दफ्ती कागज (कार्ड बोर्ड) बनाने की मिलें सहारनपुर , कानपुर , मेरठ , व प्रयागराज में अवस्थित हैं।

उत्तर प्रदेश में काँच उद्योग –

राज्य का फिरोजाबाद चूड़ी उद्योग के लिए देश भर में प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त बहजोई , मेरठ , गाजियाबाद , नैनी , हाथरस , शिकोहाबाद , लखनऊ , वाराणसी , सासनी इत्यादि कांच उद्योग के अन्य केंद्र हैं।

यूपी में दियासलाई उद्योग –

उत्तरप्रदेश में बरेली दियासलाई उद्योग का प्रमुख केंद्र है। इसके अतिरिक्त रामपुर , मेरठ , सहारनपुर , लखनऊ , व प्रयागराज दिलासलाई उद्योग के अन्य केंद्र हैं।

इलेक्ट्रानिक उद्योग –

नोएडा , लखनऊ , पनकी , साहिबाबाद , व रायबरेली राज्य के प्रमुख इलेक्ट्रानिक उद्योग केंद्र हैं।

खाद उद्योग –

गोरखपुर व कानपुर खाद उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं। प्रयागराज और कानपुर में फॉस्फेट खाद भी बनाई जाती है।

मुख्यमंत्रियों की सूची –

मुख्यमंत्रीकब सेकब तक
गोविंद बल्लभ पंत1 अप्रैल 194627 दिसंबर 1954
डॉ. संपूर्णानंद28 दिसंबर 19546 दिसंबर 1960
चंद्रभानु गुप्त7 दिसंबर 19601 अक्टूबर 1963
श्रीमती सुचेता कृपलानी2 अक्टूबर 196313 मार्च 1967
चंद्रभानु गुप्त14 मार्च 19672 अप्रैल 1967
चौधरी चरणसिंह3 अप्रैल 196725 फरवरी 1968
राष्ट्रपति शासन25 फरवरी 196826 फरवरी 1969
चंद्रभानु गुप्त26 फरवरी 196917 फरवरी 1970
चौधरी चरणसिंह17 फरवरी 19701 अक्टूबर 1970
राष्ट्रपति शासन1 अक्टूबर 197018 अक्टूबर 1970
त्रिभुवन नारायण सिंह18 अक्टूबर 19704 अप्रैल 1971
कमलापति त्रिपाठी4 अप्रैल 197112 जून 1973
राष्ट्रपति शासन13 जून 19738 नवंबर 1973
हेमवती नंदन बहुगुणा8 नवंबर 197330 नवंबर 1975
राष्ट्रपति शासन30 नवंबर 197521 जनवरी 1976
नारायणदत्त तिवारी21 जनवरी 197630 अप्रैल 1977
राष्ट्रपति शासन30 अप्रैल 197723 जून 1977
रामनरेश यादव23 जून 197728 फरवरी 1979
बनारसी दास28 फरवरी 197917 फरवरी 1980
राष्ट्रपति शासन17 फरवरी 19809 जून 1980
वी. पी. सिंह9 जून 198019 जुलाई 1982
श्रीपति मिश्र19 जुलाई 19823 अगस्त 1984
एन. डी. तिवारी3 अगस्त 198423 सितंबर 1985
वीरबहादुर सिंह24 सितंबर 198524 जून 1988
एन. डी. तिवारी25 जून 19885 दिसंबर 1989
मुलायम सिंह यादव5 दिसंबर 198924 जून 1991
कल्याण सिंह24 जून 19916 दिसंबर 1992
राष्ट्रपति शासन6 दिसंबर 19924 दिसंबर 1993
मुलायम सिंह4 दिसंबर 19933 जून 1995
मायावती3 जून 199517 अक्टूबर 1995
राष्ट्रपति शासन18 अक्टूबर 199517 अक्टूबर 1996
राष्ट्रपति शासन17 अक्टूबर 199621 मार्च 1997
मायावती21 मार्च 199721 सितंबर 1997
कल्याण सिंह21 सितंबर 199712 नवंबर 1999
रामप्रकाश सिंह12 नवंबर 199928 अक्टूबर 2000
राजनाथ सिंह28 अक्टूबर 20008 मार्च 2002
राष्ट्रपति शासन8 मार्च 20023 मई 2002
मायावती 3 मई 200228 अगस्त 2003
मुलायम सिंह यादव29 अगस्त 200312 मई 2007
मायावती 13 मई 20077 मार्च 2012
अखिलेश यादव12 मार्च 201211 मार्च 2017
आदित्य नाथ19 मार्च 2017वर्तमान
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